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बॉलीवुड अभिनेता व राजनीति में सक्रीय रहे पूर्व बीजेपी सांसद परेश रावल Covid-19 का वैक्सीन लेकर हुए कोरोना पोजेटिव | कोरोना वायरस से संक्रमित होने पर उन्होंने इसे दुर्भाग्य बताया है |
उन्होंने बीते शुक्रवार को बताया कि वह कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गये हैं | संक्रमित होने की जानकारी उन्होंने अपने ट्विटर के जरिये अपने फैंस व जनता को दी | उन्होंने अपने संपर्क में आये लोगों से अपील की है कि - बीते 10 दिन में मेरे संपर्क में आये सभी व्यक्ति से अनुरोध है की वे भी अपना कोरोना जाँच करवा ले |
65 वर्षीय परेश रावल बीते 9 मार्च को covid-19 रोधी टीके की पहली खुराक ली थी | सूचना के आधार पर हम बता दे की इससे पूर्व भी कई नर्स , डॉक्टर व स्वास्थ्यकर्मियों ने टीका लिया था , पश्चात वे सभी कोरोना ग्रसित हो गए थे और उपचार के दौरान उनकी मृत्यु हो गई | उस वक्त भी लोग यह समाचार सुनकर भयभीत हो गए थे |
यह वैक्सीन कितना कारगर है यह कहना बहुत मुश्किल है | यहाँ वैक्सीन को पूर्ण विस्तार देने में जान की परवाह नहीं की जा रही | जल्दीबाजी में किया गया यह प्रेटिकल लोगों पर सीधा असर कर रहा है जिससे वैक्सीन बनाने वाले पर कोई असर नहीं दिख रहा | न जाने कितने फिल्मों में ऐसा प्रदर्शन देखा जा चूका है और अधिकांशतः फिल्मों की कहानी सच्ची घटनाओं पर हीं आधारित होती है |
परेश रावल का यह बयान जो स्वयं बीजेपी के सांसद रहे है , उन्होंने सच कहा है कि यह मेरा दुर्भाग्य है | लोग क्या करें और क्या न करें | परेशान है परिस्थिति से | कोरोना वायरस से भी और दूसरा कोरोना वैक्सीन से भी |
लोगों के इच्छा के विरुद्ध वैक्सीन लेने पर जोर करना उचित नहीं | जो व्यक्ति स्वास्थ्य है उन्हें वैक्सीन की क्या जरुरत है ? और फिर संभावना है कि इस वैक्सीन का टीका हर वर्ष एक अभियान की तरह पड़ना / लगना आरंभ हो जाएगा पोलियों की तरह | सूचना के आधार पर कितने सारे बच्चे पोलियों का टीका लेने के बाद मौत की नींद सो गये , मां का आंचल सूना पड़ गया मगर ! आजतक अभियान पर इसका कोई असर नहीं पड़ा वहीं देखा गया है बहुत सारे घरों में लोगों ने जोर जबरदस्ती कर अपने बच्चों को इसका टीका नहीं लगाने दिया | आज वो सभी बच्चे बड़े हो चुके हैं और दावे के साथ 100 फीसदी वह पूर्ण रूप से स्वस्थ भी हैं |
इस बात को परेश रावल ने दुर्भाग्य बताया है | शुक्र है ईश्वर का कि वे सिर्फ ग्रसित हुए हैं , लोगों की दूआयें रंग लायेगी , वो जल्दी स्वस्थ हो जायेंगे | मगर आगे आनेवाले समय में किसपर और कितना असर पड़ने वाला है , इसपर ध्यान व निगरानी देना बहुत आवश्यक है | सभी को याद रखना होगा जिंदगी नहीं मिलती दूबारा इसलिए ईश्वर की दी हुई जिंदगी पर किसी का जोर जबरदस्ती ऊपर वाले कभी स्वीकार नहीं करेंगे ठीक वैसे हीं जिस तरह प्रकृति अपना छेड़ - छाड़ बर्दाश्त नहीं करती |
अभी हाल हीं में केंद्र सरकार द्वारा यह घोषणा की गई है की 45 वर्ष से ऊपर के व्यक्ति को कोरोना वैक्सीन लेने हेतु एक अभियान जारी किया जायेगा और उनका रजिस्ट्रेशन कर वैक्सीन देने की योजना है | 45 वर्ष से ऊपर के व्यक्ति लगभग सभी घरों में मौजूद है , कुछ घरों में सर्वेक्षण किया गया तो लोग इस बात को सुनकर रोने लगे और डर गए कहा :- जो व्यक्ति स्वस्थ है उसके लिए काहे की वैक्सीन | वैक्सीन के लिए सर्वेक्षण जरुरी है लेकिन अपने भारत में कितने लोग भूखे पेट सोकर रोटी के आभाव में मर रहें है , उनके लिए कोई सर्वेक्षण नहीं होता , सब कागजी बातें है कागज़ पर रह जाती हैं |
सर्वेक्षण ऐसा हो जिससे सबको रोटी मिले न की स्वस्थ व्यक्ति को वैक्सीन लेनी पड़े | बहुत सारे लोगों ने इसका सीधा विरोध किया है | राजा ऐसा हो जो अपनी प्रजा के लिए सोंचे न की अपना ......... इसका साक्षात् उदहारण भगवान श्री राम को लिया जा सकता है जिन्होंने अपने राज्य के लिए क्या नहीं किया | इतिहास सिर्फ पढ़ने के लिए नहीं बनता है , जीवन में उतारा जाता है | ...............(न्यूज़ :- भव्याश्री डेस्क )
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