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बॉलीवुड अदाकारा मीनू मुमताज जिनकी आदाओं पर दुनियां दीवानी थी , कनाडा में आज उनका निधन हो गया , वे 72 साल की थी | 23 अक्टूबर को उन्होंने कनाडा की धरती पर अंतिम साँस ली | मीनू मुमताज भारतीय महिला थी |
मीनू मुमताज बहुचर्चित अभिनेता व कॉमेडियन महमूद की बहन थी , इनका असली नाम मलिकुनिस्सा अली था | इनके पति डायरेक्टर सैयद अली अकबर जिनके पास अब ये अपनी तीन बेटियों को छोड़कर दूसरी दुनियां में सफ़र कर चुकी है | उन्हें कैंसर था , जिसके कारण उनका सेहद दिन पर दिन गिरता चला गया | मृत्यु की खबर की पुष्टि उनके छोटे भाई अनवर अली ने की |
सोशल मीडिया पर उन्होंने लिखा - आप सबको बताने में बेहद खेद हो रहा है कि मेरी प्यारी बहन मीनू मुमताज का कुछ समय पहले हीं कनाडा में निधन हो गया है | फिल्म इंडस्ट्री , प्रेस मीडिया , फैंस और दोस्तों को धन्यवाद , जिन्होंने इतने सालो में मीनू पर अपना प्यार बरसाया |
उनके भतीजे ने अपने एक साक्षात्कार में कहा कि - उनकी उम्र करीब 80 थी इसलिए ज्यादा कुछ किया नहीं जा सकता था | वह बेहद प्यारे लोगों में से एक थी , जिनसे मेरी जिंदगी में मुलाक़ात हुई |
मालूम हो कि इनके भाई अभिनेता महमूद की मृत्यु बहुत पहले हो चुकी है , अब वे इस दुनियां में नहीं | लोग कहते है - मरकर आत्माओं का मिलन ऊपर की दुनियां में संभव है , तो क्या मीनू मुमताज से महमूद व मीना कुमारी की आत्माओं का मिलन हो पायेगा ! खैर .......
मीनू मुमताज ने 1960 के आसपास फिल्म हातिम से डेब्यू किया था | आरंभिक दौर से हीं इन्हें अच्छी - अच्छी फ़िल्में करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ | कई फिल्मों में इन्होने अदाकारा मीना कुमारी की सहेली बनी हुई नजर आई थी | अपने अभिनय व डांस के अदाओं का लोहा मनवाती हुई मीनू सबसे पहले अभिनेत्री के तौर पर उन्होंने फिल्म ब्लैक कैट में अभिनय किया था |
इनकी कुछ बहुचर्चित फ़िल्में है - चौदहवी की चाँद , साहेब बीबी और गुलाम , कागज के फूल , महल , घूंघट , गजल , इंसान जाग उठा , घर बसा के देखो , सिंदबाद , अलीबाबा , धर्मपुत्र , जहांआरा , अलादीन आदि मुख्य है |
मीनू मुमताज का जन्म 26 अप्रैल 1942 में हुआ था | उन्होंने बचपन से हीं डांस की ट्रेनिंग में आगे बढ़ती चली गई | देविका रानी ने इन्हें बॉम्बे टॉकीज में बतौर डांसर रख लिया था | इन्होने अपनी कैरियर की शुरुआत फिल्म घर - घर में दिवाली से की थी , जिसमे उन्होंने एक डांसर का किरदार निभाया था , पर पहचान मिली थी सखि हातिम से |
इनके विषय में एक दिलचस्प बाते बता दे कि - इनका पूरा परिवार हीं बॉलीवुड की दुनियां से ताल्लुक रखता है |
1958 में फिल्म आई थी हाबड़ा ब्रीज , जिसमे उन्होंने अपने सगे भाई महमूद के साथ रोमांस किया था | भाई - बहन का ऑनस्क्रीन रोमांस देखकर लोग काफी भड़क गए थे , लेकिन धीरे -धीरे सभी सामान्य होता चला गया | फिर इनकी जोड़ी कॉमेडियन जॉनी वॉकर के साथ जम गई और उसके बाद उन्होंने एक साथ कई सारी फ़िल्में की |
1963 में इन्होने फिल्म डायरेक्टर सैयद अली अकबर से शादी कर ली थी | बहुचर्चित अभिनेत्री मीना कुमारी इनकी भाभी थी और मीनू नाम इन्होने हीं रखा था |
बहुत दुःख के साथ आपको बता दे कि - मीनू मुमताज के सामने एक दिन अँधेरा छा गया था , इस बीच उनकी यादाश्त भी चली गई | डॉक्टर ने बताया था कि - 15 साल से उन्हें ट्यूमर है | ऊपर वाले का शुक्रिया कि ऑपरेशन के बाद उनकी जान बच गई |
आज उन्होंने दुनियां को अलविदा कहा और इस धरती से सफ़र कर गई | यही जिंदगी की सच्चाई है , जिससे मुंह नहीं मोड़ा जा सकता | लोग जानते है कि - जाने वाले कभी लौटकर आते नहीं , इसलिए दुआओं में लोग सदैव उन्हें याद करते है और पास होने का अनुभव भी | आज मीनू मुमताज द्वारा किया गया हर कर्म एक इतिहास बनकर सदैव अपने मौजूद रहने का दस्तक देता रहेगा , जिसे आनेवाली पीढ़ी हमेशा याद रखेगी | वो मरकर भी जिन्दा रहेंगी , इस धरती पर , दुनियां के पटल पर | उन्हें भावभीनी श्रधांजलि | ........ ( न्यूज़ / फीचर :- भव्याश्री डेस्क )
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