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शहरों की गलियों में जब अँधेरा होता है , आधी रात के बाद सड़क पर जब आवाज आती है - चोर ... चोर |
जी हाँ यह लाइन तो एक सुप्रसिद्ध गाने का लाइन है | मगर अब आधी रात नहीं पुरे दिन में भी ऐसे चोर / लुटेरे सरेआम सड़क व पार्क में घूमते नजर आते है | भविष्य में होने वाली सजा से अनजान व बेफिक्र होकर , जान बुझकर खतरा को आमंत्रित कर गुनाह को अंजाम तक पहुंचाते है |
बीते बुधवार को ऐसा हीं हुआ , जब दिल्ली के राजौरी गार्डन इलाके में एक शादीशुदा जोड़ी से एक लूटेरा चाक़ू दिखाकर रुपये का डिमांड कर रहा था | माना गया है - जुर्म करने वाले का साथ कभी मत दीजिये | गलत करना और गलत का साथ देना दोनों हीं एक अपराध है | सामने वाले की हाथ में अपनी तरफ चाक़ू बढ़ाया देख कपल आवाक हो गए | उन्होंने इसका विरोध किया जिसके बाद अपनी मंशा पूरी न होते देख लूटेरे ने व्यक्ति पर चाक़ू से वार कर दिया | जिससे उनका गला बुरी तरह जख्मी हो गया और वे वहीं पर गिर गए |
लूटेरा तो वहां से फरार हो गया | परन्तु साथ में घूम रही पत्नी अपने पति को इस तरह लहुलुहान होकर गिरते देख व्याकुल हो पड़ी | बेहोशी की हालत में किसी तरह उन्हें अस्पताल पहुँचाया गया |
पुलिस को इस बात की खबर एक दिन बाद मिली , जब उन्हें अस्पताल वालो ने बताया कि - गुरुवार को डीडीयू हॉस्पिटल में किशोर कुमार नाम के व्यक्ति को जख्मी हालत में भर्ती कराया गया था जिसकी मृत्यु हो चुकी है |
किशोर कुमार मायापुरी इलाके के रहने वाले थे | उनके भाई बेहोशी की हालत में हॉस्पिटल पहुंचाए , मगर उन्हें बचाया नहीं जा सका |
दिल्ली पश्चिम जिले के DCP प्रशांत गौतम के पास हॉस्पिटल की सारी जानकारी प्राप्त हुई |
पुलिस अस्पताल पहुंचकर मृतक की पत्नी से पूछताछ आरम्भ किया | पत्नी ने स्वयं के साथ घटित घटना से पुलिस को अवगत कराया | कहा कि - दोनों अक्सर जस्सा पार्क घुमने जाते थे | बुधवार को भी दोनों गए और साथ में घूम रहे थे , तभी मास्क लगाए एक बदमाश सामने आकर खड़ा हो गया और चाकू दिखाकर 300 रुपये का डिमांड कर बैठा | उनके पति ने रुपये देने से इंकार करते हुए इसका विरोध किया | अपनी मंशा पर पानी फिरता देख लूटेरे ने उनके पति पर हमला कर मौके से फरार हो गया | भागने से पूर्व लूटेरे ने महिला के साथ भी थोड़ी - बहुत बदसलूकी की थी |
पुलिस ने सभी जानकारी पाकर करीब 2 घंटे में हीं उस अपराधी को गिरफ्तार कर लिया | अपराधी असम का रहने वाला है और नाम है रामदास | पिछले कुछ दिनों से वह दिल्ली में हीं भटक रहा है |
अपराधी रामदास तो पकड़ा गया और अब उसे मर्डर केस में उम्रकैद की सजा मिलने की संभावना है | रामदास महज 300 रुपये के कारण जघन्य अपराध कर उम्रकैद का मुजरिम बन बैठा |
जरूरतमंद को किसी से भी पैसा मांगना अपराध में शामिल नहीं किया गया है | मगर रामदास का किसी से रुपये मांगने का ढंग / तरीका याचक जैसा न होकर दादागिरी और रंगदारी भरा था जिसे कभी भी महत्व नहीं देना चाहिए | ऐसे व्यक्ति के लिए तो उम्रकैद की सजा भी कम है , जिसकी लालच ने एक सुहागन की मांग की संदुर को हीं उजाड़ दिया और एक परिवार से उसका बेटा छीन लिया |
इस जख्म से जख्मी रामदास का परिवार भी वंचित नहीं , क्यूंकि रामदास ने अपने परिवार के साथ भी अन्याय कर बैठा | कानून जो सजा रामदास को देगी , रामदास तो भोगेगा हीं , साथ साथ यह सजा उसके परिवार को भी भोगना पड़ेगा | आखिरकार कहाँ से आता है ऐसा बेतुका तरीकब जिसमे भविष्य की चिंता मौजूद नहीं | यह सभी को मालुम है कि - अपराधी पुलिस से बच नहीं सकता और कानून अपना हाथ खिंच नहीं सकती | आज तो CCTV फूटेज के द्वारा अपराधियों को जकड़ लेना काफी आसान हो गया है | तभी पुलिस ने रामदास को 2 घंटे में हीं अपनी अक्ल और उसके शक्ल को देश के सामने लाकर खड़ा कर दिया |
मांगकर खाइये मांगना गुनाह नहीं , जरूरतमंद को हर कोई मदद करता है | मगर इस तरह का माहौल बनाकर या किसी व्यक्ति के ऊपर चाक़ू या बन्दुक दिखाकर ऐसा करना एक बड़ा अपराध है , जिसके लिए कोई भी जुर्माना या कैद कम होगा | रामदास को क्या फायदा मिला ? ऐसे अपराध को अंजाम देने से | तमाम उम्र सड़ते रहेंगे जेल के सलाखों के पीछे और चेहरे पर गुनाह करने का नाम लिखा होगा |
घोर
आश्चर्य है , महज 300 रुपये के लिए एक सुहागन का सुहाग छिना और किसी की जान
चली गई | हमें इस बात का अफ़सोस है कि पार्क में इतने सारे लोग मौजूद थे
बावजूद किसी ने पैसे देने के विरोध पर उस व्यक्ति की मदद नहीं की , मगर बाद
में तमाशबीन बन भीड़ में शामिल हुए | अक्सर ऐसा होता है - सामने वाले को
लोग साथ नहीं देते और अपराधी अपराध कर फरार हो जाता है | अपराध को रोकना
हमारा फर्ज और कर्तव्य है | कहीं भी ऐसी घटना घटते दिखे तो उसपर कदम जरुर
बढ़ाइए और इस खतरे को वहीं रोक दीजिये ताकि किसी की आकाल मृत्यु न हो और
गुनाह करने वाले गुनाह करने से बच जाए | ...... ( न्यूज़ / फीचर :- रुपेश
आदित्या , एम० नूपुर की कलम से )
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