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युक्रेन पर रूस के प्रहार का आज 11 वां दिन है | खुबसूरत युक्रेन मातम व रेगिस्तान में बदलकर अपने अकेलेपन का सबूत पेश कर रही है |
10 दिन पूर्व युक्रेन में काफी चहल - पहल था , परन्तु लोगो के खुशहाल जिंदगी को न जाने किसकी नजर लग गई और खुशियाँ मातम में बदल गया | इस युद्ध में कई लोग बेघर हुए तो कई आकाल मृत्यु की गोद में समा गए |
युक्रेन की तबाही सदैव इतिहास में जिन्दा रहेगा जिसकी बर्बादी में रूस का हाथ , दिमाग और नीति सदैव दस्तक देगा | ठीक वैसे हीं जैसे कि नागासाकी और हिरोशिमा में लाखो लोगो की अकाल मृत्यु आज भी अमेरिका द्वारा किये गए प्रहार को यादकर वहां के पूर्व राष्ट्रपति की गलत ताकत व राजनीति को याद दिलाता है |
ईश्वर ने बहुत खुबसूरत दुनियां बनाई थी और उन्हें मालूम था कि - यहाँ ऐसी प्रवृति के लोग भी पैदा होंगे | इसलिए उन्होंने उम्र की अवधि हजारो साल तक का नहीं लिखा | आज 100 साल गुजारना भी सच्चाई से पीछे है |
युक्रेन में कई देश के फंसे बच्चे वहां अपनी जिंदगी की सुरक्षा की कामना ईश्वर से करते पाए जा रहे हैं | वहीं उनके घर व देश द्वारा बच्चो की मुस्कराहट कायम रखने की याचना जारी है |
इजराइल के प्रधानमंत्री नफ्टाली बेनेट , रूस के राष्ट्रपति पुतिन से मिलने मास्को पहुंचे हैं | संभावना है कि वे युद्ध रोकने के लिए पुतिन को राजी कर पायेंगे | प्रधानमंत्री के इस दौरे पर सबकी नजरें टिकी है |
भारत के बच्चे व लोगो का आना अभी जारी है | युक्रेन से भारतीयों को लाने का ऑपरेशन "गंगा मिशन" तेज कर दिया गया है | आज दुनियां का भविष्य हमारे यह बच्चे बम की आवाज से आहत व परेशान है जिन्हें मालूम नहीं था कि उन्हें इस दौर से भी गुजरना पड़ेगा | लाखो की संख्या में लोग युक्रेन छोड़ चुके है और वहीं कुछ लोग अकाल मृत्यु की गोद में समा चुके है |
इसी जंग के बीच यूरोपीय देशो में बड़ा साइबर अटैक हुआ जिससे की इन्टरनेट की गति पर भारी असर हुआ और फ़्रांस , ग्रीक , पौलेंड , जर्मनी , इटली आदि देशो के नागरिक परेशान हुए |
बीते शनिवार को रूस ने आम नागरिको को निकल जाने का एलान किया था , परन्तु पुनः रोक दिया | साथ हीं उन्होंने युक्रेन को धमकी दिया है कि - अगर युक्रेन नहीं झुका तो इसका नामोनिशान मिटा देंगे |
मगर वहीं अपना सीना ताने देशभक्त सपूत अपनी माता की रक्षा में खड़े हैं और राष्ट्रपति बोलोदोमीर जेलेंस्की ने कहा है कि - हम अपनी आजादी के लिए लड़ेंगे , किसी के सामने झुकेंगे नहीं |
रूस की मनमानी नीति कहीं न कहीं युक्रेन में हो रहे विकास की गति से परेशान था और है | युक्रेन के 1 लाख से ज्यादा नागरिक हथियार प्रशिक्षण लेकर मैदान ए जंग में उतर चुके है और युक्रेन के राष्ट्रपति ने अमेरिका से और भी हथियार भेज देने का आग्रह किया है | राष्ट्रपति ने यह दावा किया है कि - रुसी सेना शहर का घेराबंदी कर लिया है और वो किसी भी वक्त अपनी मंशा को अंजाम दे सकती है |
रूस का आंकड़ा है कि - युक्रेन युद्ध में अब तक उसके 498 सैनिक मारे जा चुके है | साथ हीं युक्रेन और सीरिया युद्ध में जान गंवाने वाले रुसी सैनिक के परिवार को जान की कीमत 3.9 करोड़ दिए जाने की घोषणा करते हुए घायल हुए सैनिकों के परिवार को 2.4 करोड़ रुपये देने की भी बात कही है |
जबकि युक्रेन ने कहा है कि - इस जंग में करीब 10 हजार रुसी सैनिक मारे जा चुके हैं |
अब देखना यह है कि - इजराइल के प्रधानमंत्री इस जंग को रोकने में अपना कितना योगदान देते हुए राष्ट्रपति पुतिन के इस लड़ाकू कदम को रोकने में सार्थक हो पाएंगे और इस होली के मौके पर दुश्मनी दोस्ती में बदलते हुए किस कदर रंगों की बौछार करती है या फिर यह रंग मातम में बदलता रहेगा , कुछ कहा नहीं जा सकता | मगर हर मन युद्ध रुक जाने का इंतज़ार कर रहा है | ......... ( न्यूज़ / फीचर :- भव्याश्री डेस्क )
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