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गौरव जैन जिसके पकड़े जाने पर 4 लाख 31 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था , सोमवार देर रात उसे पकड़ने में पुलिस को सफलता हाथ लगी है | इसकी तलाश में पुलिस के 500 से ज्यादा अधिकारी और जवान लगे थे | बीते 8 दिन से इसकी तलाश जारी थी , 7 दिन बाद कोटा पुलिस ने आरोपी गौरव जैन को सोमवार देर रात गुरुग्राम से गिरफ्तार किया है | पुलिस अधीक्षक केसर सिंह ने गौरव के पकड़े जाने की पुष्टि की है |
गौरव जैन राजस्थान कोटा में एक स्कूल टीचर है जिसके कमरे में 14 साल की बच्ची की लाश मिलने का मामला उफान भरा | इनपर 14 साल की नाबालिग कोचिंग छात्रा परिधि जैन के मर्डर करने का आरोप है | गौरव जैन परिधि के पड़ोस में रहने वाले टीचर है | रविवार को इनके कमरे से रस्सी से हाथ - पैर बंधा परिधि की लाश मिली जो पंखा से लटका हुआ था और दरवाजे पर ताला लगाकर ये फरार हो चुके थे |
इन्होने 14 फ़रवरी को एक्स्ट्रा क्लास का झांसा देकर परिधि को ट्यूशन के लिए बुलाया और उसका गला घोंटकर हत्या कर फरार हो गए |
इनकी तलाश में पुलिस कोटा से जयपुर तक कोना कोना छान रही थी | गौरव जैन के घर पर परिधि जैन की लाश जब से मिली , पुलिस की एक भारी समूह इनकी तलाश में जुटी थी | सोमवार को हरियाणा के गुरुग्राम में कोटा पुलिस ने गौरव को गिरफ्तार किया है | अब इनसे सवाल किया जाएगा कि - आखिरकार 14 साल की मासूम बच्ची से इनकी क्या दुश्मनी थी ?
एक शिक्षक को माता - पिता से कहीं ज्यादा ओहदा दिया जाता है | ऐसे में मासूम की गला घोंटने से पहले उनके हाथ भी नहीं काँपे | आखिर क्या कारण था कि एक छोटी सी बच्ची की हत्या कर एक शिक्षक जघन्य अपराध कर बैठे | यह घटना शिक्षक पर सवाल खड़ा करता है |
आरोपी को गिरफ्तार करने की सूचना मिलने के बाद कोटा पुलिस की टीम को गुरुग्राम के लिए रवाना कर दी गई है , आज मंगलवार को गौरव जैन को कोटा लाया जाएगा |
सूचना मिलते हीं परिधि जैन के परिवार वाले अपराधी गौरव जैन को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग कर रहे है | कोटा के कोचिंग संस्थानों ने एकजुट होकर गौरव जैन पर 4 लाख 31 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था | इनकी गिरफ्तारी को लेकर बीते 18 फ़रवरी को कोटा व्यापार महासंघ ने शहर बंद का एलान किया गया था और छात्रा के लिए कैंडल मार्च भी निकाला |
परिधि जैन के पिता अजय जैन ने शनिवार को
मीडिया के सामने अपनी पीड़ा जाहिर की और हत्यारे गौरव जैन को फांसी देने की
मांग की | पिता ने कहा था - आज के दिन हीं मेरी बेटी का जन्म का दिन है |
इसलिए पुरे देश से हम कहना चाहेंगे कि - मेरी बेटी के जन्म समय 7 बजकर 7
मिनट पर पूरा देश 2 मिनट का मौन रखकर उसे श्रधांजलि दे और देश की जनता
न्याय के इस जंग में हमारा साथ दे | कैमरे पर बात करते करते सामने अपनी बेटी की तस्वीर देख एक पिता बिलख कर रो पड़े | यह तस्वीर बहुत हीं दर्दनाक व देश को हिला देने वाला था |
आखिरकार अभी तक यह समझ से बाहर की बात है कि गौरव जैन को अपनी नन्ही छात्रा परिधि जैन को मारने का मामला क्या है ? जहाँ तक बात 14 फ़रवरी की है , तो यह दिन वैलेंटाइन डे का है | कहीं ऐसा तो नहीं कि गौरव जैन को वैलेंटाइन डे पसंद नहीं था और परिधि जैन को उन्होंने मोहरा बना लिया ! या फिर ऐसा भी कि परिधि जैन का कोई प्लान हो किसी के साथ 14 फरवरी मनाने का और यह बात गौरव जैन तक पहुंची और उन्होंने मामला साफ़ कर देने का मन बनाया हो |
बात 14 फ़रवरी का है और परिधि जैन की उम्र भी 14 वर्ष | दूसरी बात परिधि ने कहीं कुछ ऐसा तो नहीं देख लिया जो गौरव जैन को पसंद न आया हो और अपने बचाव के लिए उन्होंने नन्ही परिधि की जान ले ली |
बात चाहे जो भी हो हत्या एक जघन्य अपराध है | ऐसे में भारतवर्ष के 135 करोड़ आबादी अपने टीचर पर कैसे भरोषा करे और बुलाने पर आदेश का पालन करते हुए उनके घर और सेंटर पर कैसे दस्तक दे ? यह बहुत बड़ा सवाल खड़ा करता है | बच्चो के भविष्य की रचईता एक शिक्षक होते है और शिक्षक द्वारा एक छात्रा पर ऐसा प्रहार जिसमे क़त्ल को अंजाम दिया गया , यह माफ़ी के लायक नहीं |
अपराधी कितना भी शातिर दिमाग वाला हो , वह पुलिस के हाथ से बच नहीं सकता | पुलिस को अभय कमांड के कैमरे से गौरव जैन की कुछ ऐसी तस्वीरें मिली जिसमे वह स्कूटी से भागता हुआ दिखाई पड़ रहा था | अभी तक यह बात उभरकर सामने नहीं आई है कि - छात्रा के शरीर पर जो जख्म के निशान पाए गए थे , वह छात्रा के साथ दुष्कर्म करने या फिर छात्रा के विरोध करने के कारण का था |
नोट :- व्यापार महासंघ ने जब धरना दिया तब वहां के SP केसर सिंह शेखावत ने छात्रा की अंतिम संस्कार की पहल की थी और वचन दिया था कि - आप बेटी का अंतिम संस्कार करे | परिधि जैन पुलिस की हीं बेटी है ,उसके हत्यारे को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर जेल की सलाखों के पीछे डाल दिया जायेगा | तब जाकर परिधि का अंतिम संस्कार किया गया और पूरी पुलिस दल गौरव जैन को तलाश करने में लग गई |
आज SP साहब के वचन को पूरा होते देख पूरे
देश को इस खाकी वर्दी पर पूरा भरोषा रहेगा कि उनके साथ पुलिस हमेशा एक
विश्वास के साथ सहारा बनकर खड़ी है | ....... ( न्यूज़ / फीचर :- रुपेश आदित्या , एम० नूपुर की कलम से )
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