Breaking News
बांग्लादेश की अभिनेत्री रायमा इस्लाम शिमु रविवार को लापता हुई | सोमवार की सुबह उनकी लाश बोड़े में बंदी मिला | शिमु की लाश को बोड़े में बंद करने से पूर्व बॉडी को दो टुकड़ो में काटा गया था फिर बॉडी बोड़े में डाली गई | इनका शव ढाका के केरानीगंज में आलियापुर इलाके में हजरतपुर सड़क के किनारे मिला |
एक्ट्रेस शिमु की उम्र 35 वर्ष थी | इनके गर्दन पर कई निशान पाए गए |
लाश बरामद होने के बाद संदेह के तौर पर ढाका पुलिस ने उसके पति और दोस्त सहित 6 लोगो को हिरासत में लिया और पूछताछ की | जिसके बाद सच्चाई उभरकर सामने आई तो रौंगटे खड़े हो गए | पति ने कबुल किया कि - उसी ने अपनी पत्नी अभिनेत्री शिमु की हत्या की है |
मंगलवार दोपहर ढाका पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यह बताया कि - पति सखात , उनके दोस्त और ड्राईवर को तीन दिन की रिमांड पर लिया गया था , जिसके बाद उसने स्वीकार किया कि - घरेलु विवाद के कारण उन्होंने अपनी पत्नी शिमु की हत्या कर दी |
शिमु के दो बच्चे भी है , वे अपने पति के साथ ढाका के ग्रीन रोड इलाके में रहती थी | अभिनेत्री रविवार की सुबह मावा में शूटिंग के लिए घर से निकली थी | इसके बाद घर के सदस्यों ने इनसे फोन पर संपर्क करने की कोशिश की लेकिन संपर्क नहीं हो पाया | बच्चो ने सोंचा कि - माँ शूटिंग में व्यस्त होंगी , परन्तु शाम तक जब वे घर नहीं लौटी तो परिवार के सदस्यों ने कलाबगान थाने में इस बात की शिकायत दर्ज करवा दी |
बहन की बॉडी मिलने के बाद उसके भाई शाहिदुल इस्लाम खोकॉन ने अपने बहनोई सखावत अमीन नोबेल के खिलाफ केस दर्ज कराया |
सूचना के आधार पर - ढाका जिला पुलिस अधीक्षक मारुफ़ हुसैन सरदार ने कहा है कि - पति और उनके दोस्त फरहाद सहित 6 लोगो को संदिग्ध तौर पर हिरासत में लिया गया तथा साथ हीं एक कार भी गिरफ्त में लिया गया , जिसके पिछली सीट पर खून के निशान मिले थे |फिलहाल इनके शरीर को पोस्टमार्टम के लिए मिडफोर्ड अस्पताल भेजा गया |
शिमु ने अपनी एक्टिंग करियर की शुरुआत काजी हयात की फिल्म "प्रजेंट" से की थी | इन्होंने दर्जनों फिल्मो में काम कर अपनी अदाओं के बदौलत शोहरत हासिल की साथ हीं 50 से अधिक नाटको में भी काम किया | वे कई साल से एक निजी टीवी चैनल के मार्केटिंग डिपार्टमेंट में काम करती थी | शिमु ने अपना एक प्रोडक्शन हाउस भी खोला था |
शिमु देखने में बहुत हीं खास व खुबसूरत थी | इनके ढेर सारे फैन्स इनके खो जाने से मातम मना रहे है , साथ हीं इनके पति को कोश रहे हैं | इनके पति ने सिर्फ पत्नी की हत्या नहीं कि बल्कि पति - पत्नी के पवित्र रिश्तों को अपराध में कैद कर दिया | इससे तो अच्छा होता कि - तलाक लेकर अलग हो जाते | क्या हक़ था किसी की हत्या करने का ? और क्या मिला इसपर गौर करना जरुरी है |
सदैव कहा जाता है - बचिए और बचाइये अपने अहम को , आक्रोश को जो आपको गलत कराने के लिए हमेशा उकसाता है , जिससे आपकी भी क्षति होती है | ईश्वर ने इंसान को सोंच भी दे रखा है ताकि वे अच्छे और बुरे का नतीजा सोंच सके | ऐसे में मुठ्ठी भर इंसान स्वयं में और जानवर में फर्क समझ नहीं पाते और जघन्य अपराध कर घटना को अंजाम दे देते है और तमाम उम्र सलाखों के पीछे कैद होकर स्वयं की जिंदगी भी तबाह कर बैठते है |
ठहरिये , सोंचिये फिर कदम बढाइये बहुत जरुरी है सुखद जिंदगी के लिए अच्छे राह पर चलना | .... ( न्यूज़ / फीचर :- रुपेश आदित्या , एम० नूपुर की कलम से )
रिपोर्टर