Breaking News
रूठा है तो मना लेंगे , बिगड़ा है तो संभालेंगे | फिर भी न माना तो , दे के ........ बहला लेंगे |
हम बात कर रहे हैं पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के विषय में | जिन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी को अपना इस्तीफा सौंप दिया है | नवजोत सिंह सिद्धू को प्रदेश के अध्यक्ष पद पर आसीन हुए अभी ढाई - तीन माह के करीब हीं हुए थे |
सूचना के आधार पर बता दे कि - नवजोत सिंह सिद्धू ने अपने पत्र में लिखा कि मै समझौता नहीं कर सकता | समझौता करने से व्यक्तित्व पर गहरा असर पड़ता है |
भारत में कांग्रेस अपनी सत्ता को संभालने में पूरी तन्मयता से लगी हुई है | परन्तु नेतागण अपने मन को एक स्थान पर केन्द्रित नहीं कर पा रहे हैं | वे मृगमरीचिका की तरह भागमभाग की दौर लगे है | अपने पद से इस्तीफा देकर नवजोत सिंह सिद्धू सोनिया गाँधी व कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ाते हुए नजर आ रहे हैं | एक को संभालो तो दूसरा फिसल जाता है | अभी - अभी तो पंजाब के नए मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण हुआ और नए मंत्रिमंडल की गठन हुई |
हर पार्टी कभी न कभी कहीं न कहीं उलझन में उलझ हीं जाती है | कांग्रेस के लिए यह कोई नई बात नहीं है | परन्तु यह भी कहा जा सकता है कि - किसी भी पार्टी के लिए यह नई बात नहीं है | क्यूंकि अक्सर देखा जाता है - नेतागण एक - दूसरे पार्टी में अदल - बदल करते हुए पाए जाते है | पहले तो उन्हें मनाने की कोशिश की जाती है , परन्तु फिर बाद में उन्हें छोड़ दिया जाता है , आपकी मर्जी | यहीं वसूल हर जगह कायम होता है , वह पार्टी हो या फिर घर / परिवार |
फिलहाल अभी नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफे को स्वीकार नहीं किया गया है |
इससे पहले मुख्यमंत्री पद से कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपना इस्तीफा दिया था | जिसके बाद नए मुख्यमंत्री के पद पर चरणजीत सिंह चन्नी को बिठाया गया |
चुनाव सर पर खड़ा है | कौन कहाँ से और कितना गड़गराहट भरा माहौल पैदा करेगा ? इस सतरंगी सुबह को देखने में सभी की पलकें बिछी है | जीत किसका और किस करवट बदलेगा !
बोलने से कोई चुकते नहीं | बीजेपी के प्रवक्ता डॉ० संबित पात्रा ने अपनी एक तीखी प्रतिक्रिया देते हुए एक ट्विट किया - स्टूडेंट्स के आने से पहले हीं गुरु चला गया | संबित पात्रा ने अपना ईशारा JNU यूनियन के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार और गुजरात के बहुचर्चित युवा दलित नेता जिग्नेश मेवानी जो पार्टी में शामिल होने वाले है के लिए था |
वहीं संबित पात्रा ने एक और ट्विट किया - वो दो आये नहीं ..... एक चला गया , छा गए गुरु |
नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफे के समर्थन में मंत्री रजिया सुल्ताना , कोषाध्यक्ष गुलजार इंदर चहल और योगीन्द्र ठिंगरा ने भी अपने महा सचिव पद से इस्तीफा दे दिया है | नवजोत सिंह सिद्धू का इस्तीफा देना और इससे पूर्व कैप्टन अमरेन्द्र सिंह का इस्तीफा गहरी सोंच का विषय है | मगर कांग्रेस पर्टी की हालात कुछ अलग बोल रही है | हम एक बात यहाँ स्पष्ट कर दे कि - अभी तक नवजोत सिंह सिद्धू का इस्तीफा मंजूर नहीं किया गया है | अभी उनको मनाये जाने की तैयारी चल रही है | मगर अदर पार्टी वाले मीठी - मीठी चुटकियाँ लेना आरंभ कर दिया है |
पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने नवजोत सिंह सिद्धू के विषय में कहा कि - मैंने पहले हीं कहा था कि वह स्थिर आदमी नहीं है | वह पंजाब जैसे बोर्डर स्टेट के लिए फिट नहीं है |
सिरोमणि अकाली दल के नेता सुखवीर बादल ने कहा कि - सिद्धू एक मिसगाईडेड मिशाइल है | जिसका पता नहीं कि कहाँ जायेगी या किसे मारेगी ? पंजाब को बचाना है तो सिद्धू साहब से विनती है कि वह मुंबई चले जाए | इनका इशारा शायद कपिल शर्मा शो की तरफ था |
आम आदमी पर्टी के नेता ने भी कटाक्ष कर दिया | राघव चड्ढा ने कहा - पंजाब कांग्रेस में पूर्ण आराजकता की स्थिति में है | प्रदेश के लोग स्वार्थी नेताओं से एक स्थित प्रगतिशील और समावेशी प्रशासन की उम्मीद कैसे कर सकती है ? पंजाब की सीमा पकिस्तान से 550 किलोमीटर है | उसपर इनलोगों पर कैसे भरोषा किया जा सकता है |
जितनी मुंह उतनी बातें , जितना दल उतना बल , लेकर ये सभी जन देश की सबसे पुरानी पार्टी पर कटाक्ष करते नहीं चुक रहे हैं | जहाँ तक नेता की बात की जाए तो मुठ्ठीभर नेता को छोड़कर यहाँ कौन नहीं दलबदलू है ! यह तो आम आदमी आये दिन देखते रह जाते हैं कि - नेतागण को जिधर खीर मिलता है उनका मन उधर फीर जाता है |
अभी हाल हीं में पश्चिम बंगाल के चुनाव की बात करे तो - जितने भी नेतागण ममता बनर्जी का दामन छोड़ा था , वह ममता बनर्जी के मुख्यमंत्री बनने के बाद अधिकांशतः नेतागण ममता बनर्जी से माफ़ी मांग फिर से उनका दामन थाम लिया है |
कैप्टन अमरेन्द्र सिंह गाँधी परिवार के काफी पुराने सदस्य रहे हैं | इससे पहले भी कई वरिष्ट नेतागण ने कांग्रेस का दामन छोड़ दिया था | बड़ी हीं मुश्किल से समुन्द्र के उफान के बीच संभलती रही है नैया , जिसमे एकबार फिर नवजोत सिंह सिद्धू झटका दे गए | परन्तु इसबार कांग्रेस किसी भी तरह रूठे को मनाने का प्रयास करती हुई अपने परिवार से उन्हें अलग नहीं होने देगी | पूर्व में ज्योतिरादित्य सिंधिया और जीतेन्द्र प्रसाद कांग्रेस के महत्वपूर्ण अंग थे , जिन्हें कांग्रेस खो चुकी है |
फिलहाल
कांग्रेस हाई कमान ने पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को नवजोत
सिंह सद्धू को मनाने का जिम्मा सौंपा है | मुख्यमंत्री ने आज सुबह मंत्री
प्रगट सिंह और अमरिंदर सिंह राजा वडिंग को पटियाला भेजा था | दोनों
मंत्रियों ने नवजोत सिंह सिद्धू के साथ बैठक की और इसके बाद वे चंडीगढ़ लौट
गए है | अब देखना है कि मनाने का असर कितना रंग लाता है ? आने वाले पल में
पता चलेगा कि कांग्रेस का दामन थामे रहेंगे या फिर ..... ! ...... ( न्यूज़
/ फीचर :- भव्याश्री डेस्क )
रिपोर्टर