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पूर्वजो ने जिस कदर अंग्रेजो का बहिष्कार कर देश को स्वतंत्रता दिलवाई उसी तरह आज अंग्रेजी से भी भारतीयों को स्वतंत्रता मिल जाए तो भारत का नजारा हीं कुछ और होगा और लोग स्वयं को भरापूरा महसूस करेंगे |
सरल भाषा में अगर यह कहा जाए कि - अग्रेंजी वह बोझ है जिसे अधिसंख्य लोग उठाना नहीं चाहते | शहरी क्षेत्र को अगर छोड़ भी दिया जाए तो ग्रामीण तपके के अधिकांशतः लोग अंग्रेजी से कोसो दूर हैं क्यूंकि वहां वैसा माहौल उन्हें मिल नहीं पाता | ऐसा कहा गया है - जो दिखता है वहीं बिकता है ऐसे में विकास को कुंठित करता है इंग्लिश |
आज मध्यप्रदेश के सिंगरौली में कई विकास के कार्यक्रम का पहल हुआ जिसके तहत मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कई सौगात का वितरण किया | इस कार्यक्रम में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह भी शामिल हुए |
इन्होने मीडिया को बताया - आज 421 एकड़ जमीन प्रदेश के गरीब वर्ग में बांटी जा रही है और यहीं सामाजिक न्याय है | गरीबो की जिंदगी को बेहतर बनाने हेतु सरकार ने मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत भू अधिकार के अंतर्गत 25,500 गरीबों को निःशुल्क घर बनाने हेतु जमीन का वितरण कर उनके हौंसले में रौशनी बिखेर दी |
मध्यप्रदेश में अब बिना घर का कोई नहीं रहेगा | सभी के पास अपने अधिकार का घर होगा | एक घर में पहले जहाँ कई सदस्य रहा करते थे अब सरकार उन्हें अलग घर दे रही है वह भी निःशुल्क |
मध्यप्रदेश में इसी साल विधानसभा चुनाव होने वाला है | यह कहना लाजमी होगा कि - इसी चुनावी दौर में हर पार्टी दिल खोलकर जनता की सेवा में तत्पर दिखाई पड़ रही है | 5 वर्षो में यह क्षण ऐसा होता है जब 4 साल गुजर जाते है तो पार्टी कार्यकर्ता व नेतागण पूरी लगन व मेहनत से जनता सेवा को अपना धर्म मानकर समय और योजना उन्हें समर्पित करते हैं मगर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के विषय में ऐसी बातें शामिल नहीं हो सकती | उन्होंने आरंभिक दौर से हीं प्रदेश को प्रगति की तरफ बढ़ाया है |
मध्यप्रदेश की विदिशा लोकसभा सीट से वे 5 बार सांसद रह चुके हैं | वर्तमान में सीहोर जिले के बुधनी विधानसभा क्षेत्र से विधायक है | महिलाओं के उत्थान व प्रगति के लिए सबसे ज्यादा योजना को पटल पर लाने वाले इस मुख्यमंत्री की सोंच निराली है शायद यहीं कारण है कि यहाँ के लोग इन्हें "मामा" बुलाते हैं और इस उपाधि को वे सहर्ष स्वीकार कर आज के भाषण के दौरान भी उन्होंने बच्चो को अपना भगना - भगिनी संबोधित करते हुए दिल खोलकर अपनी उदारता दिखलाई |
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत राशन दी जाती रही अब सरकार उन मेघावी बच्चो की फीस भी स्वयं वहन करेगी जिनकी सालाना आय 8 लाख रुपये तक है |
आज सिंगरौली के विकास हेतु माइनिंग कॉलेज व मेडिकल कॉलेज का शिलान्यास किया गया | अपने भाषण के दौरान उन्होंने अंग्रेजी पर भी सत्य बातें देश के सामने रख दी | कहा - अंग्रेज चले गए मगर कांग्रेस ने अंग्रेजी हमारे सर पर डाल दी | उच्च शिक्षा अंग्रेजी में होगी तो गरीब किसान का बेटा - बेटी आगे कैसे बढ़ पायेगा ? ये षड्यंत्र था कि अगर उच्च शिक्षा हिंदी में हो गई तो गरीब के बच्चे भी आगे बढ़ जायेंगे इसलिए अंग्रेजी लाद दो ताकि बड़े लोग के बच्चे हीं बड़े पदों पर आसीन हो |
उन्होंने कहा - अंग्रेजी कोई योग्यता का प्रमाण नहीं है , योग्यता किसी भी भाषा में हो सकती है इसलिए मध्यप्रदेश ने तय किया है कि अपने राज्य में उच्च शिक्षा की पढ़ाई हिंदी में होगी |
मध्यप्रदेश का विकास भाजपा सरकार का लक्ष्य बन चूका है और यह सत्य है तभी चकाचक इंदौर देखने को मिलता है | रीवा संभाग में 7 लाख किसान भाई - बहनों के खाते में 140 करोड़ राशि डालने की बाते भी की गई |
26 जनवरी से पूर्व इस राज्य को नए साल का तोहफा मिल गया , माना जा सकता है | मेडिकल कॉलेज खुल जाने से गंभीर इलाज के लिए भी अब सिंगरौली की जनता बाहर नहीं जायेगी | सिंगरौली से देश को बिजली भी मिलता है इसलिए यहाँ उर्जा कॉलेज खोलने की भी योजना बनाई जा रही है | पॉवर प्लांट में जिस स्केल में नौकरी की योग्यता चाहिए अब यहाँ के नागरिक को मिल सकेगा और वे सरकारी नौकरी के मोहताज नहीं रहेंगे | बहुत जल्द 29 लाख रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे |
अगर हर जगह ऐसे हीं उत्थान का काम होता रहा तो विवाद कहीं नजर नहीं आएगा और लोग अपनी कुर्सी पर कायम रहेंगे | मुख्यमंत्री ने एक बहुत हीं बड़ी समस्या का हल कर दिया , अंग्रेजी भाषा को अलग रखकर | पढ़ाई में ये बहुत बड़ी बाध्यता थी जिसका पहल वर्षो पूर्व बिहार के मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर ने की थी | लोग उनकी बातों पर ध्यान नहीं दिए , नहीं तो आज हिंदी सर चढ़कर बोलती और अंग्रेजी शांत पड़ जाता मगर तब ऐसा नहीं हुआ मगर आज भी इस पहल पर लोग कदम बढ़ा दे तो ............ ! ( न्यूज़ / फीचर :- रुपेश आदित्या , एम० नूपुर की कलम से )
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