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डिस्को किंग कहे जाने वाले करोड़ो दिलो की धड़कन - संगीतकार व गायक बप्पी लहरी का मंगलवार की रात निधन हो गया , वे 69 साल के थे | उन्होंने अपने चाहने वाले के दिलो को झकझोर कर रख दिया | लोगो ने सपनों में भी नहीं सोंचा था कि एक दिन इनकी जुदाई बेकल करेगी |
मंगलवार 16 फ़रवरी को मुंबई के जुहू स्थित क्रिटी केयर हॉस्पिटल में इन्होने अंतिम साँस ली | मंगलवार को अचानक उनकी तबियत खराब हो गई , जिससे उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था| मगर अफ़सोस उन्हें बचाया न जा सका और उन्होंने दुनियां को अलविदा कहा |
संगीत की दुनियां का बादशाह कहे जाने वाले डिस्को किंग ने कई उभरते हुए सितारों को पटल तक पहुंचाया | संगीत में एक ऐसा जादू है जिससे लोग खींचे चले आते है और कलाकारों को पसंद करना आरम्भ कर देते है | बॉलीवुड में कई ऐसे कलाकार है जो बप्पी दा की संगीत से स्टार बन करोड़ो दिलो पर अपना दस्तक दिया | उसमे मिथुन चक्रवर्ती भी एक ऐसे अभिनेता है जिन्होंने फिल्म डिस्को डांसर में अभिनय कर स्टेज पर जब इस गाने "आई एम ए डिस्को डांसर" को अपनी अदा में समेटा तो गायक पीछे छूट गए , परन्तु करोड़ो दिलो पर मिथुन चक्रवर्ती छाकर उनके पाँव को थिड़कने पर मजबूर कर दिया |
डिस्को किंग बप्पी लहरी के शरीर पर सोने के गहने इस कदर शोभा पाते रहे जैसे उन्हें स्थाई जगह मिल गया हो | मगर उन गहनों को क्या मालूम कि एक दिन उन्हें भी अलग रहना होगा | अब वह गहना भी मातम मना रहा होगा जिस गहनों को संगीत के पूजारी की शरीर पर धारण होने की आदत पड़ गई थी |
27 नवम्बर 1952 कोलकाता की धरती पर अपनी धड़कन में संगीत की धून लिए भारत का यह सपूत जन्म लेकर पूरी दुनिया में तहलका मचाते हुए दस्तक दिया | भारत में इन्होने एक अलग हीं पहचान बनाया और आरम्भ से लेकर आजतक करोड़ो दिलो की धड़कन में धड़कते रहे है | इनकी संगीत में कुछ अलग हीं जोश भरा अंदाज समझने को मिलता है | साथ हीं इन्होने जिस गाने को अपनी आवाज दी , उस गीत में संगीत के साथ साथ एक नूर भी भरा था जिससे लोग नहाते चले गए |
हजारो गीतों को इन्होने अपनी संगीत से सवांरा | साथ हीं कई भाषाओं को भी अपनी संगीत की माला में पिरोया |हिंदी से आरम्भ होकर तमिल , तेलगू , कन्नड़ , गुजराती , मराठी , मलयालम , पंजाबी , भोजपुरी के साथ हीं कई अंग्रेजी गानों को भी कम्पोज किया |
बप्पी लहरी आज इस दुनियां में नहीं | मगर यह सच है कि कुछ कलम इंसान के मरने से पूर्व उन्हें मार देती है या उन्हें बीमार कर देती है जो ठीक नहीं | ऐसे हीं कुछ माह पूर्व थोड़े से व्यूज और धन की खातिर बप्पी लहरी के तबीयत के विषय में भी सन्देश छोड़ा गया था कि - बप्पी लहरी की तबीयत खराब है और उन्होंने अपनी आवाज को खो दिया |
यह सन्देश करोड़ो लोगो को दुखी कर दिया | बप्पी दा ने इसके जवाब में लिखा था - ये जानकर दुःख हो रहा है कि - कुछ मीडिया हाउस में मेरी सेहत और आवाज को लेकर गलत खबरे आई है | मेरे फैन्स और मेरे चाहने वालो की दुआओं से मै अच्छा हूँ |
यह सन्देश कितना दुखी किया होगा बप्पी दा के मन को ! आज ऐसे कुटिल मन को राहत व ठंढक मिल गया होगा | ऐसे कलम को चलाने से क्या फायदा ? जो जीवित व्यक्ति को मार दे या बीमार कर दे ! माँ सरस्वती द्वारा दिया गया उपहार का गलत इस्तेमाल करना कदापि उचित नहीं | खैर ......
सोनी टीवी से प्रसारित होने वाला रियलिटी सिंगिंग शो "इंडियन आइडल" में हर साल वह दस्तक देकर बच्चो को प्रेरित करने के लिए मेहमान की कुर्सी पर विराजमान होते रहे |साथ हीं उन्होंने कई बच्चो को सोने की जेवरात भी भेंट की , यह उपहार बच्चो के उत्साह में चार चाँद लगाने के लिए थे |
आज बप्पी दा नहीं मगर इंडियन आइडल की वह कुर्सी भी हर वर्ष इनकी याद में सजता रहेगा | बच्चे इन्हें याद करेंगे कि - एक दौर वो भी था जब बप्पी दा जेवरात बांटा करते थे , एक दौर ये भी है जब हम उनके आशीर्वाद से खाली हाथ रह गए |
भारतीय फिल्म के इतिहास में कभी न मरने वाला इन्द्रधनुषी रंगों में पिरोया और नूर भरा यह नाम सदैव संगीत की आभा से दमकता हुआ आने वाली पीढ़ी के लिए प्रेरणा बन रौशन करेगा जहां को |
सहृदय बप्पी दादा का दिल इतना कोमल था कि जब उन्हें पता चला कि उनके मामा किशोर दा की मृत्यु हो गई तो उन्होंने अपनी म्यूजिक को हीं बंद करने का मन बना लिया था | परन्तु अपने पिता और लोगो को कहने पर फिर से संगीत को आरम्भ किया और गायक शब्बीर कुमार की सूर को संगीत में सजाया - गीत "गोरी है कलाइया" और यह गाना और फिल्म दोनों हीं सुपरहिट रहा |
बॉलीवुड की दुनिया में मंगलवार को एक ऐसा भूचाल आया जिससे सबके प्यारे बप्पी दा की जिंदगी हमेशा के लिए सो गई | मगर इतिहास में ये सदैव याद किये जायेंगे | कभी न मरने वाला यह नाम अमर है और करोड़ो दिलो में सदैव धड़कता हीं रहेगा | हर पल में लोग महसूस करेंगे कि - बप्पी दा उनके आसपास हीं है और यहीं सच है आम आदमी के मरने पर और ख़ास आदमी के मरने पर | जिसमे आम तो ख़ाक में मिल जाता है मगर ख़ास अपनी खासियत से पूरी दुनियां में अपने नाम में नूर भरकर इन्द्रधनुषी रंग बिखेर देता है |
लोग गमगीन मन से बप्पी दा को अपनी श्रधांजलि अर्पित कर रहे है | वहीं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी बप्पी दा की मृत्यु से इमोशनल हुए और लिखा - श्री बप्पी लहरी का संगीत बहुत हीं खूबसूरती के साथ भावनाओं को बयाँ करता था | पीढियों के लोग उनके काम को हमेशा याद रखेंगे | उनका जिवंत स्वभाव हमेशा याद रहेगा | आज उनके जाने से दुखी हूँ | उनके परिवार व प्रशंसको को मेरी संवेदनाये | ॐ शांति ...... |
भव्याश्री परिवार की तरफ से आपको श्रद्धा सुमन अर्पित | ......... ( मनोरंजन की दुनियां :- रुपेश आदित्या , एम० नूपुर की कलम से )
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