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उड़िया की मशहूर अभिनेत्री के सुसाईड करने के बाद बुधवार 6 जुलाई को उनके बॉयफ्रेंड संतोष पात्रा ने सुसाईड कर लिया |
रश्मि रेखा की मौत के बाद पुलिस आयुक्त द्वारा संतोष पात्रा से पूछताछ जारी था , इसलिए कि ये दोनों एक साथ रहते थे | ऐसा माना जा रहा है कि - पूछताछ के बाद देर रात इन्होने आत्महत्या कर ली |
संतोष पात्रा का शव फंदे से लटका हुआ पाकर उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहाँ डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया | उनकी मृत्यु के बाद उदित नगर थाना में केस दर्ज किया गया जिसके बाद मामले की जांच में पुलिस जुटी है |
अभी तक रश्मि की मौत का भी पुख्ता सबूत पुलिस के पास मौजूद नहीं है | कारण कि - रश्मि ने अपनी सुसाईड नोट में अपनी मौत के लिए किसी को भी जिम्मेदार नहीं ठहराया | इसलिए पुलिस ने इसे अननेचुरल डेथ करार देते हुए केस दर्ज किया था |
रश्मि की मौत से पूर्व संतोष पात्रा उनसे अलग रह रहे थे , बावजूद रश्मि के पिता ने संतोष पात्रा पर आरोप लगाया कि - रश्मि की मौत का जिम्मेदार संतोष पात्रा है | संतोष ने हीं उसकी मौत की सूचना पिता को दी थी | घर के मालिक से रश्मि के पिता को पता चला था कि - रश्मि और संतोष दोनों पति - पत्नी की तरह रह रहे थे , जबकि रश्मि के पिता को इस विषय में कोई जानकारी नहीं थी |
रश्मि की उम्र 23 साल थी और 18 जून को उन्होंने सुसाईड किया था | भुनेश्वर के नयावाली इलाके में किराए के घर में इनका शव फंदे से लटका मिला था |
अपनी दोस्त की मौत के बाद संतोष मानसिक रूप से काफी परेशान थे , यह बात संतोष की माँ ने कहा और बोला कि - मेरा बेटा डिप्रेशन में था इसलिए उसने ऐसा गंभीर कदम उठाया | माँ ने यह भी बताया कि - वह कितनी बार आत्महत्या करने का प्रयास किया था मगर हम किसी तरह उसे दिलासा देकर जिन्दा रख रहे थे |
दो जिंदगी बिवादो में उलझकर समाप्त हो गई या फिर कहे कि - यह अपनी उलझनों को सुलझा न सके और घबराकर ख़ुदकुशी को हीं शांति का जरिया बना लिया | दोनों में किसी ने नहीं सोंचा कि उन्हें पालने में उनके परिवार को कितना वक्त लगा होगा ? कितनी भावनाएं , कितना प्यार लगा होगा ? एक पल में अपनी जिंदगी को समाप्त कर लिए मानो उनकी जिंदगी पर सिर्फ उनका अधिकार हो | खैर ....... जो भी हुआ अच्छा नहीं हुआ , ऐसे लोगो को अपनी उलझनों को सुलझाने में वक्त खर्च करना चाहिए न की ख़ुदकुशी कर के परिवार को रुलाना चाहिए | याद रखने की बात है जिंदगी नहीं मिलती दूबारा और बच्चे परिवार और देश के भविष्य होते हैं |
दूसरी बात कि - संतोष की माँ को जब यह मालूम था कि उनका बेटा डिप्रेशन में है और कई बार ख़ुदकुशी करने की कोशिश की तो ऐसे में इस बात को उन्हें गंभीरता से लेनी चाहिए थी न की हलके में | .......... ( न्यूज़ / फीचर :- रुपेश आदित्या , एम० नूपुर की कलम से )
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