Breaking News
मृत्यु अपना कारण ढूँढ हीं लेती है और हम समय पर कोई इल्जाम नहीं लगा सकते , इसलिए कभी कभी जब मृत्यु सर पर मंडराने लगता है और इंसान की बुद्धि भी छिन्न हो जाती है तो लोग बोल पड़ते है - "विनाश काले विपरीत बुद्धि" |
कुछ ऐसा हीं हुआ है सिंगर "सिधु मुसेवाला" की मृत्यु के पीछे का कारण में :-
अक्सर मूसेवाला अपनी पिस्टल में पूरी कारतूस भरकर निकलते थे , परन्तु 29 मई को ऐसा नहीं हुआ , उनकी पिस्टल में सिर्फ 2 कारतूस थे | सिधु मूसेवाला अपने घर पर हीं बैठे थे कि अचानक उन्हें अपनी मौसी की याद आ गई और वे उनसे मिलने के लिए मन बना लिए | मूसेवाला ने पहले पजेरो निकाला जिसमे उनके गनमैन भी साथ बैठे थे , मगर वह गाड़ी पंचर हो गई | सिधु गाड़ी से उतरकर अपनी "थार" निकाली | गनमैन जब बैठने को हुए तो उन्होंने बोला - कुछ हीं दूर जाना है , 10 मिनट में लौट आयेंगे | यह कहते हुए अपने 2 मित्र गुरविंदर सिंह और गुरप्रीत सिंह के साथ निकल पड़े |
इनके ये दोनों मित्र अभी लुधियाना के DMC अस्पताल में भर्ती है | आम आदमी पार्टी के विधायक गुरप्रीत वाणावली ने सिधु के दोनों जख्मी दोस्तों से अस्पताल में मिले और 29 तारीख की यात्रा के विषय में जानकारी प्राप्त की | इनदोनो के लिए अस्पताल में कड़ी सुरक्षा की व्यवस्था की गई है , बाहरी किसी भी व्यक्ति को मिलने की इजाजत नहीं है |
मूसे वाला के दोस्त ने बताया और सिधु के घर पर लगे CCTV फूटेज जिसके द्वारा पुलिस ने इस घटना को दी गई अंजाम का नजारा देखा तो मूसे वाला जब अपनी गाड़ी थार से आगे बढ़े तो करीब 500 मीटर के बाद हीं मेन रोड पर उनके पीछे एक कोरोला गाड़ी लग गई थी| दोस्तों ने कहा कि - यह गाड़ी हमारा पीछा कर रही है तो मूसे वाले ने कहा कि - यह हमारे फैन्स होंगे जो मुझे फॉलो कर रहे है | रुकने पर अक्सर ऐसे लोग उनके साथ फोटो खिचवाया करते थे |
अब दोनों गाड़ी तलवंडी मानसा रोड पर पहुँच चुकी थी जहाँ से दो रास्ते निकलते है | मूसे वाले ने अपनी गाड़ी दायीं तरफ मोड़ ली , वहीं कोरोला गाड़ी बायीं तरफ मुड़ी | यह देख मूसे वाला ने कहा - यह फैन हीं थे , यह देख दोस्त भी आश्वस्त हो गए और चिंता जाती रही , तभी अचानक तेजी से आती हुई कोरोला गाड़ी थार को ओवेरटेक कर बराबर में चलने लगी और सबसे पहले थार के 3 टायर को पंचर कर दिया |
मूसे वाले ने दोस्तों से कहा कि - वे घबराए नहीं , हौसला रखे मेरे पास पिस्टल है | मगर उनके पिस्टल में सिर्फ 2 हीं कारतूस भरे थे और यह जानकारी उन्हें भी नहीं थी | मूसे वाले ने भी फायरिंग का जवाब दिया , जवाब पाकर हत्यारे लौटने वाले हीं थे कि अचानक वहां एक बोलेरो आकर रुकी और उसके अन्दर से मूसे वाले की गाड़ी पर गोली बरसती चली गई |
अब मूसे वाला के पास गोली का जवाब देने के लिए पिस्टल में कारतूस नहीं थे और सामने वाले की फायरिंग होती रही जिसके बाद मूसे वाले लुढकर अपने दोस्त की गोद में गिर पड़े | हत्यारे इस बात से आश्वस्त थे कि मूसे वाले के पास कारतूस नहीं और वे दम तोड़ चुके है , तब जाकर वे वापस लौटे |
पुलिस को मूसे वाले की हत्या में "रुसी AN-94 अलॉस्ट राइफल" होने का संदेह है | हत्यारे मूसे वाला की थार गाड़ी के 3 टायरो को पंचर कर गाड़ी को भागने की गति को ठहरा दिया , इसके बाद लगातार गोलियों की बरसात शुरू हुई | चूकि गाड़ी वे स्वयं चला रहे है इसकी जानकारी हत्यारे को पहले से हीं थी , इसलिए ड्राइविंग साइड पर हीं ज्यादातर गोलियां चलाई गई |
इनके ह्त्या के पीछे के राज से सभी वाकिफ हुए है और बहुत सारा खुलासा होना अभी बाकी है जिसकी सच्चाई को देश के सामने लाने के लिए पुलिस लगी है | बहुत जल्द सभी कुछ छनकर बाहर आ जायेगा | मगर अफ़सोस इस बात का सदैव बना रहेगा कि - 28 साल के सिंगर सिधु मूसे वाला की हत्या क्यूँ और कैसे हुई ?
यह उम्र उस दौर का शुभारम्भ है जहाँ लोग अपने सपनों की मंजिल पाने के लिए कदम बढ़ाते है | सिधु की गति भी बहुत र्तेज गति से आसमान को छू रही थी , परन्तु इनकी उंचाई को ग्रहण लग गया और गति थम गई |
कभी भी गर संदेह हो तो वहीं ठहर जाए | सिधु की गाड़ी का पंचर होना , शायद ! समय का एक ईशारा हो जिसे सिधु समझ नहीं सके और थार में बैठकर निकल पड़े जिससे उनके सर पर काल मंडरा गया | आज के दौर में मेरिटेशन बहुत जरुरी है , यह इंसान के अन्दर पॉवर को बढ़ाता है और यह पॉवर आपके बचाव का कारण बन सकता है | ......... ( न्यूज़ / फीचर :- रुपेश आदित्या , एम० नूपुर की कलम से )
रिपोर्टर