Breaking News
उम्रकैद की चादर में लिपटे राम रहीम , जो डेरा सच्चा सौदा प्रमुख है | इनके साथ अन्य 4 आरोपियों को भी उम्रकैद की सजा सुनाई गई और साथ हीं 31 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया | यह फैसला सोमवार को CBI की स्पेशल कोर्ट ने सुनाई है | फैसले से अवाक रह गए सभी के सभी !
जेल में काट रहे उम्रकैद की सजा राम रहीम पर 3 उम्र कैद की सजा लगी | पहली सजा - दो साध्वी के साथ यौन शोषण जो 25 अगस्त 2017 , दूसरी सजा - पत्रकार रामचंद्र छत्रपति के क़त्ल में 17 जनवरी 2019 और 18 अक्टूबर 2021 को मैनेजर रंजित सिंह को गोली मारकर हत्या की जुर्म में लगाईं गई |
डेरा मनेजमेंट कमिटी के सदस्य रंजित सिंह की गोली मारकर 10 जुलाई 2002 को हत्या की गई थी | हत्या के मामले में 2003 को पुलिस की जाँच से असंतुष्ट रंजित सिंह के पिता ने हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था और CBI से जांच कराने की मांग रखी थी | जिसमे कोर्ट ने इनकी याचना पर सुनवाई करते हुए CBI से जाँच के आदेश की मंजूरी दी थी |
उम्रकैद की सजा से सभी लोग वाकिफ है | CBI के अधिवक्ता ने इस बात को स्पष्ट तौर पर कहा है कि - सजा माफ़ न किये जाए तो इन्हें तमाम उम्र जेल के अन्दर हीं काटना होगा , जब तक की इनके सांसों की गति चल रही है |
पहला - साध्वी के यौन शोषण में भुग्तभोगी बने , दूसरा - पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की हत्या में उम्रकैद मिला , जिसमे वे सजा के भुग्तभोगी बने और तीसरे में अपने हीं मनेजर की गोली मारकर हत्या करने के जुर्म में दोषी करार हुए |
सोमवार 18 अक्टूबर 2021 को सीबीआई के स्पेशल कोर्ट के जज सुशील गर्ग ने जो सजा सुनाई , उसे सुनकर सभी की सोंच पर पानी फीर गया और जैसे लगा कि - ये सभी सातवें आसमान से जमीन पर गिर गए हो | रंजित सिंह ह्त्या कांड के फैसले में - जसवीर , कृष्णलाल , अवतार और सबदिल को लेकर पुलिस CBI कोर्ट पहुंची थी | राम रहीम को कोर्ट नहीं लाया गया , वे रोहतक जेल से विडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये मौजूद थे |
सफ़ेद रंग के कुर्ते- पैजामे में नजर आये राम रहीम ने सर पर सफ़ेद टोपी भी पहन रखी थी | मगर अब यह सफ़ेद पोशाक दागदार हो गया है | उम्रकैद की सजा से भयभीत राम रहीम को उनके अधिवक्ता जो की दिल्ली से आये हुए थे , इनका नाम अजय वरमन है | इन्होने CBI कोर्ट के फैसले से कहा है कि - अब वे इस सजा के खिलाफ पंजाब और हरियाणा के हाई कोर्ट में अपील करेंगे | अधिवक्ता महोदय ने कोर्ट में इनके पक्ष में सामाजिक कार्यकर्ता होने की दुहाई देते हुए , सजा में रिआयत करने का निवेदन किया था | साथ हीं इनके सेहत को लेकर भी विनती की | मगर कानून तो सबके लिए एक होता है , जहाँ न उम्र देखा जाता है और न हीं ओहदा |
इनके वकील ने कहा कि - डेरा प्रमुख राम रहीम को खट्टा सिंह और दूसरे ऐसे लोगों की गवाही पर यह सजा सुनाई गई है , जो स्वयं पहले कई बार ब्यान बदल चुके है |
इस बात से यह जाहिर होता है कि अधिवक्ता महोदय ने CBI के जजमेंट पर सवाल खड़ा कर दिया है | जब की पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट ने हीं इस केस को रंजित सिंह के पिता के गुहार पर CBI को सौंपा था | जिसमे डेरा प्रमुख सहित पांच लोगों पर आरोप दर्ज हुआ और 2007 को चार्जफ्रेम हुए एवं इस बीच केस चलता रहा , सुनवाई होती रही | 8 अक्टूबर 2021 को CBI कोर्ट ने पाँचों को दोषी ठहराया था और 18 अक्टूबर को इन सभी को उम्रकैद की सजा सुना दी गई |
जैसा कि कोर्ट के फैसले पर इनके अधिवक्ता अजय वरमन ने सवाल खड़ा कर दिया और पंजाब हरियाणा कोर्ट में अपील करने की बात कही है , तो यह करवाई पंजाब और हरियाण कोर्ट के फैसले पर हीं तो CBI के हाथ लगा था| अब फिर से वहीं से चलना आरम्भ होगा , जहाँ से इस केस की सुनवाई आरम्भ हुई थी | क्या इसमे कोर्ट के समय की बर्बादी नहीं ?
CBI की जाँच से पूरी दुनियां वाकिफ है | जल्दीबाजी में कोई भी सजा CBI किसी को भी नहीं सुनाती , इस बात से पूरी दुनियां के अधिवक्तागण वाकिफ है | बावजूद लड़ाई को लम्बा खींचने में लगे रहते है | जबकि सच पर झूठ का जीत कभी नहीं होता |
CBI कोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुनाई जो बहुत बड़ी राहत है इनके लिए | शुक्र है कि - CBI ने इन्हें फांसी की सजा नहीं सुनाई , जबकि हत्या का संगीन जुर्म इनपर लग चूका है |
राम रहीम ईश्वर का एक ऐसा नाम है जिसे इंसान अपने से जोड़कर कलंकित कर देता है |अच्छे कर्मों का फल तो सदैव अच्छा हीं होता है , फिर इस मन में बुराई की टोकड़ी आखिरकार क्यूँ घर कर जाती है ? जिसमे इंसान , इंसान न रहकर हैवानियत की हद पार कर जाता है | उस वक्त स्वयं को लोग बाहुबली समझते है | मगर समय का चक्र जब कानून का दरवाजा खटखटाता है तो सभी स्पष्ट होकर आसमान में लगे बादल स्वतः टल जाते हैं |
कानून अँधा होता है , क्यूंकि कानून के आँखों पर काली पट्टी बंधी है | कानून सिर्फ संविधान में बनाए गए नियम व धारा को मानता है | यहाँ कोई रिश्वत व रिश्तेदारी नहीं चलती , यह समझना सबके लिए जरुरी है | अध्यात्म का पाठ पढ़ाने वाले लोग ऐसी गलती क्यूँ कर बैठते है ? अध्यातम बहुत सरल और स्पष्ट है | फिर जिंदगी में इतनी उलझने क्यूँ ? जिसमे उलझकर सारी जिंदगी तंग और तबाह हो जाती है |
जिंदगी नहीं मिलती दूबारा , इसलिए हर गलती बचिए और बचाइये स्वयं को| ...... ( न्यूज़ / फीचर :- भव्याश्री डेस्क )
रिपोर्टर