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मुस्कान / हंसी व अधखूले लव इंसान के व्यक्तित्व में बत्तीस सितारे जड़ते हैं | जैसे कि - हीरे से निकलने वाली सतरंगी नूर व चमक , जिसकी आभा से प्रभावित हुए बिना लोग नहीं रह सकते और इसकी तरफ आकर्षित होते हैं | ठीक वैसे ही मोतियों सी दांत पर एक आकर्षक चमक और मुंह से निकलने वाले वाक्यों का सौंधापन इंसान को एक दूसरे के प्रति खिंचाव पैदा करता है |
तभी तो टीवी पर दिखने वाले विज्ञापन रोमांटिक बनाकर पेश किये जाते है | दिल पर दिल का दस्तक और आवाज आती है - "दूरियां नजदीकियां बनी" | खैर ...... यह तो रही टीवी पर चलने वाले विज्ञापन की बात | मगर हम आपको हकीकत बता दे कि - लोग अक्सर अपनी दांत के प्रति लापरवाही बरतते है |
चेहरे की चमक व निखार के लिए नियमित ब्यूटी टिप्स लेते और ब्यूटी पार्लर में जाते है | सौन्दर्य निखार के लिए बदन पर अच्छे पोशाक , पाँव में जूत्ते , सेंडिल , नेल में पौलिश करने से कोताही नहीं बरतते | अपने व्यक्तित्व आकर्षण के लिए सुबह सवेरे व्यायाम तक करते है | परन्तु अगर बात आ जाती है दांतों की तो लोग इसे टालने की कोशिश करते है और जब दर्द हद से गुजरने लगता है , तब जाकर चिकित्सक के पास अपना हाल बयाँ करते व दिखलाते है | आखिर ऐसा क्यूँ है ? यह सोंच और चिंतन का विषय है !
आज हम आपको इसी समस्या से सम्बंधित समाधान के लिए मुंबई की दंत चिकित्सक डॉक्टर डॉली एच० गाला के साथ एक साक्षात्कार में कुछ महत्वपूर्ण सवालो का जवाब आपके लिए समर्पित कर रहे है | लेकिन इससे पहले हम डॉक्टर डॉली के विषय में इनका परिचय दे दे |
यह एक दंत चिकित्सक है और वर्षो से दांत के अनुभव में पारंगत है | इनके पास लोग दांत की समस्या से निजात पाने आते है | जैसे दांत दर्द , दांत को स्वक्च्छ कराना या नकली दांत लगवाने हेतु दस्तक देते है |
डॉक्टर डॉली कहती है - इन्हें रोग मुक्त कर मुझे बहुत शकुन मिलता है , अब यहीं मेरा पैसन बन गया है | बचपन से हीं इनका सपना व रूचि रहा है - दंत चिकित्सक बनना , जिसे उन्होंने अपनी मेहनत व बल बूते सफ़लता हासिल कर मंजिल बनाया | मैडम बहुत खुश है अपने कार्य से |
हमारा सबसे पहला सवाल था :- उम्र बढ़ने के साथ - साथ दांतों में पीलापन का आना क्यूँ और उसका निदान ?
डॉ डॉली कहती है :- दांतों की नियमित व सही तरीके से सफाई न करना व खाने पीने की कुछ ऐसी चीजे जो लोग इस्तेमाल करते है , उससे दांतों पर लगा इनैमल दूषित हो जाता है और दांत पीले नजर आने लगते है |
प्रश्न :- इनैमल क्या है ?
इनैमल को हम दांत कवर करने वाला एक बाहरी आवरण कहते है , यह शरीर में सबसे कठोर ऊतक है | यह किसी चीज को चबाने / काटने / क्रंच करने के साथ पसीने से बचाने का कार्य भी करता है | मीठी चीजे खाने से दांतों पर चढ़ा आवरण , जिसे इनैमल कहा गया है , खराब हो जाता है और यह दूबारा नहीं आ सकता | इसलिए कुछ भी खाने पीने के बाद खासकर मीठी चीजे रात को खाते है , तो सोने से पूर्व ब्रश अवश्य करे | ज्यादा दबाव देकर ब्रश न करे और दांतों को पिसने का भी काम न करे , इससे इनैमल को नुकसान पहुंचता है | इसके लिए जरुरी है - चार छह महीने के अंतराल पर अपनी दांतों को चिकित्सक से दिखलाना , जिससे आपके दांत स्वच्छ व सुन्दर बने रहेंगे |
प्रश्न :- दांत से खून व बदबू आने का कारण व निवारण ?
दांत से खून आना कोई खास वजह नहीं होता | ब्रश करते समय दांत व मसूड़ो में चोट लगने की वजह से भी कभी कभी खून निकलने लगता है | इसके लिए अपने मसूड़ो पर ध्यान देना और मजबूत बनाना आवश्यक है | जहाँ तक बदबू आने की बात है , तो यह दांत को स्वस्थ न होने का संकेत देती है | जिससे दांत ढीले पर जाते है और पायरिया के कारण मुंह से बदबू निकलती है | पायरिया से निदान के लिए कुछ उपचार है जिससे मुक्ति पाया जा सकता है | परन्तु कुछ करने से पूर्व दांत के डॉक्टर से सलाह लेना जरुरी होगा | साथ हीं चाय या कुछ गर्म खाने पीने के तुरंत बाद ठंडा या फ्रीज का पानी न पीये , इससे भी दांत का कमजोर पड़ जाना लाजमी है |
प्रश्न :- दांतों में कीड़ा लगने का विशेष कारण ?
अधिक मीठा व्यंजन खाने से वह दांतों में चिपक जाता है , जिसके कारण बैक्टेरिया उतपन्न होना आरम्भ कर देता है | ऐसे में खाने के बाद दांतों की सफाई करनी चाहिए और रात को सोने से पूर्व भी ब्रश करके सोये , तो दांत व मसूड़े स्वच्छ / सुंदर / चमकीले बने रहेंगे व दिखेंगे | ऐसे में कीड़े लगने का डर नहीं सताएगा |
प्रश्न :- दांतों में बीमारी के प्रकार ?
दांतों की बीमारियों का संबंध शरीर के अन्य बीमारियों से भी होता है | जैसे - चीनी की बीमारी , इससे मसूड़ो में सुजन का आना तय है | वहीं मुंह से बदबू आना , दांत का ढीलापन आदि कई समस्याएं है | ऐसे रोगग्रस्त लोगो के मुंह से निकलने वाले लार में उत्पन्न कीटाणु ज्यादा सक्रीय हो जाते है , इसलिए उनके मसूड़ व जबरा की हड्डी में संक्रमण के लक्षण दिखाई पड़ते है और दांत कमजोर पड़ जाता है |
चीनी ग्रस्त रोग वाले को अपना ब्लड सुगर नियंत्रित रखना चाहिए | ह्रदय रोग का दांत के दर्द से भी आंकड़ा लिया जाता है | जैसे कि - गर्दन . बांह , जबड़ा , पीठ एवं दांत में तकलीफ महसूस , सीने में भारीपन , ऐसे में फिजिशियन से संपर्क जरुरी है | अक्सर जानकारी के आभाव में लोग गलत तरीके से अपनी सोंच से उपचार करना आरम्भ कर देते है | ह्रदय रोग वाले लोगो को अक्सर अपनी दांत का चेकअप करवाते रहना चाहिए | ऐसा इसलिए कि - पायरिया रोगी के मुंह से होने वाले किसी घाव या छाले द्वारा मवाद में पाए जाने वाले कीटाणु रक्तवाहिनियों के द्वारा उनके ह्रदय तक पहुँच जाता है और बैक्टेरिया इंडोकारडाइटिस रोग का शिकार होकर स्वयं को क्षति पहुंचाते है |
प्रश्न :- विटामिन K और C का दांतों से क्या सम्बन्ध है ?
एक बात हम आपको बताना चाहेंगे कि - आम आदमी विटामिन K से अनभिज्ञ है | जबकि ब्लड क्लॉटिंग , हड्डी और हार्ड के मरीज के लिए यह बहुत हीं महत्वपूर्ण पोषक तत्व है | दांत और हड्डियों को विटामिन K मजबूती प्रदान करता है | अगर शरीर में इसकी पूर्ति नहीं है तो इसके अभाव में शरीर में कई बीमारियाँ घर कर सकती है |
अब हम विटामिन C के विषय में बता दे कि - इसकी कमी से मसूड़ो में खून आने का ख़ास कारण माना जा सकता है और अगर मसूड़ो से ब्लीडिंग होती है , तो इसके कई लक्ष्ण - जैसे बदबूदार साँस , मसूड़ो में सुजन , मसूड़ो को लाल या फीका पड़ जाना , दांतों का ढीला होना या फिर अल्सर | मनुष्य को इन सबसे बचने का एक सरल तरीका है कि विटामिन C और K को अपने दिनचर्या में जरुर अपनाये |
डॉक्टर डॉली से पूछने पर कि - इसका सही कारण व निवारण बताये ? तो उन्होंने कहा कि - हम विस्तार से इसका कोई ठोस कारण नहीं बता पाएंगे , जबतक की हम मरीज को सामने से नहीं देख लेते | लोगो के लिए यह जरुरी है कि वे चिकित्सक की सलाह लिए बिना कोई भी उपचार न करे | इससे खतरा के बढ़ने का आशंका हो सकता है | ठीक वैसे हीं जैसे कि - वेगैर ज्ञान सड़को पर गाड़ी चलाना |
विटामिन C संतरे में प्रयाप्त मात्रा में पाया जाता है और हर विटामिन किसी न किसी खाने की चीज में मौजूद रहता है | लेकिन सवाल यह है कि - महिला या पुरुष , बच्चे या बुजुर्गगण का आवश्यकता से अधिक या कम विटामिन शरीर में होना रोग का कारण बन सकता है |
हर सवालो पर डॉक्टर डॉली एच गाला से हम विस्तृत जानकारी आपको विडियो के जरिये भी अवश्य पहुंचाएंगे , ताकि आप इनसे रूबरू हो पाए |
फिलहाल डॉक्टर डॉली के जवाब से संतुष्ट होते हुए मैंने उन्हें धन्यवाद कहा | बहुत सारे सवाल अभी भी मन में कुलबुला रहे थे जिसे एक बार में आप तक पहुंचाना संभव नहीं था | बहुत से रोग का निदान हम अगले सीरिज में जारी करेंगे | फिलहाल अगर आप भी किसी रोग से ग्रसित है और प्रश्न का जवाब लेना चाहते है तो डॉक्टर सुनिए के अंतर्गत अपनी तस्वीर व परिचय सहित अपना सवाल हमारे ईमेल पर भेज सकते है | दांतों से संबंधित आपके हर रोग के निदान के लिए आपके साथ खड़ी है डॉक्टर साहिबा |
जिस तरह वेगैर गुरु का ज्ञान नहीं मिलाता वैसे हीं वगैर चिकित्सा रोग से निदान मिलना भी संभव नहीं |
महिला हो या पुरुष , बच्चे हो या प्रौढ़ सभी की हसरतों में शामिल है स्वयं को निखारा जाना | परन्तु मुखड़े की सुन्दरता से क्या हम पूर्ण हो जाते है ? कदापि नहीं , हम पूर्ण तब होंगे जब हमारी मुस्कराहट में अद्दभुत खुशबू व चमक पैदा होगी | तभी लोग बोल उठेंगे - इनकी दांतों में हीरे सी सतरंगी चमक है | ........ स्वास्थ्य से सम्बंधित समस्या व निदान |
नोट :- आप अपना सवाल bhavyashri000@gmail.com पर पूछ सकते है |
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