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शादी में दहेज़ लेना या देना , दोनों हीं क़ानूनी अपराध के दायरे में आता है , यह दहेज़ निषेध अधिनियम 1961 की धारा - III में दर्ज है | इस धारा के तहत - दहेज़ लेने / देने और इसमे सहयोग करने वाले को 5 साल की कैद और 15 हजार रुपये जुर्माने की सजा हो सकती है |
भरतपुर के उच्चैन कस्बे की तियापट्टी कॉलोनी में 23 जनवरी को एक ऐसी शादी संपन्न हुई , जिसमे 1 करोड़ 15 लाख 1 सौ 1 रुपये नगद दिए गए | इसके अतिरिक्त 1 लाख रुपये से ज्यादा कन्यादान की राशि भी ससुराल वालो को दी गई | जिस लड़के को दहेज़ दिया गया है वह आबकारी विभाग में इन्स्पेक्टर है | जानकारी के आधार पर - आबकारी विभाग सरकार के वाणिज्य विभाग कर विभाग का एक हिस्स होता है | यह विभाग मुख्य रूप से अवैध शराब को रोकने का काम करती है |
कोरोना गाइड लाइन का उलंघन करते हुए इस विवाह में करीबन 800 से ज्यादा मेहमान ने हिस्सा लिया | जिसमे वर्तमान विधायक व पूर्व विधायकगण , उच्चैन के प्रधान भी शामिल हुए | बावजूद वहां स्थानीय प्रशासन ने भीड़ जुटने पर कोई आपत्ति नहीं जताई |
सूचना के आधार पर बात जब प्रकाश में आया तो भरतपुर के कलेक्टर आलोक रंजन ने कहा कि - विडियो के जरिये हीं इस विवाह के विषय में मुझे जानकारी मिली है | मैंने उच्चैन SDM से रिपोर्ट मांगी है | शादी में कोरोना गाइडलाइन्स का उलंघन किया गया है तो नियमानुसार करवाई की जायेगी |
जिस लड़की की शादी में इतने दहेज़ दिए गए है , उनके पिता का नाम अर्जुन सिंह है | इन्हें 2019 में कामा की धीलावटी चौकी से सस्पेंड किया गया है | अनिल शर्मा नाम के एक व्यक्ति जो फिरोजाबाद के रहने वाले है , उनसे रिश्वत के रूप में 2 लाख रुपये न मिलने पर चौकी में ही मारपीट करने का आरोप लगा था | साथ हीं इन्हें गैर हाजिर रहने पर विभाग से बर्ख्वास्त कर दिया गया |
अर्जुन सिंह गढ़ी बाजना थाना इलाके के रहने वाले है | यहाँ पर इनका दो मकान है जिसमे एक में बैंक चलती है | ये तीन भाई है जिसमे इनके हिस्से तीन बीघा पुस्तैनी जमीन हाथ लगी है | इनके दो लड़के है - एक जयपुर से MBBS की पढ़ाई कर रहे है , वहीं दूसरा लड़का घर पर रहकर हीं सरकारी सर्विस की तैयारी में लगे है |
दहेज़ लॉ व कोरोना गाइडलाइन के नियम के उलंघन पर SP देवेन्द्र विश्रोई ने कहा है कि - बर्ख्वास्त थानेदार पर करवाई की प्रक्रिया अपनाई जायेगी |
ASI की बेटी की शादी का मामला प्रकाश में आया | इस शादी में दी गई दहेज़ की राशि को 500 की नोट में बनी गड्डियों को परात में सजाकर दिखाया जा रहा है , जो चर्चा का विषय बना और इसका विडियो भी बनाया जा रहा है | आश्चर्य इस बात का कि - वर्तमान विधायक महोदय के सामने करोड़ से ज्यादा दिए गए दहेज़ की घोषणा होती रही | तालियों की गड़गड़ाहट ने सभी में उत्साह बिखेरा , जैसे की श्रीमान कोई जंग जीतकर भाषण दे रहे हो और समाज में जागरूकता फैला रहे हो | भाषण कुछ इस तरह कि जैसे - अपनी आजादी को हम हरगिज भुला सकते नहीं , सर कटा सकते है लेकिन सर झुका सकते नहीं वाली बात हो |
इन्होने बारातियों के स्वागत में भी कोई कसर नहीं छोड़ी | बारातियों को 511 रुपये और 1 पगड़ी भेंट में दी गई |
आश्चर्य और अफ़सोस इस बात का भी है कि - आज बेटियां हर दौर में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेती आ रही है | ऐसे में इतना दहेज़ देकर शादी करना आज की तारीख में किसी बेटी को शोभा नहीं देता , इसे कहेंगे दहेज़ को बढ़ावा देना | बेटी का नाम दिव्या कुमारी है और दिव्या कुमारी ने भी खामोश रहकर दहेज़ और कोरोना गाइडलाइन को बढ़ावा दिया जो उचित नहीं |
सभी तथ्य के आधार पर इस शादी में की गई उलंघन और दहेज़ जैसी कुरूतियों को बढ़ावा देने के तौर पर इनपर किस तरह की करवाई होगी या फिर इस फाइल पर कुछ दिन / महीने / साल धुल जमकर बाते धूमिल हो जायेगी , कहना मुश्किल है | मगर इतना कहा जा सकता है कि - जबतक घर की बेटियां अपनी शादी में दी गई दहेज़ और बेटे लिए गए दहेज़ पर अंकुश नहीं लगायेंगे , तबतक शायद ! इस कुरूतियों को जड़ से खत्म करना बहुत हीं मुश्किल है |
सरकार नियम बनती है , मगर उस नियम पर चलना जनता का काम है | यहाँ खुलेआम दहेज़ लिए और दिए जाते है और कितनी बेटियां दहेज़ के कारण जलाई जाती है | सर्वप्रथम तो बेटियों को यह पूछनी चाहिए कि - आखिरकार इतनी राशि हमारे घर में कहाँ से आया ? इस धन से कितने निर्धन बेटियों की शादी करा दी जाती तो लोग वाहवाही करने से चुकते नहीं और कोई इल्जाम भी नहीं लगता | खैर ...... !
विडियो में इस तरह की दिखावट जो परात नोट की गड्डियों से भरा हो और विडियो में इस तरह के दृश्य दिखाए जा रहे हो और बोला जा रहा हो , यह कितना उचित है और कितना अनुचित , कानून के दायरे में लिपटा यह सत्य तय करना देश के 135 करोड़ जनता के हाथ में है | ...... ( न्यूज़ / फीचर :- रुपेश आदित्या , एम० नूपुर की कलम से )
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