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भारत के मसीहा बने बॉलीवुड अभिनेता व रियल हीरो "सोनू सूद" की तस्वीर फ़िल्म मैगज़ीन स्टारडस्ट के कवर पेज पर अप्रैल माह में छपी है | यह वहीं फ़िल्मी मैगज़ीन है , जिन्होंने कभी सोनू सूद के तस्वीर को रिजेक्ट किया था |
कहा जाता है - उगते हुए सूरज को सभी प्रणाम करते है | सुबह सवेरे गुड मोर्निंग का प्रचालन है , मैसेज लिखने व पढ़ने का | पास में एक कप चाय और गुड मोर्निंग का मैसेज न हो तो , अब ! लगता हीं नहीं कि सहर हुआ , जिंदगी का |
लेकिन अभी हम बात कर रहे हैं ऐसे सूरज का , जो उदय तो बहुत पहले हो गया था | मगर उनकी रौशनी , इंसानी जिंदगी के जख्मों पर अपनी गर्माहट का लेप नहीं चढ़ाया था | हम बात कर रहे हैं सोनू सूद की | आज देश हीं नहीं विदेशों में भी सोनू सूद सिर्फ चमकता हुआ सितारा नहीं उगता हुआ सूरज बन चुके है | जिनका नाम लिए बिना , कितने के घरो में सुबह नहीं होता |
कोरोनाकाल के इस भयावह दौर से जब इंसान के बीच त्राहि मची , तो बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद आगे बढ़कर , उन लोगों को घर तक पहुंचवाया था , जो अक्षम थे | इस अभिनेता को क्या नाम दे ? लोगों ने तो उन्हें भगवान बना दिया | शायद सही है ! ईश्वर अपने स्वाभाविक रूप में कभी आते नहीं , वह तो किसी इंसानी रूप में हीं दर्शन देते है | तो सोनो सूद उन्हीं का एक रूप कहा जा सकता है , जो जरूरतमंद लोगों के लिए इस धरती पर किसी पॉवर के रूप में अवतार लिए है |
सोनू सूद ने अपने ट्विटर पर स्टारडस्ट मैगज़ीन का कवर पेज शेयर किया | जिसमे वह अच्छे पोज में नजर आ रहे है | मैगज़ीन पर लिखा है - क्या "रियल हीरो" सोनू सूद ने दूसरे "रील" हीरोज से मार्च छीन लिया है ? सोनू सूद पोस्टर शेयर करते हुए लिखा - सालो पहले , स्टारडस्ट मैगज़ीन शूट के लिए ऑडिशन दिया था , लेकिन रिजेक्ट हो गए थे | वो दिन ऐसा था , जब मैंने पंजाब से स्टारडस्ट के ऑडिशन के लिए अपनी तस्वीर भेजी थी , लेकिन रिजेक्ट हो गया था |
आज स्टारडस्ट के इस प्यारे से कवर के लिए शुक्रिया कहता हूँ , आभार !
इतना पाने के बावजूद , सोनू सूद में कोई उतावलापन नहीं | उनकी गंभीरता , सरलता और व्यक्तित्व की आभा दूर से झलकती है | लोगों ने उनके तस्वीर पर दूध चढ़ाया , उनके नाम से होटल खोला , अपने बेटे का नाम रखा , उन्हें भारत के प्रधानमंत्री बनाए जाने की बात कही | उनकी तस्वीर को अपने घर के मदिर में स्थापित करना , ये सबसे बड़ी उपलब्धि है | इतना के बाद भी स्वाभाविक रूप से सोनू सूद अपने हाथ से पेय पदार्थ का ग्लास लोगों के आगे बढ़ाते हुए ,मुस्कराहट के साथ वे अक्सर दिखाई पड़ते है |
यूँ हीं तो कोई नहीं बन जाता , इतनी बड़ी मैगज़ीन के कवर पेज का हकदार |
आज सोनू सूद की दुनियां दीवानी है | ऐसे व्यक्तित्व को हीं मसीहा कहा जाता है | एक बार फिर हमारा भारत सोनू सूद जैसे सपूत पाकर गर्वान्वित है और होता रहेगा | क्यूंकि हमारे भारत की मिट्टी में गुण हीं ऐसे है , जिनके सपूत इतिहास लिखते रहे है और लिखते रहेंगे | ...... ( न्यूज़ / फीचर :- भव्याश्री डेस्क )
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