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मुंबई नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के पूर्व जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े की जिंदगी में एक के बाद एक उलझन घड़ करती जा रही है | अब इनके होटल व बार का लाइसेंस रद्द किया गया | यह रेस्टुरेंट और बार सद्गुरु के नाम से नवी मुंबई में चलता है |
समीर वानखेड़े के पास सद्गुरु बार व रेस्टुरेंट चलाने का परमिट 1997 से है |
नवाब मलिक जो महाराष्ट्र सरकार के कैबिनेट मंत्री और NCB के वरिष्ठ नेता है , उन्होंने समीर वानखेड़े पर कई आरोप लगाते हुए यह भी कहा है कि - क्या एक केंद्र सरकार का अधिकारी अपने नाम पर बार का लाइसेंस रख सकता है ? उन्होंने यह शिकायत केन्द्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड के पास की थी | इसलिए नवी मुंबई में सद्गुरु होटल और बार को दिए गए लाइसेंस को रद्द कर दिया गया है |
इस होटल और बार के मालिक समीर वानखेड़े है | इनपर आरोप लगा है कि - इन्होने 1997 में दायर लाइसेंस आवेदन में अपनी उम्र को गलत तरीके से दर्ज किया था और यह बात प्रशासन की ओर से भी बताया जा रहा है | गलत उम्र दर्ज किये गए , साक्ष्य व सबूत के आधार पर थाणे जिला के DM ने करवाई करते हुए इनके होटल व बार का लाइसेंस रद्द कर दिया है |
समीर वानखेड़े जैसे होनहार अधिकारी इनदिनों मुसीबतों से घिरते हीं जा रहे है | एक के बाद एक मुसीबतों से उनका सामना हो रहा है , जिसमे उन्हें दोषी करार दिया जा रहा है | हालाकि वानखेड़े परिवार क़ानूनी सलाह ले रहे है , बावजूद आखिरकार वे अपना बचाव किस स्तर पर करेंगे कहना मुश्किल है | परन्तु उन्होंने मंत्री मलिक के दावे को ख़ारिज करते हुए कहा है कि - वह मंत्री के खिलाफ मानहानि का मुक़दमा दर्ज करेंगे | इस आधार पर कि - मेरी माँ ने उस रेस्त्रा को ख़रीदा था और मै उसमे भागिदार था और मै पढ़ता भी था | साथ हीं प्रबंधक के रूप में भी कार्य करता रहा | जब मै सिविल सेवा में आया तो मेरे पिता भागीदार बन गए | मैंने सरकार के पास सभी घोषणा का जिक्र किया है |
मंत्री नवाब मलिक ने क्रूज मामले में भी इनपर आरोप लगते हुए वसूली तक की बाते कही थी और उन्होंने मीडियाकर्मी से भी कहा - समीर के पिता राज्य के आबकारी विभाग में कार्यरत थे और उन्होंने समीर के नाम पर रेस्त्रा और बार चलाने का लाइसेंस हासिल किया था | उस वक्त समीर की उम्र 17 साल 10 महीने थी | ऐसे में किसी भी व्यक्ति के नाम से लाइसेंस जारी करने का नियम नहीं है , जिसने 18 साल की उम्र पूरी न की हो | बावजूद इनके पिता ने इस प्रक्रिया को पूरी किया | हर बार वानखेड़े के नाम पर बार का नवीनीकरण किया जाता है | साथ हीं एक बात और कि - 2017 में समीर वानखेड़े ने एक सरकारी कर्मचारी के रूप में नियम के तहत अपनी संपत्ति घोषित की थी , उसमे बार का उल्लेख किया गया था |
सूचना के आधार पर एक बार फिर हम आपको बता दे कि - समीर वानखेड़े ने 29 अक्टूबर 1997 में यह लाइसेंस हासिल किया था , उस वक्त इनकी उम्र 17 वर्ष 10 महीने थी | जबकि इनका जन्मदिन 14 दिस्मबर को आता है और जन्म 1979 को हुआ |
मंत्री नवाब मलिक की शिकायत पर गौर करते हुए लाइसेंस रद्द करने का कदम उठाया गया है |
सद्गुरु बार व रेस्टुरेंट के मैनेजर गणेश शेट्टी ने कहा है कि - अभी तक उनके पास कोई अधिकारिक पत्र नहीं मिला |........( न्यूज़ :-रुपेश आदित्या , एम० नूपुर की कलम से )
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