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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा कांग्रेस पार्टी को टुकड़े टुकड़े गैंग की लीडर बताये जाने पर कोटा देहात जिला कांग्रेस सेवादल के जिला अध्यक्ष मनोज दुबे ने तीव्र निंदा करते हुए कहा कि - देश के प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पार्टी के लिए ऐसे शब्द , शैली , भाषा का उपयोग किया है जो एक प्रधानमंत्री को कदापि शोभा नहीं देता | जिस पार्टी को उन्होंने टुकड़े टुकड़े गैंग बताया है , उसी पार्टी की कड़ी मेहनत , दिमाग और कुर्बानियों ने देश को आजादी दिलवाई है और एक इतिहास लिख दिया जो कभी मिट नहीं सकता |
एक कहावत है - मुर्गे की जान गई मगर खाने वाले को स्वाद नहीं मिला | मै फिर से उन्हें याद दिलाना चाहूँगा जिन्हें याद नहीं कि - त्याग / तपस्या / बलिदान कांग्रेस पार्टी की पहचान रही है | देश और देश के नागरिको को जोड़ने का काम अगर किसी ने किया है तो वह सिर्फ कांग्रेस पार्टी है और प्रधानमंत्री को ऐसी पार्टी के लिए इस तरह के शब्द शैली का इस्तेमाल करना बेहद शर्मनाक और दुर्भाग्यपूर्ण लगा |
आसमान ऊँचा है वह कभी भी आपके बराबर नहीं हो सकता | लाख कोशिश करे या उस पर पत्थर फेंके , वह आसमान को क्षति पहुंचाए बिना आपके हीं सर पर वार करेगा यह सत्य है | कांग्रेस पार्टी की सोंच की उंचाई का विस्तार भी आसमान की तरह हीं व्यापक है | अगर कांग्रेस पार्टी टुकड़े टुकड़े गैंग है तो इस गैंग के सदस्यों को बीजेपी अपने दल में भरने के लिए व्याकुल क्यूँ ?
कांग्रेस के लिए उन्होंने गलत शब्दों का इस्तेमाल कर छलनी किया है भारत के लोगो को | बीजेपी अपनी कथनी को याद करे जिन्होंने देश के बेरोजगारों को प्रतिवर्ष 2 करोड़ रोजगार देने , 2022 तक किसानो की आय दोगुनी करने , सभी को पक्के मकान दिए जाने , महंगाई को कम कर 15 - 15 लाख रुपये सभी के बैंक खाते में डालने की बात करते हुए अच्छे दिनों के सतरंगी सपने दिखाकर कदम पीछे कर लिया | बीजेपी सरकार उनकी भावना से खेलकर उनके सपने को टुकड़े टुकड़े कर डाले जिसका देश को मलाल है |
मनोज दुबे ने कहा है कि - केंद्र की भाजपा सरकार हीं टुकड़े टुकड़े गैंग है | यह वह पार्टी है जिन्होंने देश के करोड़ों बेरोजगार , नौजवानों किसान भाई - बहन , मजदूरों व अन्य लोगो के साथ वादा खिलाफी कर उनके सपने को टुकड़े टुकड़े कर यह सिद्ध कर दिया कि वह स्वयं टुकड़े टुकड़े गैंग है |
देश में हिन्दू मुस्लिम कौन करता है ? यह किसी से छुपा नहीं है | धर्म के नाम पर समाज को बांटने , सोहार्द के नाम पर विष घोलने वाले वे स्वयं है | हम तो यहीं कहेंगे - अहिंसा के पुजारी राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी के हत्यारे गोडसे को पूजने वाली भाजपा हीं टुकड़े टुकड़े गैंग है |
यह सारी बाते और मनोज दुबे की तीखी प्रतिक्रिया आखिरकार क्यूँ छलनी होकर सामने आई इसे हम स्पष्ट कर दे |
सोमवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लोकसभा में कांग्रेस को निशाने पर रखते हुए कहा कि - विभाजनकारी मानसिकता इनके सीने में घर कर गई है | अंग्रेज चले गए लेकिन ये उनकी विरासत को आगे बढ़ा रहे है | कांग्रेस आज टुकड़े टुकड़े गैंग की लीडर बन गई है |
मनोज दुबे ने सिर्फ इसी शब्दों का पलटवार कर बोला - टुकड़े टुकड़े गैंग बीजेपी है | बात चाहे किसी भी मुद्दे पर किसी की भी हो राजनीति में यह आम बात है | परन्तु शब्दों में थोड़ी लचक हो तो और भी बेहतर होता है | बात चाहे किसी भी पार्टी की हो परन्तु शब्दों में ठंढापन हर किसी को शीतल करता है |
हम यहाँ देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कही गई बात या आलोचना करनेवाले पर अपनी कोई प्रतिक्रिया न देते हुए बस इतना कहेंगे कि - ऐसी बाते सोंचने पर हर किसी को मजबूर करता है शब्द और पलटवार दोनों हीं |
मनोज
दुबे ने यह कहते हुए अपनी बातो को विराम दिया - "जाके पाँव न फटी बिवाई ,
वो क्या जाने पीर पराई" | भाजपा को दूसरे के दर्द / क्लेश / पीड़ा व सपने
टूटने पर चोट की तीव्रता का एहसास नहीं | इसी कमी को ढकने के लिए कांग्रेस
को टूकड़े टुकड़े गैंग कहा जो कदापि उचित नहीं सरासर गलत है | ......... (
न्यूज़ / फीचर :- रुपेश आदित्या , एम० नूपुर की कलम से )
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