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शनिवार को दिल्ली के वसंत विहार मोहल्ले में एक महिला ने अपनी 2 बेटी के साथ आत्महत्या कर ली | फ्लैट के कमरे में दरवाजा और सभी खिड़की प्लास्टिक से पैक कर दिए गए थे और सिलिंडर का नोब भी खुला था |
अंगीठी जलने से वहां जहरीली कार्बन मोनोऑक्साइड गैस बना | बीमार हालत में मंजू देवी ने इस जघन्य अपराध को अंजाम दिया |
सूचना के आधार पर वह बहुत दिनों से बीमार चल रही थी , विस्तर से उठ पाना उनके लिए बहुत मुश्किल था | पिछले वर्ष अप्रैल में उनके पति उमेश श्रीवास्तव की मृत्यु कोरोना वायरस से हुई थी | परिवार काफी दुखी था | उमेश श्रीवास्तव चार्टेड अकाउंटेंट थे , इनके गुजर जाने के बाद घर की आर्थिक स्थिति कमजोर पड़ गई जिससे क्षुब्ध होकर वो जिंदगी को काट रही थी |
मंजू देवी के घर में काम करने वाली बाई सुबह से घर का कई बार चक्कर लगा चुकी थी , परन्तु किसी ने दरवाजा नहीं खोला | मोबाइल की घंटी बजती रही मगर किसी ने उठाया नहीं , तो बाई ने पड़ोसियों को इस बात की जानकारी दी | पड़ोसी ने खिड़की के जरिये फ्लैट के अन्दर झाकने की कोशिश की तो वहां गैस फ़ैलने का एहसास सा हुआ , फिर इस बात की जानकारी पड़ोसी ने पुलिस को दी |
सूचना मिलते हीं थाना प्रभारी अन्य पुलिस दल सहित मौके पर पहुंचकर देखा तो - दरवाजा और खिड़कियाँ चारो तरफ से बंद था | पुलिस ने दरवाजा को तोड़ा तो पाया कि गैस सिलिंडर का नोब खुला था और अंगीठी जल रही थी | अंगीठी से निकलने वाला धुंआ बाहर न निकले इसके लिए कमरे को पूरी तरह प्लास्टिक से सील कर दिया गया था |
सुसाइड नोट में लिखा था , फ्लैट में आने वाले लोगो के लिए सूचना - कमरे में बहुत हीं जानलेवा कार्बन मोनोऑक्साइड गैस भरा है | यह गैस ज्वलनशील है , कृपया खिड़की खोलकर और पंखा चलाकर कमरे को वेंटिलेट करे | माचिस , मोमबती या बिजली कुछ भी न जलाए , पर्दा हटाते समय सावधान रहे ,क्यूंकि कमरा खतरनाक गैस से भरा है , साँस न ले |
पुलिस ने मंजू देवी और उनकी बेटियों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है | इन तीनो की मृत्यु दम घुटने से हुई |
सुसाईड नोट में लिखी गई चेतावनी से यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि - मंजू देवी को अपने घर के अन्दर प्रवेश करने वाले लोगो के जान की प्रवाह थी , तभी ऐसे निर्देश लिखे गए थे | मगर इतना भी नहीं सोचा कि - अपने दुख को किसी से शेयर करके कम कर पाती |
मंजू देवी की उम्र 50 वर्ष थी और उनकी 2 बेटी जिसका नाम अंशिका और अंकू जिनकी उम्र 30 और 26 वर्ष थी |
सुलगती हुई अंगीठी में जहरीली रासायनिक पदार्थ को डालकर जलता हुआ छोड़ दिया था| यह घटना वसंत विहार स्थित वसंत अपार्टमेन्ट में फ्लैट नंबर 207 का है |
पुलिस उपायुक्त मनोज सिंह ने कहा कि - इनकी मृत्यु दम घुटने से हुई है | पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद इस बात का खुलासा हो पायेगा कि - मंजू देवी अपनी बेटी के साथ किसी जहरीली पदार्थ का सेवन भी तो नहीं किया था ! ............. ( न्यूज़ / फीचर :- रुपेश आदित्या , एम० नूपुर की कलम से )
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