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पंजाब से राजस्थान के लिए गुरुवार को उड़ान भरी मोगा जिले में एयरक्राफ्ट की फाइटर विमान MIG - 21 क्रैश होने से पायलट अभिनव चौधरी की मौत हो गई |
एक ट्रेनिंग सेशन के दौरान कल रात करीब 1 बजे पायलट अभिनव चौधरी , राजस्थान से सूरतगढ़ के लिए उड़ान भरी थी | सूचना के आधार पर पश्चिमी सेक्टर में इंडियन एयरफोर्स की ट्रेनिंग चल रही है | इस ट्रेनिंग में बड़ी फाइटर जेट्स हिस्सा ले रहे हैं | युद्धाभ्यास में हिस्सा लेने के बाद रात करीब 2 बजे सूरतगढ़ एयरबेस की तरफ वापस लौट रहे थे | मोगा जिले के ऊपर से निकलते समय , विमान के इंजन में आग लग गई | पायलट अभिनव चौधरी ने विमान को बहुत संभालने का प्रयास करते हुए , विमान को आखिरी अवस्था तक में जनहित में रेजिडेंसियल इलाके से दूर ले जाने का प्रयास किया , ताकि वहां सभी कुछ सुरक्षित रहे | इसलिए की अभिनव को विमान क्रैश होने का अंदाजा मिल गया था और इसी मोड़ पर उनका विमान काफी नीचे आ गया | पर अफ़सोस वक्त की मार ऐसी पड़ी कि इजेक्ट करने के बावजूद जब वे कूदे तो उनका पैराशूट नहीं खुल पाया , जिससे गिरकर उनकी गर्दन टूट गई और वे शहीद हो गए और वहीं विमान एक जोरदार धमाके के साथ नीचे गिर गया | उस स्थान से 2 किलोमीटर दूर अभिनव चौधरी का शव मिला , जिन्हें ढूढ़ने में करीब 4 घंटा लग गया |
विमान हादसा की जानकारी कंट्रोल रूम को मिली | सूचना मिलते हीं मोगा के SSP हरमनवीर सिंह गिल सहित पुलिस के तमाम आला अधिकारी घटना स्थल पर पहुंचे | इसके साथ हीं हलवारा एयरफोर्स की टीम भी पहुँच गई | इन सभी ने मिलकर अभिनव चौधरी के शव को ढूंढ निकाला | एयरफोर्स , इस हादसे की कोर्ट ऑफ़ इन्क्वायरी का आदेश दिया है |
अभिनव चौधरी की शादी 25 दिसम्बर 2019 को मेरठ में हुई थी | इनकी पत्नी सोनिया उज्जवल ने फ़्रांस में मास्टर ऑफ़ साइंस की पढाई की है | इनकी शादी की चर्चा दूर - दूर तक फैली | उन्होंने ससुराल से दी गई धनराशि और समान , ससुराल वालो को सादरसम्मान लौटा कर सगुन में सिर्फ एक रुपया रख लिया था | इनका मानना था कि - शादी दो परिवार का मिलन होता है | दहेज़ प्रथा जैसे कुरीतियों का जड़ से खात्मा कर देना चाहिए | अभिनव उत्तरप्रदेश के बागपत जिले के रहने वाले थे |
उनके पिता सतेन्द्र चौधरी किसान है और माँ सत्य चौधरी गृहिणी है | एक छोटी बहन भी है जिसका नाम मुद्रिका चौधरी है |
बीते 5 वर्ष में 483 से ज्यादा MIG विमान हादसा का शिकार हुआ , जिसमे 170 पायलट की जान चली गई | इससे पूर्व 17 मार्च को भी एक हादसे में MIG - 12 फाइटर विमान बाइसन उड़ान के दौरान क्रैश हो गया था | इस हादसे में एअरफ़ोर्स के कैप्टन की जान गई |
आज सुबह से हीं उस स्थान पर गिरे , विमान के मलबा को , क्रेन के सहयोग से हटाने का कार्य जारी है |
आज हमने फिर एक जाँबाज पायलट को खो दिया है | अंतिम अवस्था तक में उन्होंने किसी तरह विमान को खेतों तक लाने में अपनी जान की बाजी लगाकर सफल हुए अन्यथा अगर विमान आबादी वाले इलाके के नीचे गिरता तो न जाने इसका दृश्य क्या होता | परन्तु आज पुरा देश अभिनव चौधरी के साथ हुए इस हादसे पर उनके परिवार के साथ मातम मना रहा है | क्यूंकि अभिनव चौधरी सिर्फ उनका बेटा नहीं , ये तो भारतवर्ष के बेटे थे | इसलिए इनका यह योगदान कभी भुलाया नहीं जा सकता | ईश्वर इनके परिवार को एक हिम्मत और शक्ति दे , ताकि कभी न भूलने वाले दर्द से उन्हें राहत मिल सके | ........ ( न्यूज़ / फीचर :- भव्याश्री डेस्क )
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