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कन्नड़ टीवी एक्ट्रेस सावी मडप्पा उर्फ़ सौजन्या ने गुरुवार 30 सितम्बर को अपने आवास पर सुसाईड कर लिया | मरने से पूर्व उन्होंने सुसाईड नोट भी लिखा , जिसपर उनके हस्ताक्षर दर्ज है |
उन्होंने अपनी मानसिक हालत के कारण को व्यक्त किया है , जिसका सामना करने में वो सक्षम नहीं थी | वे कर्नाटक के कोडागु जिले की रहने वाली हैं ,लेकिन बैंगलोर में रहने लगी थी | सौजन्या के द्वारा लिखा गया यह सुसाईड नोट 3 दिन पूर्व का है , जिसमे उन्होंने 4 पेज के नोट में अपने परिवार और दोस्तों से माफ़ी मांगी है | सुसाईड नोट में उन्होंने स्वयं को जिम्मेदार ठहराते हुये इस कदम को अपना बेवकूफी भरा दौर माना है | साथ हीं उन्होंने स्वीकार भी किया है कि - मैंने वादा किया था कि - मै अपने जीवन में कभी भी ऐसी बेवकूफी नहीं करुँगी | लेकिन मेरे पास कोई विकल्प नहीं था | मै पूरी तरह अन्दर हीं अन्दर मर रही थी | मै हर दिन डाउन होती जा रही थी | स्वयं को मैंने पहले कभी इस तरह नहीं देखा था |
सौजन्या के इस सुसाईड नोट की खबर पाकर , उनके परिवार , फैंस व करीबी के बीच गम का आलम छा गया है | सौजन्या ने कई पोपुलर टीवी शो में काम करके प्रशंसको का दिल जीतकर उनसे भरपूर प्यार पाया था | सौजन्या ने कई साउथ फिल्मों में भी अभिनय किया है |
आखिरकार ऐसी अदाकारा स्वयं को समाप्त करना क्यूँ समस्या का हल मानती है | इतने सारे प्रशंसक उनके साथ होते हैं | आखिरकार इतने सारे प्रशंसक , परिवार और दोस्त के रहते भला कोई ऐसा जघन्य कदम उठाने पर क्यूँ हो रहा मजबूर !
बहुत हीं दुःख की बात है कि - इस भागमभाग की दौर में कोई किसी के गम को बांटने को तैयार नहीं | मरने के बाद मातम मनाने के लिए कदम आगे बढ़ जाता है | साथ हीं सोशल मीडिया पर सहानुभूतिपूर्ण बातें लिखकर जिम्मेदारी का इतिश्री कर दिया जाता है | बहुत हीं दुःख की बात है कि सौजन्या ने किसी से अपनी गम / घुटन को शेयर नहीं किया | काश कि ! मरने से पहले ऐसे कमजोर लोग अपनी परिस्थिति को शेयर करे |
सौजन्या की उम्र मात्र 25 वर्ष थी | 25 वर्षों में उन्होंने ऐसा क्या खो दिया ? जिसे वह पा नहीं सकती थी ! यह सुसाईड की घटना लिखते हुए मुझे बड़ा हीं दुःख हो रहा है कि - आखिरकार ऐसी परिस्थिति क्यूँ उत्पन्न हो जाती है इन सेलेब्रिटी के साथ !
सौजन्या के कमरे का दरवाजा अन्दर से बंद था , पुलिस को दरवाजा तोड़ना पड़ा | सौजन्या ने अपने पैरो पर टैटू भी बना रखा था , जो साफ़ नजर आया | हालाकि पुलिस आत्महत्या के कारण का तलाश ढूंढ रही है और सौजन्या के परिवारव दोस्तों से पूछताछ जारी है | पुलिस ने सौजन्या के शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है |
जनवरी माह में कन्नड़ बिग बॉस की कंटेस्टेंट जयश्री रमैया ने भी आत्महत्या करके लोगों के दिलों पर गहरा चोट दिया था |
यह माना जा सकता है कि - कभी - कभी फिल्म या टीवी पर पर्याप्त काम नहीं मिल पाता , जिससे उनकी आर्थिक समस्या पर गहरा असर पड़ता है | परन्तु मेरा मानना है कि - क्या दुनियां में एक हीं रास्ता है जीने के लिए !
2020 में जयश्री रमैया का एक फेसबुक पोस्ट आया था , जिसमे उन्होंने अपनी इच्छा मृत्यु की कामना जाहिर करते हुए बताया कि - वे डिप्रेशन से जूझ रही है | उन्होंने लाइव आकर अपना प्रॉब्लम बताते हुए कहा था - मै आर्थिक तौर पर मजबूत हूँ , लेकिन डिप्रेशन में हूँ | मेरे पास बहुत सारी निजी परेशानियाँ है | एक अहम बात जो उन्होंने कहा कि - मुझे बचपन में धोखा मिला और इसे दूर करने में मै असमर्थ हूँ | मै एक हारी हुई महिला हूँ , जिसे इच्छा मृत्यु चाहिए |
वहीं महाराष्ट्र के कालवा इलाके में स्थित गौरी सुमन सोसाइटी में रहने वाली एक सीरियल की अभिनेत्री ने अपनी 17 वर्षीय बेटी की हत्या इसलिए कर दी , क्यूंकि उन्हें स्वयं आत्महत्या करना था | वे मानसिक रूप से परेशान थी , क्यूंकि उन्हें काम नहीं मिल रहा था | उनके पास से पुलिस को एक सुसाईड नोट मिला था , जिसमे उन्होंने लिखा था कि - वह बहुत तनाव में है और अपनी बेटी श्रुति की हत्याकर आत्महत्या करने जा रही है |
मानसिक रूप से तनाव में आना कोई खास बीमारी नहीं , मरने से बेहतर है स्वयं को उस तनाव भरे खाई से बाहर निकालना | जैसे कि - अभी हाल हीं में बॉलीवुड अभिनेत्री दीपिका पादुकोण ने "कौन बनेगा करोड़पति" के मंच से स्वयं के डिप्रेशन में आ जाने की बात कही थी | परन्तु उन्होंने कोई भी गलत कदम नहीं उठाते हुए अपने आप को इतना ज्यादा निखारा कि , डिप्रेशन तो कोसों दूर भगा , वह आज करोड़ों लोगों के दिलों पर राज कर रही है | साथ हीं उन्होंने अपनी संस्था के माध्यम से लोगों को जीवनदान के लिए कदम बढ़ाया है |
आप भी अगर अपनी जीवन से निराश / हताश और बीमार हो चुके है , तो क्यूँ नहीं आप भी कुछ ऐसा कदम उठाते है , जिससे दुनियां आपको प्रेरणा समझकर स्वयं को प्रेरणा बनाने के लिए कदम बढ़ाये |
मेरा मानना है कि - ऐसे लोगों को साथ देने
के लिए हमारे भारत की 130 करोड़ जनता सदैव मदद के लिए तैयार रहती है | मगर
उन्हें क्या मालूम कि ऐसे कमजोर लोग स्वयं को समाप्त करने के लिए आतुर है |
अपने मन को मजबूत बनाइये और जीवन में हर दिन एक नई सुबह लाइए | ...... (
न्यूज़ / फीचर :- आदित्या , एम० नूपुर की कलम से )
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