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अफगानिस्तान का पश्चिम शहर हेरात में शनिवार को एक मिनी वैन में बम विस्फोट हुआ , जिस घटना में 7 लोगो की मौत हो गई | इस घटना में 4 महिलायें भी शामिल है |
तालिबान के कमांडर मावलवी ने हमले में 10 लोगो की घायल होने की भी सूचना दी है | उन्होंने कहा है कि - विस्फोट का मकसद क्या था ? अभी यह बात संदेह के घेरे में है और अभी इस हमले की जानकारी किसी संगठन ने नहीं लिया है |
हेरात जहाँ विस्फोट हुआ , यह अफगानिस्तान का तीसरा सबसे बड़ा शहर है | यह इरान के बोर्डर के पास है | यह इलाका काफी शांतमय देखा जाता है और यहाँ पर शिया हजारा समुदाय की अच्छी खासी तादाद है | यह समुदाय अक्सर ISIS और इस्लामिक स्टेट इन खुरासान के आतंकियों के निशाने पर रहता है | इसलिए संभावना है कि - हो सकता है इस विस्फोट में इसी संगठन का हाथ हो |
सीक्रेट डिपार्टमेंट के प्रवक्ता सबित हार्वी के अनुसार विस्फोट को पैसेंजर गाड़ी के आयल टैंक के ऊपर लगाया था | जिसमे 7 लोगो की मौत हुई और 10 घायलों में 3 की हालत बहुत हीं नाजुक है |
अफगानिस्तान में जब से तालिबान की सरकार बनी है , अफगानिस्तान मुसिबतों के घेरे में लिपटता हीं जा रहा है | ORF के रिपोर्ट के आधार पर हम आपको बता दे कि - वहां की 1 करोड़ जनता अभी भुखमरी की कगार पर खड़ी है और 2022 के आखिरी तक 90% लोग गरीबी रेखा के नीचे पहुँच जायेंगे | अफगानिस्तान की आबादी करीब पौने चार करोड़ है | वहां का जल जीवन अस्त व्यस्त है | इसलिए न वहां रोजगार का सही रूप व्यवस्थित है और न हीं कार्य करने पर एक मुश्त राशि नशीब |
ऐसे में जब से तालिबान की सरकार बनी है , बजट गड़बड़ा गया है | जैसे समुन्द्र में बिन पतवार नैया जैसा हाल कहा जा सकता है |
2020 में अफगानिस्तान का बजट लगभग 41 हजार करोड़ रुपये का था | अब 3 हजार 8 सौ करोड़ रुपये में सिमित हो चूका है | जिससे बजट में काफी गिरावट आई है | इसका आंकड़ा 91% दर्ज किया गया है | वह इसलिए कि - दुनियाभर के लोगो ने अफगानिस्तान को पिछले 2 दसक से मिल रही मदद पर अंकुश लगा दिया है | इंसान जिए तो जिए कैसे और यह अभाव तालिबानी हुकूमत को लेकर लोगो के सामने एक पहाड़ बनकर खड़ा हो गया , जिससे अन्य देशों ने अपना दामन पीछे कर लिया |
पश्चिम अफगानिस्तान में बीते सोमवार को भूकंप आया , जिसमे 12 लोगो की मौत हुई | बडघिस राज्य के कादिस जिले में रहने वाले घर की छते गिर गई , जिससे वहां के लोगो की मौत हुई | भूकंप की तीव्रता 5.3 थी | वहीं कई लोग घायल भी हुए जिसमे महिलायें और बच्चे भी शामिल है |
अगस्त में तालिबान का काबुल पर कब्ज़ा हुआ और अंतर्राष्ट्रीय सहायता पर रोक लगी | यहाँ का कुछ स्थान सूखे से प्रभावित है तो कुछ भूकंप की चपेट में आता रहता है , जिस भूकंप से सैकड़ो लोगो की मौत होती है |
एक बार फिर हम बता दे कि - हेरात में हुए बम विस्फोट का यह पहला मामला है | तालिबान के स्थानीय अधिकारी नईमुलहक़ हक्कानी ने कहा है कि - जाँच जारी है और कारण का पता लगाया जा रहा है | घायलों को राज्य के अस्पताल में भर्ती कराया गया है |
अफगानिस्तान
का आनेवाला समय कठिनाई से जुझनेवाला है , जिसमे वहां के लोगो का जीना
दुश्वार हो जाएगा | यह दुनिया के लोगो के लिए काफी दर्दभरा आलम होगा कि -
अफगानिस्तान के लोग बिना कसूर त्रस्त होंगे और जिंदगी में तबाही मचेगी | वो
इसलिए कि - 2021 के बाद से लगभग 8 लाख अफगानी कर्मियों को वेतन तक नहीं
दिया गया | ऐसे में 2022 के जाते - जाते वहां की स्थिति का क्या आलम होगा ?
कहना मुश्किल है | ..... ( न्यूज़ / फीचर :- रुपेश आदित्या , एम० नूपुर की
कलम से )
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