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गुरुवार को CBD बेलापुर क्षेत्र में महाराष्ट्र के रायगढ़ , पालघर , ठाणे के हजारों की संख्या में लोग उमड़ पड़े और नवी मुंबई के निर्माणाधीन अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे का नाम बदलकर दिवंगत नेता डी० बी० पाटिल के नाम पर करने की मांग करते हुए बेलापुर क्षेत्र में अपना विरोध प्रदर्शन किया |
प्रदर्शनकारियों ने मांग की है कि , 15 अगस्त तक हवाईअड्डे का नाम स्थानीय नेता के नाम पर रखा जाये | जबकि अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे का नाम शिवसेना के संस्थापक दिवंगत नेता बाल ठाकरे जो " मुख्यमंत्री महाराष्ट्र" उर्द्धव ठाकरे के पिता है के नाम पर रखने की घोषणा की गई है |
सूचना के आधार पर , लगभग 10 हजार की संख्या में प्रदर्शनकारी मौजूद थे और उन्होंने कहा कि - 15 अगस्त तक हवाईअड्डे का नाम दिवंगत नेता बाल ठाकरे के नाम पर रखे जाने के निर्णय को बदलकर दिवंगत नेता डी० बी० पाटिल के नाम पर रखने की घोषणा करे और परियोजना चला रही संस्था "शहर" और अधौगिक विकास निगम "सिडको" के विरोध के नारे लगाते हुए , प्रदर्शन कर रहे नेता ने धमकी भरे लहजे में कहा है कि - 15 अगस्त तक उनकी मांग पूरी नहीं की गई तो वे ग्रीनफिल्ड परियोजना का निर्माण कार्य बंद कर देंगे |
आयोजकों ने CBD बेलापुर में सिडको भवन का घेराव करने का भी मन बनाया था | परन्तु उनकी मंसा पर पानी फिर गया , जब परिस्थिति को देखते हुए पुलिस उपायुक्त शिवराज पाटिल ने सिडको कार्यालय तक आनेवाली मार्ग पर करीबन 4 हजार कर्मी , 500 अधिकारी और रिजर्व पुलिस बल इकाइयों को तैनात किया था | पुलिस उपायुक्त ने कहा कि - विरोध प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहा , परन्तु यह प्रदर्शन आयोजन प्रशासन से अनुमति लिए बिना किया गया और इसमें करीब 10 हजार लोगों ने हिस्सा लिया | साथ हीं कहा कि - उनके प्रतिनिधि ने सिडको के प्रबंधनिदेशक से मुलाकात कर उनके सामने अपनी मांग रखी |
पूर्व सांसद रमेश ठाकुर ने प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए , 15 अगस्त तक हवाईअड्डे का नामाकरण दिनकर बालू पाटिल एयरपोर्ट ( डी० बी० पाटिल ) के नाम पर रखने की बात करते हुए कहा कि - अगर ऐसा नहीं होगा , तो हवाईअड्डे का निर्माण कार्य रोक दिया जाएगा | उन्होंने कहा कि - डी० बी० पाटिल एक ऐसे स्थानीय नेता थे , जो हवाईअड्डे के निर्माण के लिए ली गई किसानों के जमीन का मुआवजा दिलवाने के लिए कदम बढ़ाया और किसानों का साथ देते हुए संघर्ष किया था | इसलिए दिवंगत नेता बाल ठाकरे की जगह डी० बी० पाटिल के नाम पर हीं रखा जाए |
बीजेपी के विधायक महेश भलाड़ी ने कहा - बाला साहेब ठाकरे का नाम , किसी और जगह दीजिये | इस एयरपोर्ट का नाम डी० बी० पाटिल के नाम पर होना चाहिए , क्यूंकि नवी मुंबई का डेवलपमेंट दिनकर बालू पाटिल जी की देन है | अगर ये एयरपोर्ट पुणे और पालघर में होता तो हम मांग नहीं करते | इसलिए उनके सम्मान में एयरपोर्ट का नाम रखा जाना चाहिए |
जबकि शहरी विकास मंत्री एकनाथ शिंदे ने घोषणा करते हुए कहा है कि - मुख्यमंत्री ने डी० बी० पाटिल एक्शन समिति को आश्वस्त किया है कि , किसी अन्य परियोजना का नाम किसान के नाम पर रखा जायेगा | एकनाथ शिंदे ने कहा कि - सरकारी योजना एजेंसी CDCO ने बाल ठाकरे के नाम पर अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे का नाम रखने का प्रस्ताव दिया है |
फिलहाल आगे आने वाले कल में पता चलेगा की नवी मुंबई में निर्माणाधीन अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे का नाम दिवंगत नेता बाल ठाकरे के नाम पर रखा जाएगा या फिर नाम में संशोधन किया जाएगा | संशोधन करने हेतु प्रदर्शन के समर्थक में कम्युनिस्ट पार्टी , कांग्रेस , भाजपा , मनसे आदि के नेतागण शामिल थे |
अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे का नाम चाहे जो भी रखा जाए , परन्तु निर्माण कार्य में बाधा डालना उचित नहीं | क्यूंकि यह निर्माण महाराष्ट्र को दो कदम और आगे ले जायेगा और नवी मुंबई में हवाईअड्डा की प्रगति तेज हुई तो मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे पर दबाव कम होने की उम्मीद बहुत बड़ी उपलब्धि होगी | क्यूंकि मुंबई में जनसँख्या वृद्धि के कारण उड़ान पर भी लोगों का आवागमन बढ़ता हीं जा रहा है और किसी भी फेस्टिवल या वेकेशन के समय लोगों को सफ़र के लिए बहुत हीं कठनाई का सामना करना पड़ता है | इसलिए बहुत जरुरी है हवाईअड्डे का निर्माण , जिससे सभी के लिए आवागमन सरल बन जाएगा | ........... ( न्यूज़ / फीचर :- भव्याश्री डेस्क )
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