Breaking News
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ( RSS ) के स्वयं सेवक रहे शिवकुमार पारीक का शनिवार को दिल्ली के एक अस्पताल में उपचार के दौरान निधन हो गया , वे 83 वर्ष के थे |
पारीक पूर्व प्रधानमंत्री भारतरत्न स्वर्गीय अटलबिहारी बाजपेयी के घनिष्ठ मित्र भी थे , साथ हीं लोगो ने इन्हें प्रधानमंत्री के हनुमान होने की पदवी भी दे रखा था | उन्होंने प्रधानमंत्री के अंतिम साँस तक अपना साथ निभाया और दोस्ती के इस रिश्ते को कायम कर मिशाल बने | पारीक जयपुर के रहने वाले थे |
केन्द्रीय शिक्षामंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने दुःख जताते हुए सोशल मीडिया के द्वारा इनकी मृत्यु की जानकारी देश को दिया | उन्होंने लिखा - जनसंघ के जमाने से पूर्व प्रधामंत्री श्रद्धेय अटल जी के घनिष्ठ सहयोगी रहे "श्री शिवकुमार पारीक" जी के निधन के समाचार से गहरा दुःख हुआ है | राष्ट्रवादी विचारो , मानवीय मूल्य और आदर्शो से उन्होंने असंख्य कार्यकर्ताओं को पोषित करने का काम किया है | शिवकुमार जी अटल बिहारी बाजपेयी के निजी सचिव भी रहे |
इनका अंतिम संस्कार आज रविवार को जयपुर के चांदपोल स्थित मोक्षधाम में साढ़े दस बजे किया जायेगा |
स्वर्गीय पारीक ने अपने पीछे दो पुत्र - महेश पारीक और दिनेश पारीक को छोड़कर इस दुनियां को अलविदा कहा |
इनके निधन से राजनीति दल व सत्ता के लोगो के बीच दुःख का माहौल बना है | परन्तु सच्चाई यही है - जो आया है इस धरती पर उसे तो एक दिन जाना हीं होता है | ऐसे में जुदाई का दर्द धीरे धीरे हीं हर किसी के मन को हल्का करेगा |
ये अपनी शानदार व घने मुच्छ के लिए भी काफी चर्चित रहे | यह मुच्छ इनके व्यक्तित्व में एक अलग हीं पहचान बनाए रखने के लिए चर्चा का विषय रहा |
अब सिर्फ इनकी अच्छाई और साथ में गुजारे गए हर पल की उपस्थिति जीवित है जिससे लोग इन्हें सदैव याद करते रहेंगे |मधुर मिलन का हर पल अब खो सा गया | सिर्फ यादें बची है और यादें हीं हमेशा इतिहास में जिन्दा रहकर इंसान के होने का दस्तक देती है |
आपको भारतवर्ष की तरफ से श्रधांजलि | आप
जहाँ भी , जिस दुनियां में रहे , वहां आपका व्यक्तित्व निखरता रहे |
........ ( न्यूज़ / फीचर :- भव्याश्री डेस्क )
रिपोर्टर