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कृषि बिल के विरोध में किसानों द्वारा किये गए आन्दोलन को शुरू हुए आज पुरे 1 साल हो चुके है | 19 नवम्बर को कृषि बिल वापस लेने का सुखद संदेश प्रधनमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश को दिया और किसानों के पक्ष में अपना मत डालते हुए इस बिल पर अंकुश लगाया व 24 नवम्बर को केन्द्रीय कबिनेट की मुहर भी लग चुकी है |
संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले आरम्भ किये गए कृषि बिल के खिलाफ आन्दोलन का एक विस्तृत रूप आज टिकरी बोर्डेर के पास सैक्टर 13 में 7 एकड़ जमीन पर दिखाई देने वाला है | किसानों ने न सिर्फ अपना शक्ति प्रदर्शन दिखाने के लिए कदम बढ़ाया है , बल्कि अपनी एकता की ताकत और अपनी जीत की ख़ुशी / उल्लास मनाने की सोंच प्रदर्शित करने के अतिरिक्त आन्दोलन में किसी न किसी कारण जान गवाने वाले किसानों को श्रधांजलि देने के लिए भी इकठ्ठा हो रहे है |
इस आन्दोलन में 700 किसानो ने अपनी जान गवाई है - कुछ सड़क हादसे में , कुछ ने ख़ुदकुशी करके , कुछ हार्ट अटैक से तो वहीं कुछ सदमे से | देश ने अपने किसान पुत्र व भाई को खो दिया है | इस मर्म को आज के दिन तमाम किसान वर्ग के लोग उन्हें श्रधांजलि देकर जीत के पुष्प अर्पित करेंगे , ताकि उनकी आत्मा भी चैन की नींद सो सके |
कृषि कानून की वापसी भले हीं आरम्भ कर दी गई हो , मगर तमाम मांगो को लेकर किसान अभी भी अपना प्रदर्शन कर अपनी एकता का सबूत पेश करने के लिए तैयार है | इसलिए शुक्रवार की रात से हीं किसानों का सफ़र जारी है | अपने साथ पूरी व्यवस्था को लेकर वे सफ़र के लिए निकल चुके है और भारी संख्या में किसान वर्ग के लोग एक जूट हो रहे हैं | इनके साथ 50 से ज्यादा ट्रेक्टर में खाद्य सामग्रीभरी है | किसानों की सोंच आज के दिन महापंचायत करके एक साल की तमाम गतिविधियों पर अपने विचारों को एक दूसरे के सामने रखना , साथ हीं पूर्व में कही गई बाते कि - MSP की गारंटी और अन्य मांगो को मनवाने तक यह आन्दोलन का रूप जारी रहेगा | यह एकता दिखाने के लिए आज का प्रदर्शन महापंचायत के रूप में किया जा रहा है |
राकेश टिकैत ने कहा है कि - सरकार कहाँ बात मान रही है ? हमें MSP पर गारंटी कहाँ दी है अभी ? किसानों का सीधा फायदा MSP के गारंटी से होना है , वह सरकार नहीं दे रही और बोल रही है कि - किसान बात नहीं मान रहे |
सूचना के आधार पर 29 तारीख को भी ट्रैक्टर का प्रोग्राम निर्धारित किया गया है | राकेश टिकैत ने कहा है कि - यह आन्दोलन खेत से सियासत के रास्ते पर चलेगा |
आज दिल्ली पुलिस प्रशसान ने सीमावर्ती इलाके में सुरक्षा के तगड़े इंतजाम किये है , ताकि किसानों की सुरक्षा व्यवस्था सुदृढ़ रह सके |
किसानों का फिलहाल MSP के मुद्दों पर आन्दोलन जारी है , ऐसा आभाष हो रहा है | आज के दूसरे दिन 27 नवम्बर को भी इनकी एक बैठक होगी जिसमे ये तय करेंगे कि - 29 नवम्बर को ट्रैक्टर मार्च के आयोजन को कौन सा रूप दिया जा सके |
साफ़ जाहिर होता है कि इन्हें शायद सरकार के बातो पर भरोषा नहीं है ! इनका सबसे बड़ा मुद्दा - यह आन्दोलन तब तक ख़त्म नहीं होगा जबतक संसद में पूरी तरह से इसे रद्द न कर दिया जाए |
आज हो रहे महा पंचायत का यह विस्तृत रूप इस बात का साक्ष्य जरुर प्रस्तुत करेगा कि इनका लक्ष्य जीत पाना था जिसे इन्होने हासिल किया | परन्तु इस बात से भी इंकार नही किया जा सकता कि - इन्हें आज भी पूरी तरह इस रद्द किये गए प्रस्ताव पर पूरी तरह भरोषा नहीं | जबकि इन्हें केंद्र की बातो पर विश्वास करके अपनी गतिविधि को धीमी करते हुए कदम आगे बढ़ाना चाहिए ...... विश्वास से बड़ा कुछ नहीं ! .......( न्यूज़ / फीचर :- भव्याश्री डेस्क )
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