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"जोधा अकबर और ये है मोहबब्ते" के चर्चित अभिनेता लोकेन्द्र सिंह राजावत को ब्लड शुगर बढ़ जाने के कारण गैंगरीन हो गया था , जिसे उन्हें अपने घुटने तक के पैर के भाग को कटवाना पड़ गया | पैर नहीं कटवाते तो गैंगरीन के कारण जान भी जा सकती थी |
पिछले हफ्ते मुंबई भक्ति वेदांत अस्पताल में पांच घंटे तक चले ऑपरेशन के बाद , उनके शरीर से एक पैर को अलग कर दिया गया | गैंगरीन एक भयानक और जानलेवा रोग है , जो मुख्य रूप से शरीर में ब्लड का सर्क्युलेशन ठीक तरह से नहीं होने के कारण होता है या किसी ख़ास स्थान पर खून की कमी का प्रवाह और दबाव की वजह से मांस सड़ने / गलने या सुखने लग जाता है | इसमे खून की कमी के कारण वहां घाव बन जाता है जो लगातार फैलता जाता है | समय रहते चेता न जाए तो यह भयानक रूप भी ले सकता है | यह जानना जरुरी है कि - डायबिटीज के अधिकतर रोगियों को अपने डायट का पूरा ध्यान रखने की सलाह दी जाती है | इसके प्रति लापरवाही ठीक नहीं , यह बहुत हीं खतरनाक बीमारी है | ज्यादातर केसेस में गैंगरीन का मुख्य कारण शुगर की बीमारी कहा जा सकता है |
शरीर में खून का प्रवाह किसी कारण से बाधित हुआ तो कई तरह की समस्याएं खड़ी होती है | खून के साथ हीं ऑक्सीजन का प्रवाह भी होता है , जो जीवन के लिए आवश्यक है | परन्तु डायबिटीज के कारण जब शरीर में शुगर की मात्र अधिक हो जाती है , तो धमनियों के प्रवाहित होने वाले रक्त में ग्लूकोज का स्तर बढ़ जाता है | फिर इसके टिस्यू डेड होने लगते हैं और इसके बाद गैंगरीन का रूप ले लेता है | इस बीमारी का अलग - अलग रूप होता है - सुखा रोग / गिला रोग या अतिरिक्त , परन्तु इसका कोई भी रूप हो , बड़ा हीं खतरनाक और भयावह होता है | जिसमे समय पर ध्यान न दिया जाए तो जान जाने तक का खतरा बढ़ जाता है |
सूचना के आधार पर , लोकेन्द्र सिंह ने बताया कि - हाई स्ट्रेस लेवल ने उनके ब्लड शुगर के स्तर को खतरे से ऊपर तक बढ़ा दिया था , जिसकी वजह से पैर को गवाना पड़ गया | लोकेन्द्र को 10 साल से डायबिटीज की शिकायत थी | उस वक्त इसपर उन्होंने जरा भी ध्यान नहीं दिया , अगर उस समय से इस बीमारी का सामना कर ध्यान देते तो इतनी बड़ी घटना नहीं घटती | दरअसल शुगर होने की वजह से उनके दाहिने पाँव में एक छोटा सा घाव हुआ था , जिससे धीरे - धीरे घाव ने गैंगरीन का रूप ले लिया और शरीर में जहर न फैले इसलिए पाँव को हटाना पड़ा |
आरम्भ में पाँव पर छालेनुमा घाव था , कुछ वक्त में हीं इन्फेक्शन बोनमैरो तक पहुँच गया और घाव बढ़कर गैंगरीन का रूप ले लिया | यह एक अभिनेता है , इसलिए शूटिंग के समय यह अक्सर व्यस्त रहते है और निश्चित समय पर खाना नहीं खा पाते थे | जिससे इनके स्वास्थ पर बुरा प्रभाव पड़ता गया | स्वास्थ पर बुरा प्रभाव पड़ने के कारण तनाव बढ़ा और यह डायबिटीज की ओर लेता चला गया | लोग ऐसा मानते है कि - डायबिटीज बढ़ने में मीठा खाना वजह है , परन्तु ऐसा नहीं है | समय पर खाना न खाना और दिनचर्या में छेड़छाड़ भी इसका प्रमुख कारण है |
इन्होने बताया कि - इन्हें "सिन्टा" के माध्यम से आर्थिक मदद मिली है और कलाकार भी इन्हें फोन से मोटिवेट कर रहे हैं | लोकेन्द्र ने फिल्म - ये है मोहब्बते और जोधा अकबर के अतिरिक्त भी कई टीवी शो भी किये हैं | जैसे CID , क्राइम पेट्रोल आदि में अभिनय कर लोगों का दिल जीता है |
कपूर परिवार के बहुचर्चित अभिनेता रणवीर कपूर के साथ भी फिल्म "जग्गा जासूस" और मिजान जाफरी की फिल्म "मलाल" में भी देखा गया |
पूर्ण रूप से स्वस्थ चलते - फिरते इंसान के शरीर से पाँव का अलग हो जाना बड़ा हीं दुखदायी है और इस कमी को पूरा करना असंभव था | मगर आज हमारा विज्ञान इतना आगे बढ़ चूका है कि - ओरिजनल नहीं परन्तु इंसान को पूरी तरह फीट करने और चला देने की गति दे सकने में सक्षम हो पाया है | इसलिए लोकेन्द्र सिंह के लिए अब कृत्रिम पैर फीट करने की योजना भी बनाई जा रही है | परन्तु बड़े हीं अफसोस की बात है कि - ईश्वर ने तो स्वस्थ पाँव दिया था , इंसान ने हीं अपने हाथ लापरवाही से अपनी पाँव गंवा बैठे | समय रहते चेतना जरुरी है |
लोकेन्द्र शादीशुदा है और इनके दो बच्चे है | खैर .... अब इनके घाव को भरने की देर है , फिर कृत्रिम पैर फीट की जा सकती है जिससे इन्हें चलने - फिरने में आसानी हो जायेगी | परन्तु उस पाँव का मर्म वो भूल नहीं सकते और जितने भी डायबिटीज के लोग है , वो कृपया इस स्थिति को देखते हुए सीख व सबक ले कि - शरीर से लापरवाही बरतना खतरे से खाली नहीं |
इसलिए कि लोकेन्द्र सिंह के खाने का टाइमिंग सही नहीं था | इन्होने स्पष्ट कहा और चिकत्सक भी यह सलाह देते है कि - सुबह / दोपहर या रात के खाने की अनियमितता और काम के कारण उलझे रहना स्वास्थ पर बुरा प्रभाव छोड़ता है | जिससे शरीर और मन में तनाव बढ़ता है एवं डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है | लोकेन्द्र सिंह ने कहा कि - काश ! 10 साल पहले , जब मुझे डायबिटीज हुआ था , तब मैंने इसका ध्यान रखा होता |
अन्य लोगों के लिए यह बहुत बड़ा सीख और सबक है और लोकेन्द्र सिंह स्वयं में एक बड़ा प्रूफ है कि - इनकी छोटी सी लापरवाही ने इनके शरीर से एक महत्वपूर्ण अंग को अलग कर दिया | आप ऐसा नहीं होने दे , काम से बढ़कर स्वास्थ है | कहा भी गया है - हेल्थ इज वेल्थ | तो पहले हेल्थ बनाइये और स्वस्थ जिंदगी जीने की कोशिश हमारे सपनों को साकार करती है | यह सिर्फ कहानी नहीं एक हकीकत है और इस हकीकत को जिंदगी में उतारना निहायत जरुरी है | इस पन्ने को पढ़कर नादानी करने से बचे , शरीर का ओरिजनल अंग नहीं मिलता दूबारा , इतना ध्यान रहे | ....... ( न्यूज़ / फीचर :- आदित्या , एम० नूपुर )
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