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"शराब वर्जित बिहार हर्षित"
जी हाँ आज 26 नवम्बर है , नशामुक्ति दिवस | वैसे अन्तराष्ट्रीय स्तर पर नशामुक्ति दिवस 26 जून को मनाया जाता है परन्तु बिहार आज की तारीख में एक ऐसा इतिहास लिख दिया जिसमे बिहार की ख़ुशी का वह दौर शामिल होता नजर आ रहा है जो पहले नहीं था | अब बिहार के कदम नशा में लड़खड़ायेंगे नहीं , बढ़े रहे है विकास की तरफ | बिहार इस दिवस को काफी जागरूकता पूर्वक मनाती है |
जानकारी के आधार पर हम आपको बता दे कि सितम्बर 2016 में पटना हाईकोर्ट ने शराबबंदी क़ानून के तहत मिलनेवाली सजा को अनुचित बताते हुए गैरकानूनी करार दिया लेकिन नितीश कुमार की सरकार ने 2016 में गांधी जयंती के अवसर पर फिर से नया कानून लाकर लागू कर दिया |
कुल मिलाकर देखा जाए तो बिहार में शराबबंदी के बाद अपराध की संख्या में बहुत कमी आई है | इसके लिए बिहार प्रतिवर्ष 4 हजार करोड़ से भी ज्यादा का नुकसान सहने के लिए पूरी तरह से तैयार है | बिहार का राजस्व नुकसान उठाने को तैयार है मगर वहां ऐसा धन नहीं चाहिए जिसपर खुशहाल जनता का दर्द / दुःख और बीमारियाँ दिखाई पड़े |
नशा करने के लिए धन की व्यवस्था में लोग अपना खून तक बेच देते हैं | यह बात पूरा भारत जान ले और कदम से कदम मिलाकर चलना आरम्भ करे तो वो दिन दूर नहीं जब हमारा भारत भी नशामुक्त होकर खुशहाली की तरफ बढ़ता दिखाई पड़ेगा और तब भारत की महानता दिखाई पड़ेगी मगर यहाँ दूसरे देश की नक़ल करते करते कदम लड़खड़ा से रहे हैं | अब भारत में अधिकांशतः घरों में जिन्हें नशा की लत लग चुकी है उनके कदम डगमगा रहे हैं जिससे भारत का विकास अवरुद्ध है |
कहने को तो हम चाँद पर पहुँच चुके हैं मगर सच्चाई यहीं है कि ऐसे लोगो का सूर्योदय नशा लेते हुए होता है और विश्राम भी नशा लेकर हीं जिससे इनका जीवन तो बर्बाद होता हीं है साथ हीं इनके परिवार पर जो असर बनता है उसे जब देखा जाए तो रूह काँप जाएगा | नशा लेनेवाले व्यक्ति जब असमय हीं रोगग्रस्त होकर फेफड़े या केंसर जैसी बीमारियों से ग्रसित होकर असमय ही जब दुनिया को छोड़ते है तो उनकी सिर्फ साँसे जाती है मगर पीछे कम उम्र की महिलाओं की मांग की लालिमा धुल जाती है | बच्चे के सर से पिता का साया उठ जाता है | कोई इस बातो को महसूस करके देखे तो उन्हें एहसास होगा नशा और नशे की लत आदमी को अन्दर तक में कितने चिथड़े कर डालते है |
बिहार सरकार ने नशामुक्ति के लिए ऐसा कदम उठाया है जहाँ उन्हें बहुत सारी कठिनाइयों का सामना भी करना पड़ा | राजस्व को हानि भी झेलनी पड़ी और धन के अभाव में कई ऐसे महत्वपूर्ण कार्यक्रम को भी विराम देना पड़ा इसके बावजूद बिहारवालो की मजबूती ने सरकार के इस अभियान को आगे बढ़ाने की बीड़ा ठानते हुए उनके उम्मीद पर पानी नहीं फेरा और एक अच्छे दौर में शामिल किया |
यह जीत किसी एक की नहीं है , पुरे बिहार की जीत है जिससे हमारा समाज , मन और आदमी सुन्दर बनता है | माहौल जहाँ खुबसूरत बनेगा सुन्दरता भी वहीं दिखाई पड़ेगी | लोग ऐसी नशीली वस्तुओं का सेवन नशा करने के लिए करते हैं मगर क्या सही मायने में इसमे वैसा नशा है जो जिंदगी को खुबसूरत दौड़ में शामिल करे ? इन शब्दों पर किसी का ध्यान गया या नहीं मगर अभी भी देर कहाँ हुआ !
किसी राइटर ने बहुत पहले हीं लिखा है - "नशा शराब में होता तो नाचती बोतल" जिसे इस गीत को फिल्म शराबी में महानायक अमिताभ बच्चन पर फिल्माया गया है |
खैर ........ बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार के द्वारा सभी को इस बात की जानकारी दी गई कि 26 नवम्बर 2023 को नशामुक्ति दिवस के अवसर पर हम सभी हर तरह के नशे से मुक्ति का संकल्प ले तथा समृद्ध स्वस्थ्य एवं खुशहाल बिहार हेतु नशामुक्त समाज के निर्माण में अपनी अहम् भूमिका का निर्वहन करें |
इस राज्य में शराब पीना और बेचना दोनों पर पाबन्दी है | पकड़े जाने पर जेल और फाइन दोनों की सजा मिलनी तय है |
मालुम हो कि 26 नवम्बर को संविधान दिवस मनाया जाता है , इसी दिन राष्ट्रीय कानून दिवस भी होता है | हर भारतीय के लिए 26 नवम्बर का दिन बेहद ख़ास है और नागरिक को गौरवान्वित करने वाला भी क्यूंकि इसी दिन वो किताब बनकर तैयार हुई थी जिसने हमे आजादी व समानता के साथ जीने का अधिकार दिया और यहीं किताब हमें हमारी जिम्मेदारियों को याद दिलाती है | ............. ( न्यूज़ / फीचर :- रुपेश आदित्या , एम० नूपुर की कलम से )
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