Breaking News
पंजाब चुनाव में आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार जिन्होंने मुख्यमंत्री पद के लिए अपनी दावेदारी पेश किया , इनका नाम भगवंत मान है | चरणजीत सिंह चन्नी , जो इस वक्त पंजाब के मुख्यमंत्री है को भगवंत मान ने चुनौती दी है कि - वे इस बार धुरी सीट से मेरे खिलाफ चुनाव लड़ ले |
भगवंतमान ने कहा कि - मै चमकौर साहिब से नहीं लड़ सकता , क्यूंकि यह एक आरक्षित सीट है | परन्तु वे धुरी से लड़ सकते है , मै उनका स्वागत करता हूँ | धुरी विधानसभा सीट संगरूर जिले में है , जहाँ के सांसद भगवंत मान है |
फोन लाइन सर्वेक्षण में 93% से ज्यादा लोगो ने उन्हें वोट किया | जिसके बाद उन्हें पार्टी के मुख्यमंत्री पद के लिए चुनाव कर उनके नाम की घोषणा कर दी गई | यह घोषणा 18 जनवरी को किया गया | इस वक्त धुरी विधानसभा सीट पर कांग्रेस का कब्ज़ा है | 2012 के बाद से कांग्रेस के उम्मीदवार हीं इस सीट से जीतते आ रहे है | इस वक्त दलवीर सिंह खंगुरा वहां के विधायक है |
पंजाब में विधानसभा चुनाव के नामांकन की प्रक्रिया 25 जनवरी से आरम्भ होगा | 1 फ़रवरी को नामांकन का आखिरी दिन घोषित किया गया है | 2 फ़रवरी को नामांकन पत्र की जाँच की जायेगी | 4 फ़रवरी को नाम वापस लेने की आखिरी तारीख है | पुरे पंजाब में एक साथ 20 फ़रवरी को मतदान होना है | मतगणना की तारीख 10 मार्च है |यहाँ कुल 117 विधानसभा क्षेत्र है |
एक अहम् बात कि - इस वक्त सभी पार्टीगण पंजाब में होने वाले तारीख को आगे बढ़ाने की अपील चुनाव आयोग से कर रहे है | वह इसलिए कि गुरु रविदास जी की जन्म स्थली के दर्शन के लिए लोग लाखो की संख्या में उत्तरप्रदेश के लिए सफ़र करते है |
16 फ़रवरी को श्री गुरु रविदास जी की जयंती है और गुरु रविदास जी का जन्म उत्तरप्रदेश की पावन धरती बनारस में हुई | यहाँ पंजाब से भी लाखो श्रद्धालु प्रतिवर्ष दर्शन के लिए पहुंचते है |
परन्तु अभी इस चुनावी प्रक्रिया की तारीख को आगे बढ़ाया जाएगा या नहीं , इसपर तो चुनाव आयोग की सोंच और निर्णय सर्वमान है | फिलहाल हर पार्टी अपना - अपना जोर अजमा रहे है | वैसे इसबार धुरी क्षेत्र में कड़ा टक्कर देखने को मिलेगा |
वहीं पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह जो इस वक्त भाजपा के साथ अपना गठबंधन बनाया है , शनिवार को मीडिया से बात कर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि - मेरे कार्यकाल में अवैध रेत खनन का मामला सामने आया था | मै सतलुज के ऊपर से अपने प्लेन से जा रहा था , नीचे रेत खनन चल रहा था , जिसकी जाँच मैंने कराई थी |
उस वक्त कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी ने मुझसे कहा था कि - आप इसे रोकने के लिए क्या करने वाले है ?
मैंने उनसे कहा था - आप बता दीजिये क्या एक्शन लेना है ? यह शुरू होगा तो नीचे से ऊपर तक जाएगा |
इनकी बातो से सच्चाई तो छनकर सामने आई , फिर मुख्यमंत्री रहते हुए भी कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने आखिर कुछ क्यों नहीं किया ? वहीं बीजेपी में शामिल होते हीं मुख्यमंत्री चन्नी की तरफ अब इशारा कर रहे है और बोल रहे है - चरणजीत सिंह चन्नी से सवाल पूछे जाने चाहिए , क्यूंकि चन्नी भी रेत खनन में शामिल है और कई वरिष्ठ मंत्री भी | ऐसे में पंजाब में माफिया हावी है और उसमे हमारे मंत्रियों का भी हिस्सा शामिल रहता है |
इसके बाद भी कैप्टन ने मुख्यमंत्री चन्नी पर "मी टू" का आरोप लगते हुए कहा कि - रोपड़ की महिला SDM अपने पति के साथ मेरे घर पहुंची और कहा कि - चन्नी उन्हें रात को फोन करके परेशान करते है और कहते है- आइये आपसे बात करनी है | यह बात जब सामने आई तो पहले वे मुकर गए फिर माफ़ी मांगी |
मीडिया ने पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन पर सवाल दागा - उस वक्त आपने यह मुद्दा क्यूँ नहीं उठाया ?
इसपर कैप्टन ने कहा कि - उस वक्त मामला शांत हो गया था , क्यूंकि चन्नी ने माफ़ी मांग ली थी |
अब पुनः हम बताना चाहेंगे - कि जब चन्नी ने माफ़ी मांग हीं ली , तो बात खत्म हो गया | तो फिर अब उस बात पर चर्चा क्यूँ ?
मुख्यमंत्री रहते हुए भी कैप्टन अमरेन्द्र सिंह उस वक्त खामोश क्यूँ रहे ? मुठ्ठीभर नेता को अगर अलग कर दिया जाए तो पार्टी में रहते कोई पार्टी की शिकायत नहीं करता | हाँ पार्टी से अलग होते हीं सारी बातें दुनियां के सामने जिन्न बनकर प्रगट हो जाता है और एक के बाद एक सच्चाई सामने आनी शुरू हो जाती है |
कोई तो बता दे - दाग कहाँ नहीं है ? मगर इससे बेहतर है - किसी में अच्छाई ढूंढना | हर खेल में दो टीम होता है , जिसमे एक की जीत और एक को हारना हीं पड़ता है | मगर खिलाड़ी तो सभी उम्मदा हीं होते है , वो पार्टी का चुनाव हो या फिर कोई गेम | हर दौर एक मैच है जिसमे उतार और चढ़ाव दोनों का सामना इंसान को करना पड़ता है |
अब रही पंजाब में होनेवाली विधानसभा चुनाव की बात - तो देखना है ऊंट किस करवट बैठता है और मुख्यमंत्री की कुर्सी पर कौन होते है विराजमान | ........ ( न्यूज़ / फीचर :- भव्याश्री डेस्क )
रिपोर्टर