Breaking News
हावड़ा से चेन्नई और बेंगलुरु से हावड़ा जा रही ट्रेन , अपने गंतव्य तक पहुँचने से पहले हीं हादसे का शिकार हुई | यह ट्रेन हावड़ा से 3:20 पर अपनी गति से सफ़र कर रही थी मगर किसको मालूम था कि रास्ते में दुर्घटना मौत को लिए जिंदगी को ध्वस्त करने हेतु वाट जोह रही है |
इसे हम दुर्भाग्य कहें कि बेंगलूर से भी एक ट्रेन खुली - बेंगलूर हावड़ा सुपरफास्ट ट्रेन | यह ट्रेन सुबह 10:35 पर रवाना हुई |2 जून को यह दोनों ट्रेन अपनी - अपनी गति से सफ़र कर रही थी | यात्रीगण भी अपनी मंजिल पर पहुँचने का इंतज़ार कर रहे थे तभी अचानक उड़ीसा के बालासोर से कुछ आगे तीन ट्रेन एक दूसरे से टकरा गई और रेलवे ट्रैक पर खड़ी मालगाड़ी के ऊपर गाड़ी का इंजन चढ़ा | इस हादसे में 15 बोगी पटरी से उतरी वहीं 7 बोगियां पूरी तरह से पलट गई जो दिल दहला देनेवाला दृश्य बना |
जब इंजन चढ़ा मालगाड़ी पर , तब शुक्र था कि वह मालगाड़ी खड़ी थी अगर वह गति पर होती तो यह नजारा शायद और भी पीड़ादायक होता |
इस दुर्घटना के पीछे का कारण क्या था ? तो दृश्य देखकर और जानकारी के आधार पर हम आपको बता दे कि इसमे दो की लापरवाही कही जा सकती है - पहला ट्रैफिक कंट्रोलर और दूसरा सेक्शन यार्ड मैन | मीडिया द्वारा प्रसारित VFX विडियो में स्पष्ट दिख रहा है गाड़ी अपनी मूल रास्ते वाली पटरी से सेक्शन पटरी के सहारे उस पटरी पर चली गई जिसपर पहले से मालगाड़ी खड़ी थी और इस गाड़ी का इंजन अपनी गति कंट्रोल न करते हुए मालगाड़ी पर चढ़ते हुए दुर्घटना का शिकार हुआ और यात्री मौत के मुंह में समा गए और कितने अभी घायल अवस्था में जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं |
अब हम आपको तीनों गाड़ी के लोको पायलट , सहायक पायलट और गार्ड के विषय में बता दे जो हजारो जिंदगी को लेकर सफ़र कर रहे थे , ये सभी की जिंदगी बची | मालगाड़ी के ड्राईवर और गार्ड बाल - बाल बचे वहीं इन दो गाड़ी के लोको पायलट , सहायक पायलट और गार्ड जख्मी अवस्था में हैं जिनका उपचार चल रहा है |
ईश्वर इनसभी को अपने कार्य पर पुनः लौटायें , भारत की पुकार है और जो इस हादसे का शिकार हुए और आज इस दुनियां में नहीं , उनकी आत्मा के शांति के लिए लोग नमन कर रहे हैं साथ हीं उनके परिवार के लिए भी ऊपर वाले से राहत व शक्ति मिलने की पुकार में अपना भाव समर्पित कर रहे हैं |
रेल मंत्रालय ने हादसा के मुख्य कारण का पता लगाने हेतु उच्यस्तरीय जाँच के आदेश दिए हैं , हालाकि रेल अधिकारी ने प्रारंभिक रिपोर्ट सौंप दी है |
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दुर्घटना स्थल पर पहुंचे और अपना दुःख प्रगट करते हुए बचाव कार्य में लगे सहयोगियों की खूब प्रशंसा की | उनके साथ दो केन्द्रीय मंत्री - धर्मेन्द्र प्रधान और अश्विनी वैष्णव भी मौजूद थे | उड़ीसा के मुख्यमंत्री नविन पटनायक भी दुर्घटना स्थल पर पहुंचे और दुःख प्रगट किया | साथ हीं एक के बाद एक बहुत सारे समाज सेवक राहत कार्य के लिए अपने स्तर के अनुरूप मदद कर रहे हैं |
होनी तो होकर रहता है , कोई अनहोनी न हो इसके लिए हम सदैव ऊपर वाले पॉवर से दुआ माँगते हैं मगर जो आया है उसे तो एक न एक दिन ऊपर जाना हीं होता है जिसमे वक्त एक कारण लगा देता है |
भव्याश्री परिवार दुःख प्रगट करते हुए उन सभी को श्रद्धांजलि देती है जो इस दुर्घटना का शिकार होकर दुनियां को अलविदा कह गए और घायलों को जल्द स्वस्थ होने की कामना हेतु अंजुरी में दुआएं मांग रही है | ............. न्यूज़ / फीचर :- रुपेश आदित्या , एम० नूपुर की कलम से |
रिपोर्टर