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पहलवान सुशील कुमार की अग्रिम जमानत की अर्जी कोर्ट ने ख़ारिज किया | ओलंपिक पदक विजेता सुशील कुमार , जूनियर गोल्ड मेडलिस्ट पहलवान सागर राणा की हत्या कर के फरार है | मर्डर केस से घिरे सुशील कुमार पर दिल्ली पुलिस ने एक लाख रुपये का इनाम रखा है और उनके पीए के सर पर 50 हजार का इनाम |
गिरफ्तारी से बचने के लिए सुशील कुमार के वकील कोर्ट पहुंचे , परन्तु उनकी अग्रिम जमानत की अर्जी मंगलवार को दिल्ली के रोहिणी कोर्ट ने ख़ारिज कर इनपर गैर जमानती वारंट जारी किया है | इससे पूर्व कोर्ट में सुनवाई हुई जिसमे पहलवान सुशील कुमार के वकील ने कोर्ट को कहा कि - उनकी तरफ से कोई फायरिंग नहीं की गई है | उनकी पत्नी व परिवार के साथ कार भी वहां थी | वकील ने कहा की उन्हें फंसाया जा रहा है | परन्तु अब दिल्ली पुलिस की क्राइम फाइल में सुशील कुमार का नाम मोस्ट वांटेड में दर्ज है | क्यूंकि दिल्ली पुलिस के पास तो पुख्ता सबूत है |
फिलहाल सरकारी वकील अतुल श्रीवास्तव ने कोर्ट को कहा है कि - सुशील कुमार की हम इज्जत करते हैं | लेकिन देश के पहलवानी में प्रतिनिधित्व करने वाले जूनियर गोल्ड मेडलिस्ट पहलवान सागर राणा की हत्या हुई है और इस मामले में सुशील कुमार मुख्य आरोपी है | दिल्ली पुलिस ने कहा है कि - हमारे पास प्रयाप्त सबूत व CCTV फूटेज जब्त है |
उन्होंने ऐसा जघन्य अपराध किया है , जो पहलवानों पर एक सवाल खड़ा करता है | कभी - कभी छोटी सी बातें भी बड़ी बन जाती है | जिस तरह एक घाव को बार - बार कुरेदने पर वो नासूर बन जाता है | इंसान का गुस्सा भी स्वयं उसके लिए जहर के समान बन जाता है , जिसे न पिया जा सकता है और न हीं उगला जा सकता है |
आज CCTV फूटेज में घटना के वक्त हाथ में डंडा का होना पुख्ता सबूत है | एक बार पुनः हम बता दे की 5 मई को दिल्ली के छत्रपाल स्टेडियम में 23 वर्षीय जूनियर गोल्ड मेडलिस्ट पहलवान सागर राणा की हत्या | मकान का किराया को लेकर , बाता - बाती से हाथापाई तक पहुँच गया और इस बीच सागर राणा की हत्या हो गई | माना जा रहा है कि , तब से सुशील कुमार फरार चल रहे हैं | उनके घर पर भी वे उपलब्ध नहीं थे , अभी तक उनका कोई सुराग पता नहीं |
दिल्ली पुलिस , कई राज्य में सुशील कुमार की तलाश में अपनी टीम को फैला रखा है | फिलहाल ऋषिकेश या हरिद्वार में छिपे होने का अंदेशा ज्ञात हो रहा है | मगर अभी कोई पुख्ता जानकारी नहीं है , प्रयास जारी है |
सुशील कुमार अब पछता रहे हैं | लेकिन ! अब क्या फायदा , काश ! गुस्सा पर काबू कर पाते | छोटे से जमीन और किराये के लेनदेन में , एक खुबसूरत जिंदगी बिखर गई | पत्नी , बच्चें और परिवार से दूर , कहीं भी छुप जाए | पुलिस इनको ढूंढने के लिए जमीन और पताल एक कर देगी | क्योंकि इनके हाथ लम्बे होते हैं | इसलिए कहा जाता है - जिंदगी की रेस में बच कर चलना चाहिए , कहीं एक्सीडेंट न हो जाए | ...... ( न्यूज़ / फीचर :- भव्याश्री डेस्क )
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