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गीजर से बनी जहरीली गैस द्वारा दम घुटने से दम्पति की मौत हुई | यह घटना महाराष्ट्र में मुंबई और उत्तरप्रदेश में गाजियाबाद की है | 1460 किलोमीटर की दुरी पर हुई यह दोनों घटना एक तरह की है जिसमे दोनों कपल वाशरूम में नहाने गए और उनकी मौत हो गई जिसे सुनकर लोगो का दिल दहल गया |
मुंबई के घाटकोपर के रहने वाले दीपक शाह जिनकी उम्र 40 वर्ष थी , इनकी पत्नी टीना की उम्र 35 वर्ष | कुछ हीं दिन पूर्व इनका विवाह हुआ था , ये कुकरेजा टावर के एक फ्लैट में किराए पर रहते थे | इसी टावर में इनके कुछ अन्य रिश्तेदार भी रहते हैं | ये दोनों अपने कॉलोनी में सभी के संग होली खेली और आनंदित हुए | दोपहर बाद ये दोनों अपने फ्लैट में नहाने चले गए | काफी देर बाद जब बाहर नहीं आये तो बाथरूम का दरवाजा खटखटाया गया , आवाज न पाकर लोगो ने मोबाइल पर कॉल किया | मोबाइल की घंटी बाहर तक सुनाई दी परन्तु कॉल रिसीव नहीं हुआ जिसके बाद पुलिस को बुलाया गया |
पुलिस डुप्लीकेट चाबी के द्वारा अन्दर गए | बाथरूम में देखा पति - पत्नी दोनों बेहोश पड़े थे | पुलिस ने इन्हें अस्पताल पहुंचवाया जहाँ डॉक्टर ने इन दोनों को मृत घोषित कर दिया |
मुंबई से 1460 किलोमीटर की दुरी पर मुरादाबाद के अग्रसेन कॉलोनी में रहने वाले 40 वर्षीय दीपक गोयल और उनकी पत्नी शिल्पी जो 36 वर्ष की थी , होली के दिन हीं दोपहर बाद नहाने गए और घंटो बाद भी जब बाहर नहीं आये तो बच्चो ने आवाज लगाईं | आवाज न पाकर बच्चे चिल्लाना शुरू किये और पड़ोसी को बुलाया |
पड़ोसी ने कांच तोड़ दिया , अन्दर देखा तो पति - पत्नी दोनों बेहोशी की हालत में पड़े थे | उन्हें हॉस्पिटल पहुंचाया गया जहाँ डॉक्टर ने उन्हें भी मृत घोषित कर दिया |
कुछ हीं दिन पूर्व दीपक गोयल ने गाजियाबाद में पेंट में इस्तेमाल होने वाली केमिकल की फैक्ट्री लगाईं थी | इनके दो बच्चे हैं , लड़की की उम्र 14 वर्ष और एक लड़का जिसकी उम्र 12 वर्ष है | दीपक गोयल के एक भाई भी है जो क़स्बा मुरादाबाद के पास के इलाके में ब्रह्म सिंह में रहते हैं |
दोनों घटना होली के दिन शाम को घटी | जानकारी के आधार पर दोनों राज्य की पुलिस का कहना है कि - बाथरूम में वेंटिलेशन नहीं था | फिलहाल मृत शरीर को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है , रिपोर्ट के बाद हीं सही कारण का पता चल पायेगा |
बाथरूम में गैस से मरने की यह पहली घटना नहीं है | गैस द्वारा गीजर चलाने वाली बाथरूम में वेंटिलेटर का होना अतिआवश्यक है और अधिकांशतः जगहों पर लोग उसे लॉक भी कर देते हैं | ऐसे में गैस लीक होने पर वह बाहर नहीं जा पाता और उसी जगह बंधकर अपना जहरीला असर छोड़ देता है | ऐसे में लोग लापरवाही न बरते |
हाल हीं में मेरठ में एक दुल्हन और आठवीं कक्षा की एक छात्रा साथ हीं सहारनपुर में एक शिक्षक की भी गैस गीजर से मौत हो गई | जानकारी के आधार पर हम बता दे कि गैस गीजर के बर्नर से उत्पन्न आग से ऑक्सीजन की खपत अधिक होती है | इससे कार्बन डाईऑक्साइड की मात्रा बढ़ जाती है वहीं कार्बन मोनोऑक्साइड भी प्रयाप्त बनता है | यह गैस गंध भरा जहरीला होता है जिससे इंसान का दम घुट जाता है और ज्यादा मात्रा में जहरीली गैस का शरीर में प्रवेश से इंसान की मृत्यु हो जाती है |
मनुष्य के शरीर में ऑक्सीजन का न मिलना खतरे की घंटी है इसलिए इस घटना को नजरअंदाज न करते हुए स्वयं व आसपास के समाज को सचेत करें ताकि आनेवाले कल में ऐसी दुखद घटना सुनने / पढ़ने को न मिले |
अकाल मृत्यु की गोद में सो रहे युवागण व बच्चे जल्दीबाजी में लापरवाही की गले न लगाएं | ...........( न्यूज़ / फीचर :- रुपेश आदित्या , एम० नूपुर की कलम से )
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