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इन दिनों बॉलीवुड के कुछ ऐसे कलाकार जो किसी राजनीति पार्टी में न होते हुए भी , काफी सुर्ख़ियों में रहते हैं और हर परिस्थिति / घटना पर अपनी प्रतिक्रिया सोशल मीडिया पर पोस्ट कर , दुनियां तक में अपनी विचारधाराओं का लश्कर सजाते है |
ऐसे में बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रानावत के विचारधाराओं से सभी परिचित है | खासकर कंगना रानावत प्रधानमंत्री का समर्थन करती आ रही है |
बीते दिनों प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने Covid-19 की दूसरी लहर पर वाराणसी में बातों के क्रम में काफी भावुक हो गए और उनके आँखों से आंसू छलका गया | उनके आँखों से छलकते हुए आंसू को महसूस कर के कितनों की आँखे नम हुई | परन्तु कुछ लोगों ने इसे मगरमच्छी आंसू का भी नाम दिया | प्रधानमंत्री को ट्रोल करने के बाद , कगना रानावत उनके समर्थन में उतरी और उनके आसुओं को स्वीकार किया |
कंगना रानावत अपने इन्स्टाग्राम पर लिखा - "आंसू असली थे या नकली , आप आंसू के टेस्ट में उलझना चाहते है या आप किसी ऐसे व्यक्ति कि भावनात्मक बुद्धिमता और सहनशक्ति को स्वीकार करना चाहते हैं , जो दूसरों के दुःख से हिल जाता है या यह जानने के लिए परवाह करता है कि - यह दर्द असहनीय होता है , उसे साझा करना होगा | वे आंसू एक अनजान घटना के रूप में हुए या वे सचेत प्रयास थे , यह कैसे मायने रखता है ? क्या यह मायने रखता है ? कुछ लोग हर समाधान के लिए समस्या ढूंढते है | मै आपके आंसूओं को स्वीकार करती हूँ | प्रधानमंत्री , मै आपका दुःख बांटती हूँ - जय हिंद" |
यह प्रतिक्रिया और प्रधानमंत्री के आंसू , उनके संसदीय क्षेत्र वाराणसी के स्वास्थ्यकर्मियों से बातचीत के क्रम में लुढके थे | PM भावुक हो गए और उन्होंने कोरोना के कारण जान गवाने वाले को श्रधांजलि दी | चिकित्सकों को श्रधांजलि देते वक्त - उनके छलके आंसूओं को कितने लोगों ने नौटंकी करार दिया है |
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि - अभी संतोष का समय नहीं है , आगे लम्बी लड़ाई लड़नी है | हमें पूर्वांचल के ग्रामीण इलाके पर बहुत ध्यान देना है | अब हमारा मंत्र होगा - "जहाँ बीमार वहीं उपचार" |
प्रधानमंत्री मोदी के आंसू पर बॉलीवुड एक्टर कमाल खान (KRK) ने सोशल मीडिया पर अपना विचार साझा किया है | लिखा - "झूठ के धागे में वो सुन्दर जुमले पिरों देता है और फिर भी हमदर्दी न मिले तो टीवी पर भी रो देता है" | ट्विट के साथ KRK ने #घड़ियाली-आंसू का #टैग्स भी इस्तेमाल किया |
अब पहले वाली बात रही नहीं , जहाँ लोगों को अपनी प्रतिक्रिया देने के लिए अखबारों के दफ्तर का चक्कर काटना पड़ता था और संभव नहीं था , इतने लोगों की प्रतिक्रिया को छाप देना | अब सोशल मीडिया के आ जाने से सबकुछ बड़ा आसान हो गया | लोग इस माध्यम से अपने दिल का भ्रास निकाल लेते हैं | कुछ लोग इनके जबरदस्त फैन बन जाते है तो कुछ लोग अलग हट जाते है , खैर .... |
एक यूजर डॉक्टर कुश ने प्रधानमंत्री की आंसू पर लिखा - "कुछ इस तरह वो अपने गुनाह धो देता है , कुर्सी जब भी संकट में हो तो रो देता है" | अब हिमांशु जैन नामक यूजर ने KRK की प्रतिक्रिया पर समर्थन देते हुए लिखा - नौटंकी तो वो था हीं ,लेकिन खुद नौटंकी ड्रामेबाजी के चक्कर में देश और देशवासियों की जिंदगी नरक बना दी |
प्रधानमंत्री के लिए लोगों का इस तरह नफ़रत का उबरना देखकर ऐसा लगता है , आगे आने वाले कल में प्रधानमंत्री पुनः कितना लोकप्रिय हो पायेंगे , कहना मुश्किल है | 2014 के बाद 2019 में लोगों का उन्हें भरपूर समर्थन मिला था | मगर ! अब खोता हुआ दिख रहा है | यह नफरत का सैलाब संभालने से संभलेगा ! या बाँध टूटकर विखर जायेगी | यह आने वाला 2024 का चुनावी मौसम बताएगा | ........ ( न्यूज़ / फीचर :- भव्याश्री डेस्क )
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