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सामाजिक कार्यकर्ता सुरेशचन्द्र दूबे जी की मृत्यु ने लोगो को सदमा देकर गमगीन किया | आज उनकी जुदाई का तीसरा दिन है | आज शाम 4 बजे तीये की बैठक का आयोजन "हर्षित मैरेज हॉल" में रखा गया है |
अपार दुःख के साथ दूबे परिवार ने समाज व देशवासियों को यह सूचना देकर वहां सम्मलित होने हेतु आमंत्रित किया है | उनके प्रति श्रद्धा व भावना का पुष्प अर्पित करने का यह दौर लोगो के मन को व स्वर्गीय सुरेशचन्द्र दूबे जी की आत्मा को भी तसल्ली व शांति देगी |
जितनी मोहब्बत लोग जीवित शरीर से करते हैं , उतनी हीं मोहब्बत उनकी आत्मा से भी होनी चाहिए यहीं इंसानियत को इंसान के फ़र्ज़ के प्रति समर्पित करता है | स्वयं को तसल्ली देने के लिए इस सभा का आयोजन किया जिसमे उपस्थित लोग 2 मिनट का मौन रखकर अपनी संवदना व्यक्त करेंगे |
सुरेशचन्द्र दूबे जी का निधन 28 जनवरी की सुबह हुआ , वे अस्वस्थ चल रहे थे | उनके पुत्र मनोज दूबे जो कांग्रेस के नेता हैं , उन्होंने श्रवण पुत्र होने के दौर में स्वयं को खड़ा किया | मनोज दूबे व समस्त दूबे परिवार के इस अनमोल आशीर्वाद की हानि की पूर्ति संभव नहीं मगर सुरेशचन्द्र जी की आत्मा सदैव अपने परिवार व समाज के बच्चो पर अपना आशीर्वाद बरसाते रहेंगे |
इसी उदेश्य से आज शाम 4 बजे हर्षित मैरेज मॉल जो की चौथ माता मंदिर के पास है "तीये की बैठक" का आयोजन किया जाना है जिसमे उन्हें प्यार देनेवाले व सम्मान देनेवाले इस आयोजन में उपस्थित होकर उनके तस्वीर का दर्शन कर पुष्प व भाव समर्पित करेंगे | आज का दौर संवेदना व्यक्त करने का सामाजिक अवसर है जिसे इंसान को खोना नहीं चाहिए |
किसी शायर ने लिखा है - हम छोड़ चले है महफ़िल को याद आये कभी तो मत रोना मगर ! ऐसा संभव नहीं होता , क्यूंकि अपनो की जुदाई का आलम तो भुलाए नहीं भुलाया जा सकता | यादें सदैव गमगीन करती है हर लम्हा मगर जुदाई के बीच भी रौशनी को जलाना और जिंदगी जीना लाचारी है हर इंसान की |
ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे | वे जिस दुनिया में गए वहां भी उनकी महफ़िल सदैव जमती रहे और वे पुनः जन्म लेकर इस दुनिया में दुबारा आयेंगे |
उनसे , परिवार , समाज व देश दुनिया को जो कुछ भी मिला उस कर्ज को तो हम चूका नहीं सकते परन्तु इस कार्य में सम्मलित होकर अपनी वफ़ा का परिचय जरुर दे सकते हैं | यह दौर ऐसा है जिससे हर किसी को जूझना हीं पड़ेगा | ईश्वर दूबे परिवार को उनकी जुदाई को जीने की मजबूती प्रदान करें और भव्याश्री परिवार की तरफ से स्वर्गीय सुरेशचन्द्र दूबे जी को ससम्मान श्रद्धा सुमन अर्पित |
आप सदैव याद आते रहेंगे | आपके नाम की दीप को हम कभी बुझने नहीं देंगे | आपके कार्य की इतिहास रची जायेगी और लोग आपको सदैव याद करते रहेंगे | .......... ( न्यूज़ / फीचर :- रुपेश आदित्या , एम० नूपुर की कलम से )
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