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उत्तरप्रदेश के झाँसी में , प्रेमनगर थाने के दरोगा को भारी पड़ गया महिला से हाथा - पाई करना व थप्पड़ जड़ देना |
शुक्र है कि आज के दौर में सोशल मीडिया का ज़माना है की इन चंद वर्दी वाले के कारनामे का खुलासा सरेआम हो पा रहा है | अन्यथा जुर्म होता रहता और लोगों को मजबूरन जुर्म सहना पड़ता | क्यूंकि लोगों के पास न साक्ष्य और न सबूत उपलब्ध हो पाता |
आज सोशल मीडिया के कारण जब दरोगा साहब का करतूत SSP "शिववहरि मीणा" ने दरोगा "संदीप यादव" की करतूत वायरल हो रहे विडियो में देखा - तो उन्हें सस्पेंड कर , वर्दी पर दाग लगने से बचा लिया | क्यूंकि कानून सबके लिए एक है |
दरअसल प्रेमनगर थाने में अपने परिवार के साथ एक महिला , जिसका नाम मीना है , वे धोखाधड़ी की शिकायत लेकर थाने में प्रभारी संदीप यादव के पास पहुंची थी | शिकायत यह था कि - 2019 में मीना ने संध्या नाम की महिला के पास अपना मकान किसी कारणवस गिरवी रख दिया था , जिसका एग्रीमेंट भी बनाया गया | परन्तु हाल हीं में संध्या ने कोर्ट के माध्यम से मीना को एक नोटिस भेजा , यह देख मीना घबरा गई |
सरकार ने शिकायत दर्ज कराने के लिए जगह - जगह पुलिस चौकी की सुविधा दी है | मीना ने स्वयं को संभालते हुए सोंचा - पुलिस में संध्या की शिकायत या फरमान से परिस्थिति को नियंत्रित किया जा सकता है | मगर यहाँ तो उल्टा हीं हो गया | पुलिस ने जाँच का आश्वासन तो दे दिया , मगर करवाई नहीं की | करवाई न होता देख , महिला ने हेल्प डेस्क में शिकायत की | सरकार ने महिलाओं की सुविधा के लिए हर थाने में महिला डेस्क की भी स्थापना करवाई है | लेकिन थाना प्रभारी महोदय इस सुविधा की धज्जियाँ उड़ा रहे हैं | न जाने ऐसे मुट्ठी भर वर्दी वालों को काम करना या फिर न्याय दिलवाना , क्यूँ पसंद नहीं ?
मीना को दरोगा संदीप यादव ने फटकारना आरम्भ कर दिया | इक्तेफाक की मीना का लड़का इन सभी हड़कतो का विडियो बना रहा था , जो दरोगा जी को मालुम न था | लेकिन जैसे हीं दरोगा जी का ध्यान विडियो बनाने वाले व्यक्ति पर पड़ा , तो दरोगा जी ने मीना को फटकारना शुरू कर दिया और उस व्यक्ति को पकड़ने की कोशिश की | उनकी कोशिश तो नाकाम रही , परन्तु मीना के साथ उनकी नीच हड़कत व अभद्रता ऐसा कि - मीना का गर्दन पकड़कर उसे धक्का मारते हुए धरती पर गिरा दिया | इतना तक विडियो शूट हो गया था , जिसे मीना के लड़के ने सोशल मीडिया पर डाल दिया और यह विडियो तेजी से वायरल भी होने लगा |
दरोगा संदीप यादव जी को साक्ष्य व सबूत के तौर पर कैद विडियो से उनके झूठ बोलने और बचाव का भी कोई रास्ता न निकला , जिससे वह अपनी सबूत पेश करते | अब उन्हें सस्पेंड करने के बाद वहां इस प्रकरण की पूरी जांच करने के लिए इस प्रभार को CO गरोठा अभा सिंह को सौंप दी गई है | महिला आयोग ने भी इस मामले में संज्ञान लिया है |
सूचना के आधार पर - थाना प्रेमनगर प्रकरण में क्षेत्राधिकारी सदर अरुण कुमार चौरसिया ने बताया कि - महिला , दरोगा का विडियो बना रही थी , इसलिए मोबाइल छिनने में धक्का मार दिया | फिलहाल दरोगा संदीप यादव पर विभागीय करवाई करने का आदेश जारी किया गया है | अब देखना है कि उनपर कौन सी करवाई की जाती है और आने वाले कल में इन्हें देखते हुए संदीप यादव की तरह मानसिकता वाले प्रभारी अपने आप को सुधारने का काम करते है या नहीं |
अगर विडियो हीं बनाया जा रहा था , तो उसमे हर्ज क्या है ? महिला या महिला के परिवार वाले ने कोई गलत विडियो तो बनाया नहीं ! सिर्फ आज की हालात देखते हुए साक्ष्य और सबूत के लिए एक प्रयास किया | अगर समय पर दरोगा जी द्वारा करवाई की जाती , तो महिला को यह कदम उठाना नहीं पड़ता | सच तो यह है कि - आज जनता का विश्वास वर्दी पर से उठता जा रहा है | क्यूंकि उन्हें इन्साफ नहीं मिल पाता | मुट्ठी भर वर्दी वालों के कारण इन्साफ परेशान है और इतनी घटनायें जाने - अनजाने आँखों के सामने तैरती नजर आती है |
आज सोशल मीडिया का ज़माना है , तो लोग भी अपना साक्ष्य / सबूत पास रखने लगे है | ताकि जब वह आगे थाने में जाए तो वहां उन्हें यहीं जवाब मिलेगा कि अपने पास के थाने में जाइए | तो ऐसे भुक्तभोगी लोग उन्हें अपनी मेहनत का रंग दिखा तो पायेंगे | आज अगर विडियो वायरल न होता , तो दरोगा जी सस्पेंड भी न होते | महिला तो वर्दी पर विश्वास करके फ़रियाद करने पहुंची थी | इसलिए कि ऊपर वाले ने उन्हें सौभाग्य दिया वर्दी पहनने का | कृपया इसका दुरुपयोग न करे ,नहीं तो जनता के विश्वास से हाथ धोना पड़ेगा और जनता आज की तारीख में विडियो का सहारा लेकर आपके किये गए दुर्व्यवहार का भंडाफोड़ कर सोशल मीडिया पर डालने से चुकेगी नहीं | जिससे आपकी प्रतिष्ठा और कुर्सी पर सीधा असर पड़ेगा , जो उचित नहीं आने वाले कल के लिए | ........ ( न्यूज़ / फीचर :- भव्याश्री डेस्क )
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