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किसी शायर ने लिखा है - मेरे देश की धरती सोना उगले , उगले हीरे मोती मेरे देश की धरती , जो अब सच होता मालुम पड़ रहा है | मध्यप्रदेश की धरती पर यह सच का अद्दभुत नजारा वर्षों से देखने को मिल रहा है और आज भी साक्ष्य / सबूत पेश करती हुई यह धरती लोगों की भुखमरी और गरीबी उन्मूलन हेतु दस्तक दे रही है , ताकि इस धरती पर से मजदूरों का पलायन रुक सके | मगर अफ़सोस कि ऐसा नहीं हो पा रहा है |
पन्ना जिले में चौका देने वाले इस खबर से हम आपको अवगत करा दे कि - यहाँ एक माध्यमिक स्कूल झुमटा में पीने का पानी निकालने के लिए बोरिंग कराया जा रहा था , तभी धरती के नीच से आग की लपटे निकलनी शुरू हो गई | यह दृश्य सभी को हैरत में डाल दिया |
50 फीट खुदाई हो जाने के बाद यह घटना घटी , जहाँ नीचे से पानी निकलनी चाहिए थी वहां से आग की लपटे निकलती जा रही थी | इस बीच खुदाई में लगाये गए मशीन भी जलने लग गया | जैसे - जैसे आग की लपटे बढ़ती गई वैसे - वैसे भीड़ का बढ़ना भी शरू हो गया | लोगों की मदद से पुलिस को इस बात की सूचना मिली , सूचना मिलते हीं पुलिस वहां सहयोग के लिए पहुंची | नगर परिषद् की फायर बिग्रेड को भी यह नजारा देख आश्चर्य का यह ठिकाना न रहा ! घंटो की मेहनत के बाद तब जाकर आग पर काबू पाया जा सका |
वहां के SDOP पियूष मिश्रा के अनुसार अनुमान लगाया गया कि - यहाँ जमीन के अन्दर या तो गैस का कोई बड़ा भण्डार है , या फिर पेट्रोल - डीजल जैसा पदार्थ उपलब्ध है | इस जमीन के अन्दर कोई न कोई ज्वलनशील पदार्थ तो जरुर है , जिससे 50 फीट अन्दर खुदाई होने के बाद घर्षण पैदा हुई जिससे आग की लपटे बाहर निकलनी शरू हो गई | जाँच के दौरान यह अनुमान लगाया जा रहा है कि - आखिर कोई न कोई कीमती व जरुरी पदार्थ का भण्डार इसके अन्दर मौजूद है |
अब जांच के बाद हीं यह पता चल सकेगा कि आखिरकार इसके अन्दर क्या है ? लेकिन मध्यप्रदेश के लिए यह कोई नई बात नहीं है |
इससे पूर्व भी श्योरपुर के एक गाँव में खुदाई के दौरान आग निकलना एक आश्चर्य का कारण बना था | यह मध्यप्रदेश के बरौदा तहसील के महाराज पूरा गाँव की बात है , जो फ़रवरी 2019 में हुई थी | बोरिंग के बाद जब पानी निकालने के लिए पाइप डाला गया , तो उसमे से ज्वलनशील गैस निकलने लगी | गाँव वाले ने उस गैस में माचिस की तीली लगा दी , जिससे वहां आग जलना शुरू हो गया | वहां के ग्रामीणों ने अपना हाथ तो सेका हीं साथ हीं उस पाइप पर बर्तन रखकर चाय बनाकर भी पी ली | यहाँ 600 फीट गहरा खुदाई हुआ था , जो मोबाइल के कैमरे में यह दृश्य कैद हो गया |
बार - बार यहाँ की धरती लोगों को गरीबी उन्मूलन की तरफ आकर्षित करती रही है | पन्ना जिले से थोड़ा हटकर छतरपुर जिला में 50 साल से भी ज्यादा समय से धरती के अन्दर से हीरा निकल रहा है | बुंदेलखंड के घने जंगलों के बीच यहाँ हीरे का खदान है , परन्तु अभी यहाँ जमीन खोदने को लेकर भी प्रशासन गहरी सोंच में पड़ी है , नीचे से हीरा निकाला जाए या फिर ऊपर का जंगल काटा जाए |
लोग धरती से सोना उगलने की बात करते है , लेकिन यहाँ की धरती तो हीरा उगल रही है | परन्तु फिर भी यहाँ के लोग मजदूरी के लिए अन्य राज्य में पलायन के लिए हो रहे हैं मजबूर | इतना तक कि अगर कहा जाता है कि - जल हीं जीवन है , तो यह पीने का जल भी वहां के लोगों को मयसर नहीं | लोग एक किलोमीटर दूर से पीने का पानी आज भी लाते हैं |
भारत की राजधानी दिल्ली से पन्ना जिला करीब 800 किलोमीटर हीं दूर है | अभी हम बात कर रहे थे - स्कूल में ज्वलनशील पदार्थ निकलने की , अभी अगर वहां सरकार और प्रशासन पूरी जोड़ लगाकर खुदाई करवा दे , तो यह दावे के साथ कहा जा सकता है कि - मध्यप्रदेश के लोग तो पलायन के मजबूर नहीं होंगे | बल्कि अन्य राज्य के लोग वहां रोगजार ढूँढने जरुर निकल पड़ेंगे |
हर राज्य की अपनी - अपनी खासियत और उपलब्धता है , फिर भी लोग दुखी हैं और दिल्ली , मुंबई , कोलकाता , चेन्नई आदि महानगर में लोगों की भीड़ उमड़ रही है | जबकि सरकार अगर ध्यान दे , तो उन्हें अपने क्षेत्र में हीं रोजगार मुहैया हो सकता है | उन्हें दूसरे स्टेट में रोजगार ढूंढने नहीं जाना होगा , परन्तु यह कब संभव होगा ? कहना मुश्किल है ! ....... ( न्यूज़ / फीचर :- भव्याश्री डेस्क )
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