आगरा में कारोबारी की पत्नी अंजलि बजाज की हत्या , उनकी बेटी ने हीं अपने प्रेमी के संग साजिश रची | Bhavyashri News
- by Admin (News)
- Jun 10, 2023
उत्तरप्रदेश में एक और ह्त्या | यह ह्त्या किसी और ने नहीं , एक बेटी ने साजिश के तहत करवा दी |
आगरा में कारोबारी उदित बजाज की पत्नी अंजलि बजाज की बेरहमी से ह्त्या हुई | ह्त्या की साजिश बेटी और उसके प्रेमी ने रची और प्लान के तहत अपनी माँ को मौत की नींद सुला दिया | सिकंदरा के जंगल में अंजलि बजाज की लाश खून से लथपथ मिली |
बेटी ने अपने प्रेमी प्रखर गुप्ता के साथ इस जघन्य अपराध को अंजाम तो दे दिया मगर बचाव की लड़ी कहाँ से पकड़ पाएगी ? प्रखर गुप्ता अंजाम देकर फरार है , पुलिस तलाश कर रही है |
अंजलि बजाज अपनी नाबालिक बेटी को प्रखर गुप्ता से बात करने व मिलने से रोकती थी | बेटी पर नजर रखना , बेटी और प्रेमी को भाया नहीं | बेटी जब भी किसी से फोन पर बात करती तो अंजलि बजाज उसे ज्यादा देर तक फोन पर बात करने नहीं देती | प्रेमिका से बात न करने का खौफ प्रेमी के मन में जहर घोलता चला गया और फिर क़त्ल की वारदात सामने आई |
कैसे रची साजिश और हत्या कहाँ हुई ?
प्रखर गुप्ता अपनी प्रेमिका से उसकी माँ अंजलि बजाज को बनखंडी महादेव मंदिर के जंगल में बुलाया और मौक़ा पाकर धारदार तेज हथियार से वार कर अंजलि की ह्त्या कर दी |
वारदात के बाद मृतिका के परिवार में ऐसा कोहराम मचा जैसे कि सुनामी आ गई हो | बेटी की एक छोटे से स्वार्थ से घर में सन्नाटा छा गया |
पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है और प्रखर गुप्ता के खिलाफ केस दर्ज किया गया |
हम इस बात को स्पष्ट कर दे कि बीते बुधवार को अंजलि की पुत्री बाजार जाने की बात कहकर अपने घर शास्त्रीपुरम से बाहर निकली | बेटी बहुत देर तक घर नहीं लौटी तो माँ ने तलाशना शुरू किया फिर अपनी कार से उसे हर जगह तलाशा जहाँ उन्हें बेटी के होने की उम्मीद थी | कुछ देर बाद उन्हें अपने मोबाइल पर बेटी का एक मैसेज मिला जिसमे लिखा था - माँ मुझे लेने के लिए बनखंडी महादेव मंदिर आ जाओ |
मैसेज पढ़ने के बाद अंजलि ने अपने पति उदित बजाज को भी मंदिर चलने की बात कही और सिकंदरा बुला लिया | अंजलि और उदित बजाज मंदिर पहुंचे | बेटी ने अपने पिता को दूसरी जगह बुला लिया | साजिश से अनभिज्ञ पिता अपनी पत्नी को वहीं छोड़कर बेटी को लेने चले गए | उन्हें क्या मालूम था कि उनकी बेटी अब वह मासूम ह्रदय दिल नहीं बल्कि एक डायन बन चुकी है |
वैसे देखा जाए तो डायन भी 7 घर छोड़ दिया करती है , ऐसा मैने सुना है शायद आप भी इस हकीकत वाक्या को सुने होंगे | परन्तु एक बेटी जिसे वे लाजो से पाला , बड़ा किया , वहीं एक दिन अपनी माँ की क़त्ल करने का साजिश रचकर उन्हें मौत की नींद सुला देगी , कोई नहीं जानता था |
उदित बजाज घर पहुंचे और घर पहुँचने की जानकारी अपनी पत्नी को देकर पुनः उन्हें लेने मंदिर पहुंचे , अंजलि बजाज वहां नहीं थी | उदित बजाज ने काफी तलाश किया फिर थककर घर वापस लौट आये और सिकंदरा थाने जाकर पत्नी की गुमशुदा होने का मामला दर्ज कराया | पुलिस अंजलि बजाज को तलाश रही थी |
देर रात ककरंढा के ग्रामीणों ने जंगल में शव होने की सूचना पुलिस को दी | पुलिस की टीम मौके पर पहुंची तो मालुम हुआ यह लाश अंजलि बजाज की है |
बेटी का प्रेमी प्रखर गुप्ता अपने दोस्त के सहयोग से इस घटना को अंजाम देकर फरार है | पुलिस उपायुक्त हर एंगल से जांच कर रही है |जब सच छनकर सामने आएगा तो दोषी को गिरफ्तार कर सजा मिलेगी |
फिलहाल ऐसी घटना आये दिन पढ़ने , जानने को मिलता है और मन सोंचने पर हो जाता है मजबूर आखिर बचाव कहाँ है ? भरोषा कहाँ ढूंढे कोई ? एक माँ जो 9 माह तक इन्हें अपने शरीर में पाला जन्म दिया और बड़ा किया |
आखिरकार विश्वास किसपर और कितना किया जाये , आज मजबूर मन सोंचता है बचाव कहाँ है | जब घर में हीं इंसान अपनो से सुरक्षित नहीं तो फिर इस समस्या को कलयुग का नाम देकर खामोश रह जाए या फिर ........ ! ( न्यूज़ / फीचर :- रुपेश आदित्या , एम० नूपुर की कलम से )
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