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उत्तरप्रदेश के कोशांबी जिले में एक बेटी की हत्या उनके माता - पिता ने मिलकर कर दी | पति - पत्नी दोनों ने बेटी के मृत शरीर पर तेज़ाब भी डाल दिया ताकि लाश जल्दी सड़ सके और उसकी पहचान न हो |
फिलहाल माता - पिता सहित 2 आरोपी जो लड़की के सगे चाचा है को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है | ये दोनों भी इस साजिश में शामिल थे |
मामला बिना विवाह बेटी के प्रेग्नेंट होने का है |
लड़की के माता - पिता अपनी झूठी शान को बरकरार रखने के लिए अपनी बेटी के इस नादानी / भूल या फिर बेवसी को माफ़ न कर कानून को अपने हाथ में ले लिया और अपने रिश्ते को शर्मसार करने से पीछे नही हटे |
बेटी के शव को ठिकाने लगाने के लिए पिता ने अपने दो भाइयों को भी इस साजिश में शामिल कर लिया था | वहीं पिता चालाकी बरतते हुए यह भूल गए कि कानून का हाथ कितना लम्बा होता है और पुलिस की पैनी दृष्टि जुर्म को ढूँढ हीं निकालेगी , इस बात को नजरअंदाज कर उन्होंने अपनी बेटी के लापता होने की शिकायत थाने में दर्ज करा दी थी |
लड़की का शव गाँव से बाहर एक नहर में बरामद हुआ और पाप के रहस्य से पर्दा उठा | शक के आधार पर पुलिस ने पहले पिता को गिरफ्तार कर लिया | पुलिस द्वारा सख्ती बरतने पर पिता ने अपना जुर्म कबूल कर लिया और साजिश में शामिल अपनी पत्नी और दो भाइयों को शामिल होने की बात भी उगल डाली |
जानकारी के आधार पर जिला SP ब्रजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि - लड़की की उम्र 20 वर्ष थी | उसकी गुमशुदगी का रिपोर्ट 3 जनवरी को दर्ज कराया गया | 7 फ़रवरी को गाँव से बाहर अज्ञात शव मिलने की जानकारी पुलिस को मिली |
इस लाश को लड़की के पिता को दिखाया गया |ढोंगी पिता ने अपनी लापता बेटी को पहचान लिया | पुलिस की पैनी दृष्टि उसके पिता के भाव को पहचानते हुए गिरफ्तार किया | आखिरकार एक इंसान कितनी देर तक झूठ के सहारे खड़ा रह पाता ! यह सभी जानते हैं झूठ का कोई पाँव नहीं होता |
पिता ने कहा - उसकी बेटी कई युवकों के साथ मोबाइल पर बात किया करती थी | पिता को शक था कि उसकी बेटी प्रेग्नेंट है | इसी शक के आधार पर उन्होंने अपनी पत्नी के साथ मिलकर अपनी बेटी की गला घोटकर हत्या कर दी और अपने दो भाइयों के सहयोग से लाश को ठिकाने लगा दिया |
ये तो रही माता - पिता और बेटी के बीच की बात | इससे तो अच्छा होता कि अपनी इज्जत पर झूठ का पेवंद न टाकते हुए ये चारो मिलकर उस लड़के को हीं ढूँढ निकालते और दोनों का विवाह रचा देते | इस भूल का जुर्म क्या इतना बड़ा था कि कानून को कोई हाथ में ले ले ! ऐसे लोग भुलकर्ता को माफ़ क्यूँ नहीं करते ?
लड़की का वगैर विवाह प्रेग्नेंट होना या लड़के का किसी लड़की की जिन्दगी से खेलना दोनों हीं अपराध है | ऐसे में दोनों परिवार को एक जुट होकर पुलिस व समाज की निगरानी में विवाह करा देना हीं एक जिम्मेदारी को निभाने और माता - पिता के विचारों पर समझदारी का तगमा लगा देना एक खुबसूरत मोड़ पर खड़ा कर देता और समाज को भी एक सुलझा रास्ता मिलता मगर अफ़सोस की ऐसा नहीं होता है और लोग अपने हाथ को दागदार कर लेते हैं | ........ ( न्यूज़ / फीचर :- रुपेश आदित्या , एम० नूपुर की कलम से )
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