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सरकारी एयरलाइन्स एयर इंडिया का नया मालिक कौन बनेगा ? अब ! किसकी झोली में जायेगा इसका मालिकाना हक़ , इसकी घोषणा बहुत जल्द सरकार करने वाली है , यह बातें केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पूरी ने कहा | उन्होंने आगे कहा - मई माह के अंत तक यह निर्णय लिया जा सकता है की इस एयर इंडिया के मालिक कौन होंगे |
गुरुवार की हुई बैठक में निर्णय लिया गया है की सरकार 64 दिनों के अन्दर इसके लिए मंगायी जाने वाली फाइनेंशियल बिट्स को बंद करेगी | सरकार एयर इंडिया को बेचने का लक्ष्य चालू वित् वर्ष में ही रखा था | कोरोना महामारी के आगमन को लेकर निर्णय धरा रह गया | मंत्री हरदीप पूरी ने कहा :- प्रक्रिया पूरी करने व ट्रांसफर करने में 6 माह लगेंगे | नए मालिक को पता होगा की एयरलाइन्स कैसे चलाई जाती है और उनके पास प्रबंधन का भी अधिकार रहेगा |
अभी सरकार हर रोज इसमें अपना पैसा गवां रही है | ये पैसा सड़क , ग्रामीण विकास जैसे अन्य कामों पर खर्च किया जायेगा | मालूम हो की टाटा भी एयर इंडिया खरीदने की सोंच रखते है | टाटा समूह के साथ साथ spicejet के चेयर मैन अजय सिंह के नेतृत्व वाला एक कंपनी समूह भी शामिल है |
अब ! भारत की जनता का प्रश्न है कि अपने देश की सम्पति को सरकार निजी व्यक्ति के हाथ में क्यूँ देना चाहती है ? जब सरकार एयर इंडिया चलाने में अक्षम है तो फिर प्राइवेट कंपनी कैसे सक्षम हो सकती है ? एयर इंडिया के खर्च का वहन सरकार हर रोज गवां रही है तो फिर प्राइवेट कंपनी ऐसे घाटे का सौदा भला क्यूँ करेगी ? और घाटे के बावजूद प्राइवेट कंपनी का हुजूम कि एयर इंडिया के मालिक वे बने आखिर ऐसा क्यूँ है ? ये सवाल है , और बहुत गहरा सवाल है जो देश के हर नागरिक का मन ये सोंचने पर मजबूर हो रहा है कि सरकार अक्षम क्यूँ ?
एयर इंडिया निजी कंपनी चलायेगी , बिजली निजी कंपनी चलायेगी , ट्रेन निजी कंपनी चलायेगी , स्कूल , कॉलेज , अस्पताल यानि जितने सरकारी विभाग है उसे निजी कंपनी हीं चलायेगी क्यूंकि वे सक्षम है और सरकार से चल नहीं पा रहा विभाग | भारत की जनता यह सोंचने पर मजबूर है | बड़े हीं अफ़सोस की बात है की सरकार ऐसा क्यूँ करने की सोंच रखती है | ऐसे में एक बात याद आती है :- भारत में आलू की खेती होती है , भारत के नागरिक आलू का चिप्स बनाते है , वह चिप्स भारत के लोग खरीदकर खाते है , करोड़ों करोड़ की प्रतिमाह आमदनी होती है मगर अफसोस की कंपनी बाहर की होती है और बाहर की कंपनी मालामाल है | ऐसे में एयर इंडिया का अधिकार निजी कंपनी को सौंप देना देश का सौभाग्य होगा या कि ....? कहना मुश्किल है ........( न्यूज़ :- भव्याश्री डेस्क )
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