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खाना बनाती हुई एक मोहतरमा की विडियो , इन दिनों सोशल मीडिया पर काफी देखा जा रहा है और लोग इसे पसंद कर रहे है | रोटी बनाते हुए किसी ने उनका विडियो शूट किया , विडियो में वो मुस्कुराती हुई अपना काम कर रही है |
जैस्मिन सैनी नाम के इन्स्टाग्राम अकाउंट पर इस विडियो को शेयर किया गया है और इस विडियो को 15 लाख से ज्यादा बार देखा गया है | करीब एक लाख से ज्यादा लोगों ने इस विडियो को लाइक किया है और कमेंट करने वाले भी अपने अंदाज से , कोई नेचुरल ब्यूटी कह कर तारीफ़ कर रहे है , तो कोई बॉलीवुड एक्ट्रेस जैसी लग रही कह डाला |
लड़की का रोटी बनाते विडियो देखने के लिए इस टाइटल पर क्लिक करे :-
अपनी पैनी दृष्टि डालते हुए इस विडियो को मैंने भी देखा , यह मोहतरमा अच्छी लग रही हैं | अपनी भारतीय संस्कृति का ख्याल रखते हुए , अपने दोनों हाथ की सहयता से , एक दूसरे हथेली में रोटी पलटती हुई उसे बड़ी कर यानि फैला रही है | यह संभवतया गेंहू का आटा लग रहा है | कई जगह पर हथेली की सहायता से ऐसे हीं मक्का की रोटी बनाई जाती है |
यह विडियो को देखकर ऐसा लग रहा है कि हम कहने को आधुनिक जरुर हो गए है , मगर भारतीय खाना - पीना बनाने में ऐसे परिवेश वाले आज भी स्वच्छता नहीं बरतते | खुले स्थान पर खाना बनाना , जहाँ कुत्ते , मवेशी सरेआम घूम रहे है | यह विडियो किस स्थान का है , पता नहीं ! मगर ये भारत का है | परन्तु यह खुला मैदान लग रहा है | एक दूसरी लड़की हरे रंग के कपड़े में आती है और एक बर्तन , पास परे बड़े कागज़ पर जोर से रखती है | कागज़ थोड़ा तेजी से ऊपर - नीचे होता है और मिट्टी का अंश रोटी के आटे तक पहुंचता है |
संपूर्ण स्वच्छता अभियान में न जाने कितने सौ अरब रुपये खर्च कर दिए गए होंगे | परन्तु आज भी हमारे भारत का यह दुर्भाग्य है कि लोग चाँद पर घर बनाने की बात तो जरुर सोंचते हैं और सामान्य लोग के पास भी 10 / 12 हजार से कम का मोबाइल नहीं देखा जाता | मगर खाना बनाते समय दिमाग की स्थिति 0 डिग्री पर क्यूँ आ जाता है , जहाँ से हमारे स्वास्थ्य का दौर आरम्भ होता है | यह तो बीमारी का घर है , ऐसा खाना विषैला माना जाएगा | पता नहीं 15 लाख लोगों का ध्यान इसपर क्यूँ नहीं गया ? काश ! कमेंट करते वक्त ये भी लिखा होता - बहन जी , रोटी बनाते वक्त थोडा स्वच्छता भी अपना लीजिये , तो बड़ा अच्छा लगता | खैर ..... सभी की अपनी - अपनी विचार है |
इन्हें पता नहीं , लेकिन कोई इन्हें बता पाता कि , खुले मैदान में जहाँ मवेशी विचर रहा है और मिट्टी के उखरे , हल्के जमीन पर रोटी बनाना कितना गलत है | याद रखिये मिट्टी भारी होता है और पेट में जाए तो जिंदगी खतरों से खाली नहीं | आप से अनुरोध है कि , आप खाना बनाते वक्त डस्ट के उड़ने का खतरा और अपने बालों पर कृपया ध्यान दीजिये | खाना जब भी बनाये , कॉटन के दुपट्टे से अपने सर को ढक ले और पुरुष भाई भी गमछे से | यह स्वास्थ के लिए बहुत जरुरी है |
वैसे रोटी बनाती हुई मोहतरमा बहुत अच्छी लग रही है |
उदाहरण स्वरुप हम आपको एक फिल्म का डायलॉग याद दिला दें :- फिल्म का नाम "खुबसूरत" है , जिसमे रेखा और राकेश रौशन है | रेखा अपने बहन के ससुरात आती है तो वगैर हाथ धोये डाइनिंग टेबुल पर से पराठा उठाकर रोल कर , खाने लगती है | बहन की सासु माँ बोलती है - हाँथ तो धो लेती | अब देखिये लिखने वाले ने क्या खूब लिखा ? रेखा बोलती है - आंटी जी जब मुंह धुला हो तो हाथ धोने की क्या जरुरत है ?
अब विश्व में जितने भी लोग रेखा जी के फैंस होंगे , तो अधिकांशतः उनका अनुकरण करेंगे और डायलॉग बोलेंगे | तो इसमें निर्माता , निर्देशक ,लेखक और अभिनेत्री का कोई नुकसान नहीं , नुकसान होगा फैंस का | ये लोग समझे न समझे ! लेकिन आप इस डायलॉग पर अपनी पैनी सोंच डालते हुए स्वच्छता का ख्याल जरुर रखिये | एक - एक आदमी ध्यान दें तो हमारा भारत ऐसे हीं स्वच्छ . सुन्दर व गतिशील हो जाएगा | ...... ( न्यूज़ / फीचर :- भव्याश्री डेस्क )
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