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बॉलीवुड के मशहूर अभिनता , प्रोडूसर व डायरेक्टर अमोल पालेकर जो करोड़ो दिलो की चाहत बने राज कर रहे है , तबीयत बिगड़ जाने के कारण पुणा के दीनानाथ मंगेशकर अस्पताल में भर्ती है |
इस बात की जानकारी उनकी पत्नी संध्या गोखले ने देते हुए बताया है कि - पुरानी बीमारी से निजात पाने के लिए उन्हें भर्ती कराया गया है | फिलहाल चिंता करने की कोई बात नहीं है , वो अब ठीक हो रहे है और उनका स्वस्थ पहले से बेहतर है | 10 साल पहले भी उन्हें इसी बीमारी के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था |
अमोल पालेकर के विषय में आज के युवा पीढ़ी को बहुत कम जानकारी होगी | उनके लिए हम थोड़ा विस्तार करते हुए बता दे कि -
अमोल पालेकर 70 - 80 के दशक के अभिनेता है | इन्होने दर्जनों फिल्मो में काम करके अपने एक्टिंग का लोहा मनवा दिया | इनकी शालीनता , मुस्कराहट और बात कहने की अदा ने दर्शको को अपने दिल का दरवाजा खोलने पर मजबूर कर दिया | फिल्मों में इनकी अदाओं का कुछ अलग हीं अंदाज देखा गया जिसपर दर्शक फ़िदा होते चले गए |
यहाँ तक कि इनकी आदाओं की तारीफ़ महानायक अमिताभ बच्चन ने भी कई बार किया है | यह अलग बात है कि - दोनों में काफी अच्छी मित्रता है | मगर महानायक कभी किसी की झूठी तारीफ़ नहीं करते और अमोल पालेकर की अधिकांशतः फिल्मों में महानायक की कुछ गतिविधि जरुर देखने को मिलती है |वैसे अशोक कुमार जी भी अमोल पालेकर को खूब पसंद किया करते थे |
करीब दो दशक तक दर्शको के दिल पर छाये रहे | अमोल पालेकर एक अच्छे कॉमेडियन भी है |
फिल्म गोलमाल काफी अच्छी कॉमेडी फिल्म है , जिसमे इनका डबल रोल देखा गया | यह फिल्म लोगो को इतना भाया की बॉलीवुड ने फिर एक बार इसकी थीम को लेकर "चोर मचाये शोर" फिल्म बना डाली | इस फिल्म में बॉबी देओल ने डबल भूमिका अदा की थी | जिसने भी दोनों फिल्मो को देखा उनकी नजर अमोल पालेकर को याद किया होगा |
इन्होने फिल्म के साथ कई टीवी सीरियल का भी डायरेक्शन किया | शाहरुख़ खान और रानी मुखर्जी स्टारर फिल्म "पहेली" जिसका चुनाव ऑस्कर के लिए हुआ इस फिल्म का डायरेक्शन अमोल पालेकर ने हीं किया था | किसी कारणवश यह फिल्म अवार्ड से वंचित रह गया |
इन्होने ज्यादातर ऐसी फिल्मों में काम किया जो जिंदगी के काफी करीब था | ऐसी फिल्मो को आप मध्यमवर्गीय जिंदगी का एक हिस्सा कह सकते है |
बासु चटर्जी और ऋषिकेश मुखर्जी के ये बहुत हीं प्रिय कलाकार रहे |
अमोल पालेकर बैंक में क्लर्क की सर्विस में थे | बासु चटर्जी की नजर इनपर पड़ी और उन्होंने अपनी फिल्म के लिए इन्हें ऑफर दे डाला | इनकी रूचि पहले से हीं फिल्म में थी , सो इन्होने बैंक की नौकरी छोड़कर फिल्म "रजनीगंधा" साइन कर लिया और दर्शक के दिल पर छा गए और छाते चले गए |
फिल्म :- चितचोर , छोटी सी बात , घरौंदा , बातो बातो में , नरम - गरम , गोलमाल , मेरी बीबी की शादी , श्रीमान - श्रीमती आदि दर्जनों फिल्मों में काम किया |
चलते - चलते हम आपको बता दे कि - इनका जन्म 24 नवम्बर 1944 को मुंबई के धरती पर हुआ और इन्होने मुंबई के जे जे स्कूल ऑफ़ आर्ट्स से शिक्षा प्राप्त की | यह एक अच्छे खासे पेंटर भी है |
सहृदय अमोल पालेकर के विषय में एक और बात बता दे जो बहुत कम लोग जानते है - जिस समय ये सुर्खियों में रहे उस वक्त किसी ने अपनी फिल्म बनाने के लिए ऑफर दिया था , मगर उनके पास उतनी राशि नहीं थी जो अमोल पालेकर को साइन कर पाते | यह बात जब पालेकर साहब को पता चला तो उन्होंने एक रुपये लेकर बतौर हीरो उस फिल्म को साइन किया था , यह एक यादगार बाते है जिसे भुलाया नहीं जा सकता |
जिंदगी में छोटी छोटी बाते ऐसी होती है जो
महत्वपूर्ण बन जाता है और इंसान के चहरे पर सतरंगी नूर बिखेर देता है | सभी
लोगो को सहृदय प्रवृति में हीं ढलना चाहिए | जो जहाँ है अपनी तरफ से हर
किसी की मदद कर इस काबिल बने कि लोग उन्हें इतिहास में याद करे |
........ ( न्यूज़ / फीचर :- रुपेश आदित्या , एम० नूपुर की कलम से )
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