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उगते हुए सूरज को सभी प्रणाम करते है , मगर डूबते हुए पर किसी का ध्यान नहीं जाता | यह लाइन कभी - कभी एक उदाहरण बन जाता है और इंसानी फिदरत , सोंच , निर्णय पर यह दोहराया जाता है |
ऐसे में हीं कुछ नेतागण अपने फायदे के लिए अक्सर पार्टी बदलते देखे गए हैं और अपनी गोटी का चाल टेढ़ी पाकर फिर पुराने घर में लौट आते है | शायद ! यही राजनीति है | लेकिन भूल सुधार तो होता हीं रहा है और होता हीं रहेगा | क्यूंकि सुबह का भुला गर शाम को घर वापस आ जाये , तो उन्हें भुला नहीं कहते |
पूर्व विधायक सोनाली गुहा ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से पुनः पार्टी में वापसी हेतु गुजारिश की है | TMC की पूर्व विधायक सोनाली गुहा जो 4 बार विधायक रह चुकी है , अभी हाल हीं में वे विधानसभा चुनाव TMC से टिकट न मिलने पर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गई थी | लेकिन चुनावी नतीजे का ऊंट तो TMC के तरफ बैठ गया |
ममता बनर्जी भले हीं अपनी सीट नंदीग्राम से चुनाव हार गई थी , परन्तु बहुमत में कोई उन्हें हरा न सका और मुख्यमंत्री पद की दावेदार बन तीसरी दफा कुर्सी पर विराजमान हुई |
अब नदी की धाराएँ ममता बनर्जी की तरफ बह रही है | अपने भविष्य को गर्दिश में डूबा देख सुबह का भुला शाम को वापस आने की कोशिश में TMC का हाथ छोड़ बीजेपी में शामिल होने वाली पूर्व TMC विधायक , सोनाली गुहा ने हाथ जोड़ती हुई , ममता बनर्जी से पत्र द्वारा माफ़ी माँगा है और अपनी वापसी के लिए सोशल मीडिया पर उन्होंने अपना पत्र पोस्ट किया , लिखा - मै यह टूटे हुए दिल के साथ लिख रही हूँ कि मैंने भावना में बहकर किसी अन्य पार्टी में शामिल होने का निर्णय ले लिया था और मै वहां अभ्यस्त नहीं हो पाई | जिस तरह से मछली जल के बाहर नहीं रह सकती है , ठीक उसी तरह से मै भी आपके बिना नहीं रह सकती हूँ , दीदी | मै माफ़ी मांगती हूँ और अगर आप मुझे माफ़ नहीं करते है तो मै जी नहीं पाउंगी |
सोनाली जी ने आगे लिखा - मुझे वापस आने दे और अपने स्नेह की छाँव में जीवन व्यतीत करने का मौका दे |
सोनाली गुहा , पश्चिम बंगाल की एक ऐसी जुझारू महिला व पूर्व विधायक है , जिन्हें ममता बनर्जी का साया माना जाता रहा है | इस बार की चुनाव में काफी गर्माहट रही थी , जिससे सभी कुछ उथल - पुथल हो गया | खैर .... जब जागो तभी सवेरा और यह ममता बनर्जी पर निर्भर करता है कि , वे इन्हें वापस गले लगाती है या नहीं ! उनके तरफ से कैसा सिग्नल दिखाई पड़ेगा , यह तो आनेवाला वक्त बताएगा | फिलहाल सोनाली गुहा ने अपनी समझ से यह निर्णय लिया है , जो आनेवाली पीढ़ी व अन्य लोगों के लिए एक सीख , सबक है | कि , कदम जिंदगी के , जब भी बढ़ाये और शब्दों का इस्तेमाल , किसी पर बहुत सोंच - समझकर करे , तो फिर पुनः छाँव मिल जाता है | ....... ( न्यूज़ / फीचर :- भव्याश्री डेस्क )
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