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पश्चिम बंगाल TMC की सांसद व अभिनेत्री नुसरत जहाँ का एक विडियो जो उन्होंने इन्स्टाग्राम पर अपलोड किया है , इसमे वे डार्क पिंक कलर का क्रॉप टॉप और शॉट स्कॉट पहनी हुई नजर आ रही है | अंदाज डांस भरा है , गाना भी बज रहा है | इस बीच किसी एप्प के द्वारा वे कई कपड़े बदलते दिखाई पड़ी |
इस विडियो को कई कलम द्वारा वायरल विडियो नाम दिया गया | साथ हीं हेड लाइन जो मैंने पढ़ा कि - नुसरत जहाँ ने कैमरे के सामने कपड़े बदले | हमारा दिल माना नहीं , हलाकि यह उनके लिए या बहुत सारी अभिनेत्री के लिए कोई बड़ी बात नहीं | फिर भी मैंने इनका विडियो देखा तो पाया कि वह कैमरे के सामने कपड़े नहीं बदल रही है बल्कि यह एप्प ऐसा था जिसमे विभिन्न कपड़ो में लोग नजर आ सकते है |
कई हेड लाइन ऐसा होता है जिसे पाठक या दर्शक अपने डिवाइस पर उस रोचक , गंभीर या आश्चर्य भरा शब्दों को पढ़कर न्यूज़ पढ़ने / देखने को मजबूर हो जाते है |
विडियो देखने के लिए इस टाइटल पर क्लिक करे :-
"नुसरत जहाँ ने कैमरे के सामने कपड़े बदले" इस हेड लाइन से बिलकुल विपरीत देखा गया विडियो | मगर इनका व्यक्तित्व हीं कुछ ऐसा है कि 2019 में इन्होने TMC को ज्वाइन किया और वेस्ट बंगाल से बरसिरहट विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ी और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता सायंतन बसु को हराकर साढ़े तीन लाख वोट से अपनी जीत दर्ज कराई | आज सांसद के पद पर विराजमान हैं जो अक्सर सुर्ख़ियों में बनी रहती है |
हमारे भारत में ऐसी सांसद , ऐसी नेत्री है जो समाज सेविका का चोला पहनने के बाद भी फिल्म का अधुरा कपड़ा बदलना पसंद नहीं करती जो इस देश की गरिमा व संस्कृति पर कई सवाल खड़े करते है | क्या हमारे भारत में ऐसी महिला उम्मीदवार या नेत्री होनी चाहिए ? जो अपनी खूबसूरती व अधनग्न कपड़ो में डांस करती हुई स्वयं को दिखाकर जनता का वोट हासिल करे ! जिस तरह नेतागण भरपूर कपड़ो में नजर आते है , क्यूँ कुछ नेत्री नजर नहीं आती | हम ऐसा नहीं कहते कि - हर महिला जो राजनीति में सक्रीय है वह भरपूर कपड़ा नहीं पहनती | मगर कुछ ऐसी अभिनेत्री जो अब राजनीति में सक्रीय हुई है वे अपनी चमक दमक व बल को अभी भी भुला नहीं पाई | ऐसे में संस्कृति कैसे बचेगी भारत की |
कहा गया है - नेचर और सिग्नेचर नहीं बदलता जो इस विडियो को देखकर सिद्ध हुआ | मगर बड़े हीं अफ़सोस और चिंता का विषय है कि देश के भविष्य की चिंताकर सत्ता पाने वाले लोगो के बदन पर भरपूर कपड़ा नहीं , ऐसे में हमारा भारत सम्पूर्ण कैसे बन सकता है ! .......... ( न्यूज़ / फीचर :- रुपेश आदित्या , एम० नूपुर की कलम से )
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