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जिंदगी का हरेक पल किस तरह दामन से फिसल जाता है कि पता हीं नहीं चलता की कब बड़े हुए , कब शादी हुई और कब अपने बेटे की शादी के तमन्ना में इंतजार करते वो पल कि - अब दादा बनने की बारी आने वाली है |
दादा बनना और दादा कहलाना दोनों अलग बात है , मगर पूरक है | हम बात कर रहे हैं बॉलीवुड के दादा जैकी श्रॉफ की | अभी जैसे कल की हीं तो बात है - फिल्म होरो पर्दे पर लगी थी | मीनाक्षी शेषाद्री इस फिल्म की अभिनेत्री थी | सुभाष घई की इस फिल्म ने काफी नाम कमाया और देखते हीं देखते जैकी श्रॉफ सभी के चहेते हीरो बन गए |
उनके व्यक्तित्व में एक आकर्षण है | कोई भी उनके पास आये तो , एक अहम रिश्ता से जुड़ जाता है | अभी इंडियन आइडल के मंच पर आये थे , आते हीं सदाबहार हीरो की तरह दर्शकों के बीच अपना नशा व छाप छोड़ दिया | इन्हें इंडियन आइडल के मंच पर देखकर , लोगों को बहुत ख़ुशी हुई |
जैकी श्रॉफ को 13 साल की एक लड़की से प्यार हो गया था | जब वे सड़क किनारे खड़े थे , ऐसे में उन्हें स्कूल यूनिफार्म में वो लड़की बस में बैठी दिखाई दी थी | जैकी श्रॉफ को पहली नजर में उनसे प्यार हो गया | जैकी ने उनसे कहा कि - वे एक रिकॉर्डिंग स्टोर की ओर जा रहे हैं , क्या वे साथ में आना पसंद करेंगी ! लड़की ने हामी भर दी और साथ चल दी | जैकी एक म्यूजिक एल्बम खरीदने में उस लड़की से मदद ली | उस मुलाकात के बाद सिलसिला मिलने का आरंभ हुआ और फ़िल्मी तर्ज पर प्रेम में बदल गया | लेकिन प्यार करना आसान होता है , प्यार के संग जीवन बिताने की बाते इतना सरल नहीं होता , किसी प्रेमी के लिए | ऐसे में जैकी श्रॉफ और 13 वर्ष की वो लड़की की कहानी जुड़ी है |
दूसरी बात की जाकी श्रॉफ दो घोड़ों पर सवार हो गए , क्यूंकि वे किसी और से भी प्यार करते थे और उनका प्यार उस वक्त अपनी पढ़ाई पुरी करने अमेरिका में गई हुई थी | जब वे पढाई पुरी करके आती तो जैकी उनसे शादी करते | अब ऐसे में 13 वर्ष की लड़की जिसका नाम आएशा है और आज वहीं लड़की टाइगर श्रॉफ की माँ है यानि जैकी श्रॉफ की पत्नी |
आएशा के पास दो बिक्लप थे - या तो वे जैकी को भूल जाती या उनकी गर्लफ्रेंड को बोल दे की वे जैकी श्रॉफ से प्यार करती है और विवाह करना चाहती है | एक इमानदार महिला या पुरुष में ऐसी समझदारी होनी चाहिए कि छिनकर नहीं किसी भी चीज को मांग कर लिया जाए | आएशा ने भी यहीं किया , उनकी गर्लफ्रेंड को पत्र लिखकर सबकुछ बता दिया और 1987 में दोनों विवाह सूत्र में बंध गए |
दोनों की शादी फ़िल्मी कहानी की तर्ज पर देखा गया | कहते हैं जिंदगी फिल्म बनती है , फिल्म जिंदगी नहीं | ऐसे में आएशा शाही परिवार से थी , काफी संपन्न | अमीरी में पली बढ़ी थी और जैकी के साथ विवाह करके उन्हें चाल में आना था |
मुंबई का चाल ऐसे भी काफी नामी है , फिल्मों में अक्सर ऐसे चाल दिखाई पड़ते है और ऐसा इक्ताफाक है की बड़े - बड़े स्टार जो भी बने , चाल से होते हुए सफ़र किया |
ऐसे में स्टार जितेन्द्र की बात करे तो वे भी चाल के एक छोटे से घर में रहते थे | आज भी वे जब भी किसी शो में बुलाये जाते है तो इस बात का जिक्र वो जरुर करते हैं | कहीं से चायपत्ती और कहीं से चीनी लेकर काम चलाते और सच में आज के दौर में भी लगभग चाल में ऐसा हीं होता है | जहाँ बाल्टी में पानी लेकर टॉयलेट के लिए लाइन में लगना पड़ता है |
आएशा अपने प्यार की खातिर इस हद से गुजर गई और विवाह के बाद चाल में रहना आरंभ किया | इन्होने जैकी श्रॉफ के लिए कई त्याग किये | इस तरह उन्होंने बड़ी हीं खूबसूरती से जिंदगी को निभाते हुए , एक जीवन को तरासते हुए उंचाई दी |
प्यार को एक नाम देने के लिए , दोनों को एक दूसरे को अन्दर तक समझना जरुरी होता है और एक दूसरे के साथ समान्य सरल तरीके से बात रखी जाए तो जिंदगी जीने में कोई कठिनाई नहीं होति | फिर दुःख के हालात भी पिकनिक जितना आनंदित बन जाता है |
जैकी श्रॉफ में बड़ा बदलाव आया | उन्होंने अपनी हर बातें लोगों से शेयर की है | अभी हाल हीं में इंडियन आइडल मंच पर भी अपनी प्रेमिका बनी पत्नी आएशा को अक्सर सम्मान देते है , जिसकी वो हकदार है | जैकी श्रॉफ का आरंभिक पहनावा काफी अलग था , चाल के लड़को की तरह | जैकी श्रॉफ ये भी मानते है की आएशा उनके जीवन में देवी की तरह आयी हैं और उनका जीवन सवांर दिया | उन्हें सभ्य बनाया , ताकि वे लोगों के साथ मिल - जुल सके | क्यूंकि इनका पहनावा और बात करने का सलीका काफी रफ था | चाल के लगभग लोग आज भी ऐसा हीं रफ बात करते हैं |
अभी हाल हीं में ईद के मौके पर जैकी श्रॉफ की कॉमेडी , लोगों को देखने को मिलेगा फिल्म राधे में , जो ईद के मौके पर रिलीज हो चुकी है | इस फिल्म में वे दिशा पाटनी के भाई का किरदार निभा रहे हैं | किरदार बहुत लाइट और हॉटेड है | ये ऐसे पुलिस अफसर बने है , जो अपनी जिंदगी में कोई बात सीरियस नहीं लेते | जैकी की नज़रों में दर्शक उन्हें शुद्ध कॉमेडी करते देखेंगे |
अब उनकी इच्छा है कि , अपने बेटे टाइगर श्रॉफ के साथ काम करे , फिल्म बागी के बाद उन्हें अपने बेटे के साथ नहीं देखा गया , तो उनकी यह भी इच्छा पुरी हो जायेगी | इसलिए की जैकी श्रॉफ में आज भी वो बात है , जो बॉलीवुड में अपना एक जोरदार स्तम्भ खड़ा कर सकते हैं |
फिल्म देवदास का किरदार जिसमे वे शाहरुख़ खान के मित्र चुन्नी बाबू बने नजर आयें , भुलाया नहीं जा सकता है |
वैसे हीं फिल्म "सिर्फ तुम" में वे एक ऑटोरिक्शा ड्राईवर बने है | यह भी एक यादगार फिल्म व रोल है |
फिल्मों में छोटा हीं रोल सही मगर ! उस फिल्म से कलाकार के व्यक्तित्व की पहचान होनी चाहिए | जिससे लोग उन्हें कभी भूल न पायें | तो ये था दादा जैकी श्रॉफ की कहानी के कुछ पन्ने | ...... ( न्यूज़ / फीचर :- भव्याश्री डेस्क )
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