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कौन बनेगा करोड़पति का 13 वां सीजन आरम्भ हुआ | 23 अगस्त को महानायक अमिताभ बच्चन पहले की तरह हीं दौड़ते / मुस्कुराते हुए उत्साहित होकर स्टेज पर आते दिखे | ऑडियंस की कुर्सी भी सोशल डिस्टेंस का पालन करती हुई भरी थी |
पिछली बार के सीजन में ऑडियंस की कुर्सी खाली थी | कारण सभी जानते , उदाहरण न दिया जाए तो अच्छा है | ऑडियंस पोल पहले की तरह हीं उतार - चढ़ाव में भरी कहा जा सकता है | क्यूंकि पहले दिन हीं ऑडियंस ने जो जवाब दिया , वो गलत था | जिससे प्रतिभागी को अपना नजरिया बदलन पड़ा और उन्हें दूसरे लाईफ लाइन का सहारा लेना पड़ा , जिसकी मदद से वे प्रश्न के क्रम में आगे बढ़े |
कौन बनेगा करोड़पति के इस सीजन में सर्वप्रथम झारखण्ड के ज्ञान राज को हॉट सीट पर बैठने का सौभाग्य प्राप्त हुआ |
KBC में कुछ बदलाव हुआ है | पहले फास्टेस्ट फिंगर फर्स्ट राउंड में प्रतिभागी एक प्रश्न का जवाब देकर हॉट सीट पर बैठने का दावेदार बन जाते थे , परन्तु इसबार ऐसा नहीं है | इसबार ट्रिपल टेस्ट यानि 3 प्रश्न का जवाब देने के बाद सबसे कम समय में जो प्रतिभागी तीनों सवाल का सही जवाब सबमिट करेंगे , उन्हीं को हॉट सीट पर बैठने का मौका मिलेगा | यह मुकाबला थोडा कठिन लगा | इसे हीं कहते है - मौका रहते हुए भी छक्का न मार पाने का अफ़सोस और जो जीता वहीं सिकन्दर वाली बात हो गई | जो यहाँ पर देखने को मिला , खैर ....... |
ज्ञान राज इस शो से 3 लाख 20 हजार रुपया जीतकर गए हैं | हालाकि वे 6 लाख 40 हजार भी जीत चुके थे और अब उन्हें देना था 12 लाख 50 हजार रुपये जीतने के लिए 12 वें सवाल का जवाब | वे इसी प्रश्न में अटक गए और इस बीच उनके पास कोई लाइफ भी नहीं बचा था , जिससे वह इस पड़ाव को पार कर पाते | मगर फिर भी उन्होंने जवाब देना उचित समझा और अंदाजानुसार प्रश्न का जवाब दिया , जो निशाने पर नहीं लगा और जवाब गलत साबित हुआ , जिससे वे गिरते हुए 3 लाख 20 हजार पर आकर रुक गए |
अब हम आपको बता दे कि उन्होंने अपने चारो लाइफ लाइन का इस्तेमाल किस प्रश्न पर किया | तो उन्होंने 10 हजार के प्रश्न पर दो लाइफ लाइन खर्च किया | पहले में उन्होंने ऑडियंस पोल लिया , उससे बात बनी नहीं |
उसी सवाल पर फिर उन्होंने दूसरा लाइफ लाइन खर्च किया , जो फ्लिप द क्वेश्चन था और 10 हजार रुपये जीतकर सवाल का सिलसिला आगे बढ़ाया |
ऑडियंस पोल का जवाब मिलाजुला था , जिससे की डिसीजन लेना मुश्किल हुआ और खर्च हो गए एक हीं प्रश्न पर दो लाइफ लाइन |
तीसरा लाइफ लाइन उन्होंने 3 लाख 20 हजार के सवाल पर लिया , यह उनका दसवां प्रश्न था | इस सवाल में उन्होंने एक्सपर्ट्स की सहायता ली |
एक्स्स्पर्ट्स पूर्व की तरह हीं जाना - पहचाना सलोना चेहरा था , जिससे सभी परिचित है | जिंदादिल , हंसमुख व्यक्तित्व की धनी ऋचा अनिरुद्ध , जिनकी मदद से उन्होंने इस पड़ाव को पार कर जीत लिया 3 लाख 20 हजार रुपये और अब बारी था 6 लाख 40 हजार रुपये के सवाल के जवाब का |
यह इनका 11 वां प्रश्न था , जहाँ इन्होंने फिर एक लाइफ लाइन खर्च किया | यह उनका आखरी लाइफ लाइन था "फिफ्टी - फिफ्टी" और इसकी मदद से वे पहुँच गए 12 लाख 50 हजार के प्रश्न पर , यह उनका 12 वां सवाल था |
जिस पड़ाव को वह पार नहीं कर सके और उलझ गए चार आप्शन में | उन्हें समझ में नहीं आ रहा था कि किस जवाब को लॉक किया जाए | यहीं पर वे चुक गए और दाव पर लगा दिए 6 लाख 40 हजार रुपये | प्रश्न का जवाब उन्होंने गलत दिया और नीचे गिरकर पहुँच गए 3 लाख 20 हजार रूपये पर | अब उनका खेल समाप्त हो चूका था , जैसा की खेल का नियम है |अच्छा होता कि वे जवाब नहीं देते और गेम क्विट कर देते | अँधेरे में डूबकी लगाने से बेहतर था रुक जाना |
उनके खाते में महानायक अमिताभ बच्चन ने 3 लाख 20 हजार रुपया डालते हुए उन्हें बधाई दी |
हार और जीत , यह तो खेल का नियम है | इससे ज्ञान का पता लगाना संभव नहीं , जहाँ इंसान एक जगह चुक कर दे तो इसे यह साबित नहीं होता कि वे बुद्धिमान नहीं | क्यूंकि इस शो में समुन्द्र से मोती को चुनकर लाना होता है और यह किसी के लिए भी संभव नहीं | बस समय और भाग्य पर भी यह नियम साबित होता है ,इसलिए कि समय से पहले और भाग्य से ज्यादा न किसी को मिला है और न किसी को मिलेगा | यह जानते हुए लोगों को यहीं पर संतुष्ट हो जाना शायद उचित होगा |
लेकिन यह शो बहुत हीं मजेदार है | क्यूंकि इसमे कोई प्रतिद्वंद्वी नहीं | सिर्फ आप हीं आप होते हैं प्रश्न के सामने जिसे आर या पार हम कह सकते है | दिल और दिमाग में कहीं दिल का साथ तो कहीं दिमाग का साथ उस वक्त लिया जाता है , जब आपके ज्ञान का भण्डार उस प्रश्न के लिए खाली हो चूका है और आपके पास सामने कोई आप्शन भी नहीं | क्यूंकि इस समय तक सारे लाइफ लाइन खर्च हो चुके होते हैं | दिल और दिमाग हलचल प्रवृति में सिमटा हुआ है , कभी सही आंकड़ा दे पाता है तो कहीं गलत और इस तरह ज्ञान राज के भी दिल और दिमाग में भी उथल - पुथल चालु हुआ , जिससे सवाल की नैया मझदार में डूब गई , उसे जवाब नहीं मिला |
23 अगस्त को उनका जन्मदिन भी था | जिसमे KBC ने उनके जन्मदिन पर शुभकामनाएं देते हुए एक चर्चित गीत भी सुनाया | फिल्म "फ़र्ज़" से था जिसके बोल थे "बार - बार दिन ये आये , बार - बार दिल ये गाये - तू जीए हजारों साल ये मेरी है आरजू" हैप्पी बर्थ डे टू यू | अमिताभ बच्चन ने भी उन्हें जन्मदिन की बधाई दी , जिसपर ज्ञान राज ने कहा कि - हमारा आज का ये जन्मदिन काफी महत्वपूर्ण हो गया , जब आपने बधाई दी |
ज्ञान राज झारखण्ड के रहने वाले एक होनहार जीनियस व्यक्तित्व के धनी व्यक्ति है | इन्होने इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की और उनकी सोंच में एक वैज्ञानिक का निवास है , जिससे कि इन्होने कहीं भी सर्विस नहीं की | हालाकि सर्विस के लिए इन्हें बहुत जगह से दस्तक दिया गया , परन्तु इन्होने स्वतंत्र रहकर स्वयं को आगे बढ़ाने की सोंच रखी | अभी इनका रांची के पिस्का नगरी में एक स्कूल है , जिसमे वे बच्चों के बीच शिक्षा बांटते है | इनके स्कूल में ATL की पढ़ाई होती है , जिसमे वे बच्चों को रोबेटिक्स , वर्चुअल रियलिटी , आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस ड्रोन मेकिंग , 3D प्रिंटिंग , माइक्रोस्कोप टेलिस्कोप आदि चीजों की जानकारी से परिपूर्ण कर रहे हैं |
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को इनके द्वारा शिक्षा देने की कोशिश काफी पसंद आई | इसलिए यह प्रधानमंत्री के प्रिंसिपल साइंटिफ एडवाइजर टीम का हिस्सा है | ज्ञान राज की बातें सुनने के लिए KBC देखने वालो की रूचि कई दिनों से थी , मगर अफ़सोस की वह इस शो का ज्यादा देर तक हिस्सा नहीं बन पाए और उन्हें इस शो को छोड़ कर जाना पड़ गया , जिसका अफ़सोस दर्शकों को भी था |
खैर 23 अगस्त को हीं हॉट सीट पर दूसरी प्रतिभागी डॉक्टर नेहा बाटला बैठ चुकी है | कुछ परिचय और सवाल के बाद हीं हूटर बज जाने से इस शो के प्रश्न के सिलसिला को यहीं पर रोक दिया गया | 24 अगस्त को यहीं से फिर प्रश्न का सिलसिला आरम्भ किया जाएगा | अब देखना है कि - वो कितनी राशि यहाँ से जीतकर जाती है |
डॉक्टर नेहा बाटला ने कहा है कि - वे अपने ससुर जी की तमन्ना / चाहत को पूरी करने के लिए यहाँ आई है और इनकी ख़ुशी के कारण इस शो का हिस्सा बनी | इनके ससुर शो प्रांगन में मौजूद थे | नेहा को धन जीतने का उतना शौक नहीं , जितना की वह स्वयं को महानायक से रूबरू होकर प्रफुलित नजर आई है , जिसे उन्होंने अपनी जुबानी भी कहा |
यह सच है कि इस उम्र में भी अमिताभ बच्चन के फैन्स की कमी नहीं | इसलिए की चाहत के लिए कोई उम्र सीमा निर्धारित नहीं होता | यह तो मन की एक अनुभूति है , जो आदमी को किसी के पास खींचता चला जाता है | जिसमे KBC में एक अद्दभुत वो पारस मणि है , जिनका नाम अमिताभ बच्चन है | जिनका हर कोई दीदार व स्पर्श करना चाहता है ,क्यूंकि फैंस की चाहत के तरफ से यह कहना लाजमी होगा कि - पारस के छूने से हीं लोहा सोना बन जाता है , यह महानायक अमिताभ बच्चन का सौभाग्य है | ....... ( न्यूज़ / फीचर :- भव्याश्री डेस्क )
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